हफ्ते भर के समाचार का समावेश| संचालन: अतुल चौरसिया https://www.newslaundry.com/hindi Click here to support Newslaundry: http://bit.ly/paytokeepnewsfree See acast.com/privacy for privacy and opt-out information.
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Listeners of NL Charcha that love the show mention:इस हफ़्ते चर्चा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों और पर्यावरण में हो रहे परिवर्तन, असमय बारिश और तापमान में आई कमी जैसे मुद्दों पर विस्तार से बात हुई. इसके अलावा न्यूयॉर्क के कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ने ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ पर लगाई रोक, ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के प्रवेश पर 15 प्रतिशत तक रोक लगाने की मांग की, एलन मस्क ने ट्रंप प्रशासन से दिया इस्तीफ़ा, दिल्ली की एक अदालत ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पॉक्सो के मामले को बंद करने की दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट को स्वीकार किया, एफसीआरए के नियमों में हुआ बदलाव, भारत और कई अन्य देशों में कोविड के मामले बढे, बीते रविवार और सोमवार मुंबई में हुई भयंकर बारिश, दिल्ली में पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा मई का महीना रहा और अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीन आरोपियों को उम्रक़ैद की सज़ा आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार एमके वेणु और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन सेटलमेंट के डीन जगदीश कृष्णास्वामी शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. अमेरिका में ट्रंप के फैसलों से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “अमेरिका में बड़ी उथल पुथल मची है, एक तरफ ट्रंप ने स्टूडेंट वीज़ा पर रोक लगा दी है और दूसरी तरफ ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ योजना पर कोर्ट ने रोक लगा दी है. इसके क्या नतीजे हो सकते हैं भारत के नज़रिए से?इस विषय पर वेणु कहते है, “ट्रंप ने जो इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल किया है और पूरी दुनिया के देशों पर टैरिफ लगाया है, उस पर कोर्ट ने कहा है आप ये नहीं कर सकते कि पूरी दुनिया को एक तरफ से टैरिफ लगा दें. ट्रंप ने कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.”सुनिए पूरी चर्चा- टाइमकोड्स- 00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 05:30 - सुर्खियां 15:40 - अमेरिका में चल रही उथल-पुथल 57:25 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 1:13:20- मौसम का बिगड़ा समीकरण 01:38:41 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.चर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद संपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ़्ते चर्चा में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के आलोक में भारत की विदेश नीति और गाज़ा का ताजा हालातों पर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और द हिंदू के सीनियर असिस्टेंट एडिटर कल्लोल भट्टाचार्य शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स-00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:09 - सुर्खियां11:40 - ग़ाज़ा के बिगड़ते हालात23:57- भारतीय नेताओं का विदेश दौरा01:20:48 - सब्सक्राइबर्स के पत्र01:41:41 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.पत्रकारों की राय-क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएशार्दूल कात्यायन न्यूज़लॉन्ड्री परगौरव आर्य की प्रोफाइलवीडियो - हाउ वन कंपनी सेक्रेटली पॉइज़ंड द प्लेनेट डाक्यूमेंट्री - सीक्रेट पाकिस्तानकिताब - शाल वनों का द्वीपआनंद वर्धनकिताब - द ग्रेट डिल्युज़न किताब - नेहरूज़ फर्स्ट रिक्रूटज़हृदयेश जोशी इंडियन एक्सप्रेस पर प्रताप भानु मेहता का लेखकल्लोल भट्टाचार्यराजा अनवर की किताब - द टेररिस्ट प्रिन्सअतुल चौरसिया डाक्यूमेंट्री - अमेरिकन मैनहंटिंग: ओसामा बिन लादेनडाक्यूमेंट्री - पाकिस्तान: एनैटमी ऑफ ए स्टेटचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: तीस्ता रॉय चौधरी / हसन बिलालसंपादन: हसन बिलाल Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ़्ते चर्चा में विक्रम मिस्री और उनके परिवार की निजी जानकारी सार्वजनिक करके उनकी ट्रॉलिंग करने और भारत-पाकिस्तान संघर्ष के आलोक में भारत की विदेश नीति पर विस्तार से बात हुई. इसके अलावा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा- भारत-पाकिस्तान को व्यापार की धमकी देकर करवाया सीज़फायर के लिए राजी, मध्यप्रदेश में भाजपा के मंत्री कुंवर शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी, और चीन एवं अमेरिका के बीच अब टैरिफ वॉर का थमना भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहा. