Renu Records विचारों से व्यंग्य तक | Hindi Podcast

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विभिन्न सामाजिक और समसामयिक विषयों पर लिखे मेरे व्यंग्यों और लेखों का संकलन Collection of my satires and articles, written on various social and contemporary issues

Renu Devpura


    • Apr 17, 2021 LATEST EPISODE
    • every other week NEW EPISODES
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    Latest episodes from Renu Records विचारों से व्यंग्य तक | Hindi Podcast

    खुशी की गोतें | Khushi Ki Gotein (Satire)

    Play Episode Listen Later Apr 17, 2021 6:19


    मलाल है न

    सोशल डिस्टेंसिंग | Social Distancing (Satire)

    Play Episode Listen Later Apr 10, 2021 7:42


    दायरे ‼️ फांसले

    न होने का डर | Na Hone Ka Darr (Satire)

    Play Episode Listen Later Apr 3, 2021 6:49


    लगे रहो

    चलके पर सेमिनार | Chalke Par Seminar (Satire)

    Play Episode Listen Later Mar 27, 2021 3:51


    जो कुछ है ✊ थोथा पन है

    पीढ़ी दर पीढ़ी | Peedhi Dar Peedhi (Satire)

    Play Episode Listen Later Mar 20, 2021 5:30


    अधिकारी हो

    संवेदना संदेश | Samvedna Sandesh (Satire)

    Play Episode Listen Later Mar 13, 2021 5:06


    मौका कुछ भी हो ⚰️ स्थान कोई भी हो

    यमलोक हुआ कम्प्यूटराइज | Yamlok Hua Computerize (Satire)

    Play Episode Listen Later Mar 6, 2021 8:35


    पाप-पुण्य ⚖️ लेखा-जोखा

    तुम हो तो हम हैं | Tum Ho To Hum Hain (Satire)

    Play Episode Listen Later Feb 27, 2021 9:24


    तुम पूजनीय हो

    इच्छा-पत्र | Ichha-Patra (Satire)

    Play Episode Listen Later Feb 19, 2021 12:27


    सुधर जाओ

    बासंती बहार | Baasanti Bahaar (Satire)

    Play Episode Listen Later Feb 13, 2021 7:29


    सरसों, बौरों,

    खुदा ही खुदा है | Khuda hi Khuda hai (Satire)

    Play Episode Listen Later Feb 7, 2021 5:24


    खोदना जरूरी है⛏️ खो देना मंजूर है

    आओ समय बिगाड़ें | Aao Samay Bigadein (Satire)

    Play Episode Listen Later Jan 29, 2021 9:11


    जितना चाहो

    गणतंत्र की हिलोरें | Gantantra Ki Hilorein (Satire)

    Play Episode Listen Later Jan 23, 2021 8:25


    अधिकार मेरे

    दिखाने के और | Dikhaane Ke Aur (Satire)

    Play Episode Listen Later Jan 17, 2021 9:25


    नकली ही सही

    ठण्डी हवाओं | Thandi Hawao (Satire)

    Play Episode Listen Later Jan 8, 2021 6:23


    कड़ाके की ठंड है

    संकल्प के सौन्दर्यमान | Sankalp Ke Saundryamaan (Satire)

    Play Episode Listen Later Jan 2, 2021 7:59


    अमल मत करो ❌ बस दृढ़ निश्चय ✊ करके देखो

    बैठा बनिया | Baitha Baniya (Satire)

    Play Episode Listen Later Dec 26, 2020 9:22


    इधर का उधर

    परम आदरणीय हिंदी | Paramadarniya Hindi (Satire)

    Play Episode Listen Later Dec 25, 2020 11:39


    बिना अस्त्र शस्त्र के, किसी कौम को समाप्त करना है, तो उसकी भाषा को मार डालो। फिर और कुछ नहीं करना पड़ेगा।

    क्या लिखूं, कैसे लिखूं? | Kya Likhoon, Kaise Likhoon? (Satire)

    Play Episode Listen Later Dec 19, 2020 8:36


    लोग पढ़ने को तैयार बैठे हैं

    वसीयतनामा | Wasiyatnama (Satire)

