Chitransh: The Shades Of Love

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Hello... I am Chitra Roy. I am working as a motivational speaker and author. 'Chitransh' is a collection of my poetries. In this podcast you can enjoy my beautiful poetries in hindi. So Stay tune with us & Let us make a beautiful world together.  Subscrib

Chitra Roy: Motivational Speaker


    • Apr 19, 2025 LATEST EPISODE
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    आकांक्षा

    Play Episode Listen Later Apr 19, 2025 0:59


    Episode No 73.. आकांक्षा का होना आवश्यक है....

    राधिका प्यारी....

    Play Episode Listen Later Oct 24, 2024 1:08


    राधिका प्यारी.....

    Episode 71..भावशून्य जिन्दगी को बहुत कुछ सिखाया है...

    Play Episode Listen Later May 31, 2024 3:58


    साड़ी को यदि दिल से अपनाओ तो हमे बहुत कुछ सिखाती है....ऐसे ही भाव को समेटे ये कविता है... #subhas_saree #Laxmipati_saree

    Episode 70...तेरी जोगन बन कर....

    Play Episode Listen Later May 30, 2024 5:00


    ये गीत भगवान कृष्ण को समर्पित है....

    Episod …69 श्री कृष्ण का वो सच जो आप नहीं जानते….

    Play Episode Listen Later Sep 8, 2023 9:04


    आपने कृष्ण के बारे जो सुना वो या कथावाचकों से सुना होगा या फिर टीवी सीरियल में देखा होगा लेकिन आज मैं आपको भगवान कृष्ण का वो सच बताने जा रही हूँ जो आजतक आपने नहीं सुना होगा..

    Hindi Poetry Episode…68..मैं तो रंग जाऊँ साँवरिया तेरे ही रंग में आज…

    Play Episode Listen Later Aug 23, 2023 4:55


    ये कविता या यू कह लें कि गीत जो मेरी स्वरचित है मेरे कान्हा को समर्पित है… जयश्री कृष्णा

    Hindi poetry episode..67..जो तुम पास ना होते

    Play Episode Listen Later Dec 17, 2022 2:04


    जो तुम पास ना होते तो मेरे ये एहसास ना होते….

    Hindi poetry…Episode..66 मैं ही तो तेरी परछाई थी…..

    Play Episode Listen Later Dec 13, 2022 1:51


    मैं ही तो तेरी प्रारब्ध थी मैं ही तो तेरी परछाई थी……

    Episode..65 दृढ़ संकल्पों के नाम का दीपक

    Play Episode Listen Later Nov 14, 2022 1:57


    ज़िन्दगी को सही ढंग से चलाने के लिए सही रास्ते पर चलने की ज़रूरत पड़ती है, क्योंकि केवल चाहने से भाग्य नहीं बदलता है … कुछ संकल्पों को भी अपनाना पड़ता है।

    Episode no..64 अजब इश्क़ के ग़ज़ब नज़ारे है…

    Play Episode Listen Later Nov 12, 2022 1:47


    इस कविता में हर दिल के इश्क़ करने के बाद हुए हाल की दास्तान है…शब्दों में जिसे कोई बया करने में सक्षम ना हो… बस इश्क़ वही कमाल है।

    Episode 65 माँ ब्रह्मचारिणी की कथा

    Play Episode Listen Later Sep 28, 2022 2:46


    ब्रह्मचारिणी माँ को क्यों ब्रह्मचारिणी कहा जाता है..... सुनिए और समझिए

    Episode 64 या देवी सर्वभूतेषु दुर्गा रुपेण संस्थिताः। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। ॐ श्री द

    Play Episode Listen Later Sep 26, 2022 3:05


    माता शैलपुत्री की कथा

    Episode..63 श्रीमदभगवद्गीता के प्रथम अध्याय का आरंभ कब से हुआ था...