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, लेफ़्टिनेंट जनरल रामेश्वरम यादव और पूर्व आईपीएस अफसर यशवर्धन आज़ाद शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियऑपरेशन सिंदूर पर भारत सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “बीते दिनों राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान से पहले संघर्षविराम की घोषणा की. ट्रंप उसके बाद से भी बार-बार सीज़फायर में मध्यस्थता की बात कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार से किसी बड़े राजनेता का इस पर कोई जवाब नहीं आता है.”वहीं, कर्नल कुरैशी पर भाजपा मंत्री की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर यशवर्धन आज़ाद कहते है, “वर्दी को पहनने के बाद हमारा कोई धर्म नहीं होता, लेकिन कुछ मंत्री सबकी जातियां बताकर भ्रम फैला रहे हैं,” सुनिए पूरी चर्चा- टाइमकोड्स- 00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना 03:25 - सुर्खियां 22:10 - भारत-पाकिस्तान सीज़फायर में ट्रम्प का बयान 45:25- पाकिस्तान की भ्रामक ख़बरें 01:16:24 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.चर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते चर्चा में भारत और पाकिस्तान के बीच दिनों-दिन बढ़ते सैन्य तनाव और इसे युद्ध बताने में जुटे मीडिया चैनल्स पर विस्तार से बात हुई. साथ ही इस दौरान चैनलों में पर आई फर्जी ख़बरों की बाढ़ और सेना एवं विदेश मंत्रालय द्वारा दी जा रही संयमित और संतुलित जानकारी को लेकर भी चर्चा हुई. इस हफ्ते भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में पहलगाम हमले के जवाब में की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर' नामक कार्रवाई, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सर्वदलीय बैठक में इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा पाकिस्तानियों के मारे जाने की सूचना देना, भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करना, गृह मंत्रालय द्वारा देशभर में मॉक ड्रिल का ऐलान और महिला आयोग द्वारा शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाए जाने की निंदा करने जैसी ख़बरें भी सुर्खियों में रहीं. इसके अलावा चीफ जस्टिस संजीव खन्ना समेत सुप्रीम कोर्ट के 21 जजों द्वारा अपनी व्यक्तिगत आर्थिक जानकारी सार्वजनिक करने, नैनीताल में नाबालिग से बलात्कार के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट का एसएसपी को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपने के अलावा भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौते(FTA) पर हुए हस्ताक्षर भी चर्चा में रहे. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.भारत और पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, ‘8-9 मई को भी भारत में 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिशें हुईं, सीमा से लगे देशों में ब्लैकआउट किया गया. भारत ने लाहौर और सियालकोट तक जवाबी हमले किए. इस बीच कई भ्रामक और फर्जी सूचनाओं की भी सोशल मीडिया पर बाढ़ सी आई दिखी.'इस विषय पर हृदयेश कहते हैं, ‘युद्ध की स्थिति में एक अच्छे पत्रकार का काम है कि सही जानकारी दे, और जो जानकारी छुपाई जा रही है, उसे देशहित के लिए सामने लाए.'सुनिए पूरी चर्चा- नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड 00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना 02:55 - सुर्खियां 13:10 - भारत-पाकिस्तान तनाव 1:06:36- मीडिया में भ्रामक खबरें 1:36:22 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:50:32 - सलाह और सुझावचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीसता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराए जाने के ऐलान, प्रेस फ्रीडम डे के बहाने मीडिया की आजादी और और पहलगाम हमले पर सुरक्षा में चूक को लेकर सवाल पूछने वालों पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर विस्तार से बात हुई. इसके अलावा पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव, पीएम मोदी की तीनों सेनाओं के अध्यक्षों के साथ बैठक, एक सर्वे के अनुसार 80 फीसदी लोगों का मानना कि भारत में अभी भी मीडिया आज़ाद, पहलगाम हमले के बाद देशभर में कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दो लोगों की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए डिजिटल एक्सेस को नागरिकों का अधिकार बताए जाने की ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहींइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और गीता सेशु शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंदवर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.