    Play Episode Listen Later Dec 12, 2020 9:31


    कमाओ,खूब कमाओ

    चप्पा-चप्पा, चस्पा-चस्पा | Chappa-Chappa, Chaspa-Chaspa (Satire)

    Play Episode Listen Later Dec 5, 2020 11:37


    जिसे देखो

    रंगीले रतन | Rangeele Ratan (Satire)

    Play Episode Listen Later Nov 28, 2020 7:48


    दिल का मामला

    देश के प्रिय | Desh Ke Priy (Satire)

    Play Episode Listen Later Nov 21, 2020 5:14


    पृथ्वी को लपेटा था तुमने

    सातवीं इन्द्रिय | Saatvi Indri (Satire)

    Play Episode Listen Later Nov 15, 2020 5:55


    बिना उसके सब रुक जाता है

    मैं बेकार हूँ | Main Bekaar Hoon (Satire)

    Play Episode Listen Later Nov 7, 2020 3:59


    बेकार लोग बेकार दिखते हैं

    छूट का चन्दन | Chhoot Ka Chandan (Satire)

    Play Episode Listen Later Oct 31, 2020 10:29


    बचत पैसा बचाने से नहीं

    रावण लीला | Ravan Leela (Satire)

    Play Episode Listen Later Oct 24, 2020 7:57


    हंस के हिस्से दाना तिनका

    जय माता दी | Jai Mata Di (Satire)

    Play Episode Listen Later Oct 16, 2020 7:47


    धन

    गुलाब जामुन - एक सामजिक सरोकार | Gulab Jamun - Ek Samajik Sarokar (Satire)

    Play Episode Listen Later Oct 10, 2020 6:59


    मुखौटा है असली चेहरा, मोटी चमड़ी पहचान। हमें चाहिए अपनी मस्ती, बाकी सबसे हम अनजान।

    ऍफ़. आई. आर. | F.I.R. (Satire)

    Play Episode Listen Later Oct 3, 2020 3:23


    पेड़ ईंटों के, पहाड़ प्लास्टिक के, जंगल सीमेंट के, हमने प्रकृति तक को विकसित कर दिया।

    कल आज और नल | Kal, Aaj Aur Nal (Satire)

    Play Episode Listen Later Sep 25, 2020 10:00


    पानी की क्या परवाह करना, वो तो फैक्ट्रियों में बना लेंगे। हमें सिर्फ बच्चों के आर्थिक भविष्य, और भौतिक सुखों की चिंता करनी चाहिए।

    मनोरंजन के दिन | Manoranjan Ke Din (Satire)

    Play Episode Listen Later Sep 19, 2020 10:53


    उदासी जीवन रस सोख लेती है। दिल पर बुरा असर डालती है। मुद्दे असली है या नहीं, हमें क्या फर्क पड़ता है?

    सहज माफ़ी का दौर | Sahaj Maafi Ka Daur (Satire)

    Play Episode Listen Later Sep 5, 2020 10:28


    गलती करके परेशान न हों.. मनुष्य है ही गलतियों का पुतला.. सीख,सबक, सुधार के सिवाय.. कुछ और भी बेहतर हो सकता है।

    बंदोबस्त | Bandobast (Satire)

    Play Episode Listen Later Aug 29, 2020 11:17


    खाओ पीओ और मौज करो... या फिर.... सौंप दो अपनी मेहनतकश जमाओं को उन्हें,  जो आपके धन से खा पी कर मज़ा करें।

    बड़ी देर भई नंदलाला | Badi Der Bhai Nandlala (Satire)

    Play Episode Listen Later Aug 22, 2020 12:11


    देर नहीं, तो अन्धेर कैसे हो? अन्धेर नहीं, तो आश्वासन कैसे हो? आश्वासन नहीं, तो भाषण कैसे हो? भाषण नहीं, तो शासन कैसे हो, प्रशासन कैसे हो?