    Play Episode Listen Later Sep 15, 2022 3:04


    भगवद्गीता वो संजीवनी है जो मुरझाये हृदय को नये उद्देश्य प्राप्ति की ओर अग्रसर करके जीवन को नया आयाम प्रदान करती है।

    स्वार्थी लोगों से बचों....episode..62

    Play Episode Listen Later Sep 7, 2022 3:41


    अपनी भावनाओं और अपनी परिस्थितियों को किसी के भी सामने व्यक्त ना करे।

    Poetry Episode 61: दिलो को छूने की उड़ान... Hindi poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jul 9, 2022 2:37


    केवल अपने लिए ही नहीं कभी-कभी दूसरों के लिए भी कुछ करने की चाह होनी चाहिए....ऐसे ही भाव को समेटे हुए आज की कविता है।

    Poetry Episode 60: 'इसी का नाम मोहब्बत है' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Mar 7, 2022 2:32


    कलम गर कुछ जो ऐसा लिख जाए जु़बा ग़र कुछ ऐसा कह जाए जिससे सुनने वाले के भाव सवर जाए..., कुछ बिखरते दिलों को भी शायद थोड़ा सहारा मिल जाए, #chitraroy #chitransh

    Poetry Episode 59: 'माँ तेरी जगह कोई ले नहीं सकता' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Mar 4, 2022 2:06


    माँ तेरी जगह कोई ले नहीं सकता कोई लाख कुछ भी कह ले पर तेरे जैसा कोई हो नहीं सकता.... #chitransh #chitraroy

    Poetry Episode 58: 'अटूट दास्ताँ...' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Feb 28, 2022 2:06


    बड़े मुद्दतों के बाद यें रात आयी है, माँ पार्वती के द्वारें भोलेनाथ की बारात आयी है, गवाह है ये सृष्टि की महाकाल के माथे प्रेम और सौन्दर्य की घटा छायी है...हर हर महादेव #shivratri #chitraroy

    Poetry Episode 57: 'कही सुनी बातें नहीं दोहराऊँगी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Feb 26, 2022 2:15


    कहीं सुनी बातें मैं नहीं दोहराऊँगी..किसी के साथ को ही...अपनी कमजोरी नहीं बताऊँगी...सुनने वालों को सिक्के का दूसरा पहलू भी समझाऊँगी.. #chitraroy #chitransh

    Poetry Episode 56: 'ज़िन्दगी कुछ ऐसे पल भी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Feb 23, 2022 1:33


    ज़िन्दगी कुछ ऐसे पल भी तेरे साथ मैं बिताऊँगी, तूने कभी सोचा ना हो ऐसी कहानी तुझे सुनाऊँगी... #chitraroy #chitransh

    Poetry Episode 55: 'स्पर्श की चाहत थी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Dec 15, 2021 2:26


    जो ज़ुबान से कही नहीं जाये पर नज़रों से बया करने से दिल मना भी ना कर पाये...इस कविता में हर दिल की चाहत का स्पर्श है । #chitraroy

    Poetry Episode 54: 'गौरवान्वित उपदेश हूँ' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Dec 10, 2021 2:30


    इस कविता के माध्यम से मैंने हर एक नारी की आवाज़ बनने की कोशिश की है और नारी के व्यक्तित्व को सुदृढ़ता के प्रदर्शित किया है। #chitraroy

    Poetry Episode 53: 'दिल नि:शब्द हो गया है' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Oct 30, 2021 2:24


    जब हम कुछ अपनाने के लिए बहुत ज़्यादा बेचैन रहते है तो यकिन मानिए वो हमशे उतना ही दूर चला जाता है लेकिन जब वो हलचल शान्त हो जाती है तो सबकुछ बिन चाहे ही मिल जाता है। #chitraroy

    Poetry Episode 52: 'पल भर बैठ कर' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Sep 16, 2021 1:53


    जो ज़िन्दगी हम जी रहे है वही श्रेष्ठ है जितनी जल्दी हम इस बात को मान जाए वही उत्कृष्ट है क्योंकि कही हम ख़्वाहिशों के चक्कर में ज़रूरत को ही ना भूल जाए। #chitraroy

    Poetry Episode 51: 'जुड़ाव है तीनों रूपों का' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Sep 13, 2021 1:51


    इस कविता में नारी के स्वरूप का मार्मिक चित्रण मिलता है जो स्वयं में ही बेमिसाल है। #chitraroy

    Poetry Episode 50: 'ना वो पहले वाली बात रही' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Sep 1, 2021 2:40


    किसी भी रिश्ते में बंधने से पहले अगर कोई उस रिश्ते की अहमियत को समझ ले तो कोई कभी किसी रिश्ते को अपमानित नहीं करेगा चाहे लगाव हो या नहीं हो जीवन के किसी भी मोड़ पर आकर। #chitraroy

    Poetry Episode 49: 'बस इतना ही तो चाहती थी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Aug 28, 2021 2:38


    हमारे दिल में उठे चाहे कितनी भी हलचल पर तब तक उस बेचैनी का कोई मोल नहीं होता जब तक समझ न पाये वो दिल जिसके लिए दिल बड़ी ज़ोर धड़कता है। #chitraroy