विश्व प्रेस फ्रीडम डे से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “आंकड़े बताते हैं कि दुनिया भर में पत्रकारों के लिए स्थितियां कुछ खास मुफीद नहीं हैं और कुछ देशों में तो बहुत ज़्यादा ख़राब हैं. भारत में भी हालात कुछ खास ठीक नहीं हैं.” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए गीता कहती हैं, “बहुत ही कम पत्रकारों को उनकी हत्या या मारपीट के मामले में न्याय मिलता है. 2010 से अब तक केवल 3 मामलों में पत्रकारों को न्याय मिला है. जो स्वतंत्र पत्रकार हैं, उन्हें ज़्यादा निशाना बनाया जाता है. ”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:05 - सुर्खियां17:50 - प्रेस की आज़ादी और एफआईआर 1:1:50- सब्सक्राइबर्स के पत्र1:11:33 - जातिगत जनगणना 01:41:50 - सलाह और सुझावचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद , तीसता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद . Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.इसके अलावा जम्मू में भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं का दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता राकेश शर्मा पर हमला किया, निशिकांत दुबे की सीजेआई संजीव खन्ना पर की गई टिप्पणी को लेकर कार्रवाई की मांग की, दिल्ली हाईकोर्ट ने बाबा रामदेव को लगाई फटकार, सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में साइन बोर्ड्स पर उर्दू के इस्तेमाल पर रोक लगाने वाली याचिका की ख़ारिज और पोप फ्रांसिस की मृत्यु आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहींइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, और द हिन्दू अख़बार की डिप्टी एडिटर विजैता सिंह शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंदवर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “चिंताजनक बात यह है कि पहचान करके हिन्दुओं को मारा गया है और इसका दूसरा पहलू यह है कि यह सुरक्षा में हुई बड़ी चूक है, जिस पर बात नहीं हो रही.”विजैता कहती हैं, “अभी कूटनीतिक स्तर पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, लेकिन पुलवामा के समय हुई बालाकोट स्ट्राइक जैसा कोई कदम अभी नहीं उठाया गया है, और आगे उठाया जाएगा या नहीं ये अभी कहा नहीं जा सकता.”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:05 - सुर्खियां15:50 - पहलगाम पर भारत की प्रतिक्रिया1:9:39- सब्सक्राइबर्स के पत्र1:19:45 - निशिकांत दुबे का बयान01:38:50 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय-क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए शार्दूल कात्यायनसीरीज़ -द डे ऑफ़ द जैकल फिल्म - स्पॉटलाइटविजेता सिंहपॉल लिंच की किताब - प्रॉफेट सांगहृदयेश जोशीअजय साहनी का लेखश्याम सरन का लेखआनंदवर्धनकिताब - द अनडाईंग लाइटअतुल चौरसियाडॉक्यूमेंट्री - कैंपस पे क्रैकडाउनचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ऑरकाओं में मैनोपॉज पर शोधट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: हसन बिलाल Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में फाइल की गई चार्जशीट, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को लेकर टिप्पणी करने और पश्चिम बंगाल में वक़्फ़ बिल के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को लेकर विस्तार से बातचीत हुईइसके अलावा भारत के भगौड़े मेहुल चौकसी की बेल्जियम में गिरफ़्तारी, महाराष्ट्र की लाडकी बहन योजना में 8 लाख महिलाओं को मिलने वाली सम्मान राशि में कटौती, अमेरिका द्वारा चीन से आयातित सामानों पर 245 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा और ब्लूस्मार्ट इलेक्ट्रिक कैब सर्विस द्वारा अपनी सेवाएं सस्पेंड करना आदि ख़बरें भी सुर्खियों का हिस्सा बनी. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अदिति फड़नीस, एसोसिएट प्रोफ़ेसर संबित पाल और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा शामिल हुई. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियाअख़बार नेशनल हेराल्ड मामले से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “नेशनल हेराल्ड की पेरेंट कंपनी का जो ट्रांसफर हुआ है, उसकी प्रक्रिया काफी अस्पष्ट है. यह पूरा मामला क्या है और किस तरह से आगे जाता दिख रहा है?” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अदिति कहती हैं, “इसमें शक नहीं है कि बीजेपी किसी न किसी तरीके से गांधी परिवार को फंसाना चाहती है, ऐसे कई व्यापार हैं, जो नॉट फॉर प्रॉफिट हैं लेकिन उससे पैसा कमाया जा रहा है. इसलिए इस पर बहस नहीं होनी चाहिए कि यह लेनदेन कानूनी रूप से सही था या गलत क्योंकि वो काम जल्द ही अदालत कर देगी.”