    शूर वीर ये भी कम नहीं | Shoor Veer Ye Bhi Kam Nahi (Satire)

    Play Episode Listen Later Aug 15, 2020 10:48


    वीरता नहीं दिखाना कायरों का काम है,जो हम कतई नहीं हैं। सीमा पर नहीं भेजोगे तो गली - मुहल्ले - शहर, जहां हम हैं उसी को रणक्षेत्र बना बहादुरी दिखा देंगे। खून है तो खौलेगा ही।

    अजीब आदमी है, आदमी | Ajeeb Aadmi Hai, Aadmi (Satire)

    Play Episode Listen Later Aug 7, 2020 12:56


    बुद्धि ने उसे बेवकूफ बनाया, उसने कायनात को बेवकूफ बनाया। सबको जीतने के चक्कर में, स्वयं से हारता चला गया। सुखी होने के लिए खूब दुःख दिये खुद को, इतने दुःख पा कर कैसे सुखी हो सकता था।

    ब्रेक के बीच में | Break Ke Beech Mein (Satire)

    Play Episode Listen Later Jul 31, 2020 12:38


    दिमाग का दही कर दिया इन विज्ञापन बना कर माल बेचने वालों ने। होने और दिखाने में जमीन आसमान से कम का अंतर नहीं होता। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की गर्दन इनके शिकंजे में है और उससे चिपके रहने के कारण हमारी भी। ये बेवकूफ समझ कर बेवकूफ बनाते हैं या बेवकूफ बना कर बेवकूफ समझते हैं।

    इतनी सी बात | Itni Si Baat (Satire)

    Play Episode Listen Later Jul 25, 2020 13:20


    समझदारी और परिपक्वता नहीं,चमड़ी की रंगत ही,चरित्र और बुद्धि की श्रेष्ठता निर्धारित करती है। गोरे दूध के धुले हैं और काले ..... हम भारतीयों का रंगभेद दुनिया में सबसे उम्दा किस्म का है, ये दूसरों के लिए प्रर्दशन में विश्वास नहीं करता। ये यकीन करता है अपने परिवार, समाज की सांवली/काली बेटियों पर प्रहार में।

    नेगेटिव पॉजिटिव | Negative Positive (Satire)

    Play Episode Listen Later Jul 18, 2020 13:40


    ये हो क्या रहा है? नेगेटिव रहने के लिए सोच को पाॅजिटिव होना जरूरी बताया जा रहा है। पाॅजिटिव आ जाने पर नेगेटिव करने की कोशिश की जा रही है। नकारात्मक समझदार माना जा रहा है, और सकारात्मक बेचारे पर ढ़ेरों प्रश्न दागे जा रहे हैं।

    वारियर्स ये भी | Warriors Ye Bhi (Satire)

    Play Episode Listen Later Jul 11, 2020 13:10


    वायरस शब्द ने तो हाल ही में प्रसिद्धि पाई है जबकि वायरल शब्द बहुत पहले से चर्चित रहा है। सन्देश कैसा भी हो, वायरल करने के पुनीत कार्य में लगे वारियर्स का उचित सम्मान होना जरूरी है। ग्रुप के सभी सदस्य अपने स्तर पर कितना परिश्रम करते हैं तब कहीं जाकर दिमाग का एनकाऊंटर हो पाता है और आशातीत परिणाम आ पाते हैं।

    दुश्मन बनिया | Dushman Baniya (Satire)

    Play Episode Listen Later Jul 4, 2020 12:37


    बाजार हथियाने के एक से एक हथकंडे मुझे आते हैं। दूसरे देशों के उत्पादों ही नहीं अर्थव्यवस्था को पटखनी देकर मैं यहां तक पहुंचा हूं। तुमसे कमाए को तुमसे कमाने में लगा देने का तरीका मुझे पता है और तुम्हारे खिलाफ लगाना भी।

    मैं, दो पाया | I, The 2 Legged (Satire)