    Poetry Episode 48: 'हट जाना ही बेहतर है' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Aug 25, 2021 2:32


    किसी भी रिश्ते में बार-बार अपने आत्मसम्मान को ठोकर पहुँचाने से कही ज़्यादा अच्छा है वहाँ से प्रस्थान कर जाना। #chitraroy

    Poetry Episode 47: 'इस बार ये सावन कुछ ज़्यादा ही बरसने आया है' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Aug 21, 2021 2:19


    सावन की बूँदों संग हर दिल में एक नया विश्वास जागेगा... हर बिखरा मन एक नये उम्मीद की ओर भागेगा। #chitraroy

    Poetry Episode 46: 'मुझे पहले वाले तुम याद आते हो' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Aug 18, 2021 2:11


    जब मेरे दिल में यादों का दौर चलता है मुझे पहले वाले तुम याद आते हो.... ये कविता यादों के सफ़र को बया करती है। #chitraroy

    Poetry Episode 45: 'अनोखा रिश्ता' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Aug 13, 2021 2:18


    अनोखे रिश्ते की हर बात निराली होती है। शब्दों से ना संवारा जा सकता है जिसको “यारी और दोस्ती” की बड़ी शान निराली होती है। #chitraroy

    Poetry Episode 44: 'मैं अपना किनारा भुलाये बैठी थी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jul 15, 2021 3:09


    जीवन में इस बात को समझना बहुत ज़रूरी होता है कि कौन हमारा अपना होता है और कौन पराया .... पल दो पल के रिश्ते में आप अपनी तक़दीर नहीं तलाश सकते... केवल कुछ पलों के लिए उस जगह पर अपनी तस्वीर देख सकते हैं। #chitraroy

    Poetry Episode 43: 'मतलब का जुगाड़' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jul 9, 2021 1:32


    कुछ लोग जो अपने मतलब से ही हर रिश्ते को निभाते है.... कभी कुछ तो कभी कुछ कह कर अपने स्वार्थ को पूरा करते जाते है....इस कविता के माध्यम से मैंने कुछ ऐसे लोगों के भावनाओं को ही दर्शाया है जो अपने स्वार्थ के लिए शायद कुछ भी कर सकते हैं और कुछ भी बन सकते हैं। #chitraroy

    Poetry Episode 42: 'हर रंग से राग जुड़ा है' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jun 30, 2021 2:25


    हर रंग से राग जुड़ा है.......इस कविता मे मैंने हर भाव रूपी राग को तो दर्शाया है पर सभी भाव हमारे जीवन का हिस्सा नहीं बन सकते इस बात को बताया है।

    Poetry Episode 41: 'इसका मन ढूंढ रहा' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jun 26, 2021 2:58


    मन ढूँढ रहा है.......नज़र हर वो बात समझ लेती है जो दिल मे छिपा रखा है वो राज समझ लेती है..... इस कविता के माध्यम से मैंने नज़रों के भाव को साझा किया है।

    Poetry Episode 40: 'ज़िन्दगी...तू क्या मुझसे शर्त लगायेगी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Jun 14, 2021 2:55


    अपनी ज़िन्दगी को क्यों हम रो कर बिताते है क्यों नहीं अपनी सोच से ज़िन्दगी को हसीन बनाते हैं। #chitraroy

    Poetry Episode 39: 'बावरा मन' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later May 31, 2021 2:24


    इस कविता में...प्यार में बावरे मन की दास्ताँ है जिसे दुनिया की फ़िक्र नहीं होती है केवल अपनी ही धुन में वो मतवाला होता है #chitraroy

    Poetry Episode 38: 'प्यार में प्रश्न-चिन्ह भी लगाऊँगी' Hindi Poetry by Chitra Roy

    Play Episode Listen Later May 21, 2021 2:43


    प्यार समर्पण है मगर समझ की कसौटी पर खरा उतरने के बाद ही, लेकिन यदि आप सही ग़लत का फ़र्क़ भूलाकर, बिना प्रश्न किये ही समर्पण करते है तो वहाँ प्यार कम होता है दिखावा ज़्यादा होता है। #chitraroy

    Poetry Episode 37: 'तेरा चेहरा' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later May 1, 2021 2:11


    अपने प्यार को देखकर ही इतना सुकून मिल जाता है कि मिलन का भाव भी मानो झूठा पड़ जाता है। #chitraroy

