https://drive.google.com/file/d/1QMjNIUekb1fktsl-jW8lWq3Iq3nWK6oX/view?usp=drivesdk
नित्यस्तुति व प्रार्थना (स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज की वाणी में, प्रातः 5 बजे प्रतिदिन)
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 01, श्लोक 01 से 07 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 01, श्लोक 08 से 17 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 01, श्लोक 18 से 27 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 01, श्लोक 28 से 37 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 01, श्लोक 38 से 47 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 01 से 10 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 11 से 20 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 21 से 30 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 31 से 40 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 41 से 50 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 51 से 61 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 02, श्लोक 62 से 72 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 03, श्लोक 01 से 10 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 03, श्लोक 11 से 21 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 03, श्लोक 22 से 32 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 03, श्लोक 33 से 43 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 04, श्लोक 01 से 10 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 04, श्लोक 11 से 20 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 04, श्लोक 21 से 31 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 04, श्लोक 32 से 42 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 05, श्लोक 01 से 10 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 05, श्लोक 11 से 20 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 05, श्लोक 21 से 29 + हरिशरणम् कीर्तन
नित्यस्तुति-प्रार्थना + गीतापाठ - अध्याय 06, श्लोक 01 से 10 + हरिशरणम् कीर्तन