    Play Episode Listen Later Jun 27, 2020 14:39


    मेरे पैर दो और तुम्हारे चार। कहने को तो फर्क सिर्फ दो पैरों का है। लेकिन कपाल के भीतर का तन्त्रिका- तन्त्र जिसे बुद्धि कहते हैं वो खास है। मैंने अपनी विलक्षण बुद्धि का उपयोग ऐसा किया कि तुम चौपायों को जानवर बना दिया। मै नहीं होता तो अपना लम्बा जीवन तुम्हें पूरा बिताना पड़ता। तुम्हें जीव-बन्धन से मुक्ति दिलाने के लिए ही मैं रात- दिन लगा रहता हूं।

    कोई कारण नहीं | No Reason At All (Satire)

    Play Episode Listen Later Jun 22, 2020 8:56


    अपनी समझदार संवेदनाओं को संभाल कर रखिएगा। पीड़ित व्यक्ति के जिन्दा रहते ही खर्च कर दी तो उसके मरने के बाद क्या करेंगे? कहां से लाएंगे Social Media पर सार्वजनिक करने के लिए शहद में डूबे अच्छे - अच्छे शब्द और वाक्य विन्यास? कैसे दिखाएंगे अपना ज़िम्मेदार नागरिक होना? कैसे प्रर्दशित करेंगे कर्त्तव्य परायण परिवार, समाज और देश होना?

    भगवान् तुम्हारे हाथों में | Bhagwan Tumhare Hathon Mein (Satire)

    Play Episode Listen Later Jun 12, 2020 14:39


    ये हमारी भलमनसाहत है, कि हमने लोगों की तकलीफें दूर करने का काम चुना है। सरकार सभी की परेशानियों का निराकरण नहीं कर पा रही थी। उसने हमसे हाथ बंटाने के लिए कहा तो हम जुट गए तन-मन-धन से।

    Jahan Hai To Jaan Hai | जहान है तो जान है (Satire)

    Play Episode Listen Later Jun 5, 2020 12:19


    दो - ढाई महीने तो लगे, आखिरकार हम कोरोना से negotiation करने में सफल रहे। वह सिर्फ और सिर्फ रात को सक्रिय होने के लिए मान गया। इसलिए दिन को lockup से बाहर कर दिया, जबकि रात अभी कुछ और दिन- महीने वहीं रहेगी।

    Outcry | हो हल्ला (Satire)

    Play Episode Listen Later May 30, 2020 9:34


    घर में सुबह-शाम रोजाना का वही एक-सा रुटीन है, शान्ति है।लेकिन बाहर की दुनिया हर दिन तेजी से बदलती दिख रही है। बहुत सारी आवाजों के साथ निर्ममता की गूंज भी सुनाई दे रही है। | There is the same routine, peace in the morning and evening in the house, but the world outside is seen changing rapidly every day. An echo of ruthlessness is also heard with many voices.

    Everlasting after-effects of the lockdown (Satire) - तुम्हारे जाने के बाद (व्यंग्य)

    Play Episode Listen Later May 30, 2020 12:46


    कोरोना काल की पाबंदियों और समझदारीयों का दूरगामी असर | The far-reaching effects of restrictions and understanding of the post Corona period

    Adapting to the New Normal - मरता, क्या न करता?

    Play Episode Listen Later May 16, 2020 11:07


    लॉकडाउन ने हमें क्या कुछ नहीं सिखा दिया? बीमारी का डर हमसे वह सब करवा रहा है, जो सही था, फिर भी हमने नहीं किया। स्वतः नहीं, ज़बरदस्ती ही सही। #corona #covid19 #lockdown #positivity #adaptingtothenewnormal

    History Of Pandemics - महामारियों का इतिहास और इतिहास पर उनका प्रभाव

    Play Episode Listen Later May 16, 2020 21:43


    पिछले कई महीनों से पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है। हमारे लिए यह स्थिति बिल्कुल नई और असाधारण है। अपने-अपने तरीके से हम इसे समझने और इससे सामंजस्य स्थापित करने में लगे हैं। हमारी सोच को सहारा देने में इतिहास के सन्दर्भ महत्वपूर्ण भी हैं और दिलचस्प भी।  महामारियों का इतिहास और इतिहास पर उनका प्रभाव, मेरी कलम से, सुने और अपने विचार साझा करें...

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