    Poetry Episode 36: 'मेरी पहचान हो' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Apr 28, 2021 1:57


    जब कोई किसी को दिल से अपना मान लेता है......तो प्यार ही उसकी पहचान बन जाता है, अपना आशियाना भूला कर वो किसी और के दिल को ही अपना लेता है। #chitraroy

    Poetry Episode 35: 'दिल दिवाना' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Apr 25, 2021 2:19


    दिल कहता है कि दिल तो बच्चा है पर हम सबका दिल ये भी कहता है कि ये दिल सब कुछ समझता है, इस कविता के शब्द यही बया करते है❤️❤️ #chitraroy

    श्रीमद्भगवद्गीता सार अध्याय 1- श्लोक 19 से 23 | Bhagavad Gita Saar| Chapter 1 | Verse- 19 to 23 |

    Play Episode Listen Later Apr 1, 2021 8:00


    इन सभी श्लोकों के माध्यम से हमें यह बहुत बड़ी सीख मिलती है कि हमें अपने जीवन की किसी भी समस्या में ना घबड़ा कर, उस समस्या का अच्छी तरह अवलोकन करना चाहिए क्योंकि ऐसा वक्त हमें बहुत कुछ समझा और सीखा जाता है। #chitraroy

    Poetry Episode 34: 'प्यार का रंग' Hindi Poetry by Chitra Roy | #HoliSpecial

    Play Episode Listen Later Mar 28, 2021 2:29


    इस कविता में मैंने प्यार का रंग ही सच्चा रंग है और अगर हम अपने जीवन में इस रंग से रंगे है तो इसके आगे सारे रंग फीके है ..... ये बताया है❤️❤️❤️❤️❤️ #HoliSpecial

    Poetry Episode 33: 'यूं चलते फिरते ही' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Mar 23, 2021 2:20


    इस कविता में मैंने कब और कैसे कोई अपना बन जाता है ये बताया है, क्योंकि प्यार के लिए बस दिल में एक एहसास चाहिए। #chitraroy

    Poetry Episode 32: 'प्यार हुआ हैं' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Mar 20, 2021 2:07


    इस कविता में मैंने प्यार और इश्क़ के फ़र्क़ को बताया है, क्यों प्यार का स्वरूप बड़ा होता है ये दिखाया है। #chitraroy

    Poetry Episode 31: 'तेरी आहट' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Feb 20, 2021 2:37


    जब सच्चा प्यार होता है तो दीदार की नहीं यादों की गरमाहट ही काफ़ी होती है नयनों में अश्क़ के रूप प्यार की बात होती है। #chitraroy

    श्रीमद्भगवद्गीता सार अध्याय 1- श्लोक 12 से 18 | Bhagavad Gita Saar| Chapter 1 | Verse- 12 to 18 |

    Play Episode Listen Later Feb 14, 2021 5:20


    #भगवदगीता #BhagavadGita #GitaSaar भगवद्गीता के 12,13,14,15,16,17 एवम् 18 श्लोकों के माध्यम से जीवन में हमें किस तरह से ख़ुद को उत्साहित करना चाहिए कठिनाइयों के समय या किसी काम को करते समय , इसी भाव को विस्तार से समझाया है मैंने ।

    'यही प्यार है'... Valentine's Day Special Love Poetry | Chitra Roy

    Play Episode Listen Later Feb 14, 2021 1:40


    Poetry Episode 29: 'मेरे माँग की सिंदूर रेखा' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Jan 15, 2021 2:21


    अपनी कविता के माध्यम से सिन्दूर के मोल को समझाया है मैंने और नारी का श्रृंगार किसी का मोहताज नहीं है ये समझाया है❤️❤️ #chitraroy #chitransh

    Poetry Episode 28: 'बेहाल दिल' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Jan 12, 2021 2:21


    मैं आप सभी को प्यार में पागल दिल का हाल सुनाउगी ....जो कभी जज़्बात ख़त्म ना हो ऐसी बात सुनाउगी ...❤️ #chitraroy

    Poetry Episode 27: 'दिल है तू हमारा' Hindi Poetry by Chitra Roy |

    Play Episode Listen Later Dec 24, 2020 2:43


    इस कविता में मैं आप सभी को दिल की एक अनमोल बात से रूबरू कराने आयी हूँ कोई कहे या ना कहे पर सच्चें दिल के जज़्बातों को अपनी जूबा से आप सभी को सुनाने आयी हूँ.....#chitraroy #chitransh

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