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:05- सुर्खियां25:00 - नेशनल हेराल्ड मामला 45:21 - सब्सक्राइबर्स के पत्र51:10- मुर्शिदाबाद हिंसा 1:20:40 - जगदीप धनखड़ का बयान 01:34:50 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते महाराष्ट्र में राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा मराठी बनाम गैर मराठी विवाद को तूल देने और तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि द्वारा प्रदेश की विधानसभा द्वारा पारित 10 विधेयकों को रोकने को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मनमानी और अवैध करार दिए जाने के आलोक में केंद्र बनाम राज्यों के संघर्ष को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.इसके अलावा 2008 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को दिल्ली लाया जाना, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर नए टैरिफ लगाना, यूरोपीय संघ द्वारा अमेरिका के खिलाफ टैरिफ लगान, वक्फ संशोधन बिल के विरोध में भड़की हिंसा में 22 प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी, 2024-2025 में चरम पर रहा वायु प्रदूषण, वाराणसी में 19 वर्षीय पीड़िता से सात दिन तक 23 लोगों ने किया बलात्कार और शौचालय ब्रेक की मांग खारिज होने पर लोको पायलटों के संगठन द्वारा रेलवे बोर्ड के फैसले की आलोचना आदि ख़बरें भी सुर्खियों का हिस्सा बनी. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान द न्यूज मिनट की पूजा प्रसन्ना, अंग्रेजी दैनिक द हिन्दू की महाराष्ट्र ब्यूरो चीफ विनया शामिल हुई. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा बिलों को रोके जाने को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त शब्दों में अवैध करार दिए जाने पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “हमेशा हम देखते हैं कि विपक्षी दलों की सरकारों पर केंद्र सरकार राज्यपालों के जरिए अड़ंगा लगाने की कोशिश करती रही है.” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए पूजा कहती हैं, “5- 6 महीने तक बिल को लटकाए रखना असंवैधानिक है. सुप्रीम कोर्ट ने भी यही बोला है, आप इतिहास देखेंगे तो आपको यही दिखेगा.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:21- सुर्खियां13:05 - सीआरईए की वायु प्रदूषण पर रिपोर्ट17:17- तमिलनाडू के राज्यपाल की मनमानी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला35:54 - मराठी बनाम गैर मराठी की राजनीति 1:17:16- मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण01.26.50 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: विकास जांगड़ाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते वक़्फ़ क़ानून में संशोधन का बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास होने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मणिपुर में राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित करवाने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दुनियाभर के देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा करने, दिल्ली सरकार के कानून मंत्री कपिल मिश्रा पर दिल्ली में दंगे भड़काने के मामले में अदालत द्वारा एफआईआर दर्ज करने के आदेश देने, कोलकाता हाईकोर्ट के टीचरों की नियुक्ति रद्द करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरक़रार रखने, जम्मू कश्मीर के पूंछ ज़िले में एक माइन फटने के बाद लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर पाकिस्तानी आर्मी द्वारा युद्धविराम तोड़े जाने और तेलंगाना सरकार द्वारा हैदराबाद यूनिवर्सिटी के नज़दीक कांचा बाली वन क्षेत्र में 400 एकड़ ज़मीन पर लगे पेड़ों को गिराने के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन कऱने आदि ख़बरें हफ्तेभर के दौरान सुर्खियों मेंइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार माधवन नारायणन, इंडियन सिविल सर्वेंट ज़फर महमूद शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियावक़्फ़ संशोधन बिल के मामले पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “वक़्फ़, हिंदुस्तान की तीसरी ऐसी बॉडी जिसके पास सबसे ज़्यादा ज़मीने हैं और अब उसमें नए प्रावधान के बाद कुछ ऐसी चीज़ें हो सकती हैं जिससे मुसलमानों के सामने दिक़्क़त खड़ी की जाएगी, ऐसी भाजपा की नीयत है. इसमें कितनी सच्चाई है और इसमें क्या-क्या चिंताइस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए ज़फर कहते हैं, “पहली बार यह कांसेप्ट आया है कि मुसलमानों की प्रॉपर्टीज़ मैनेज करने के लिए गैर मुसलमान ज़रूरी हैं. यह अजीब सा कांसेप्ट है और अगर सरकार चाहे तो 50% से ज़्यादा ग़ैर मुसलमान हो सकते है.सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:00 - सुर्खियां17:36 - वक़्फ़ संशोधन बिल विवाद 01:00:40 - अमेरिका ने घोषित की नई टैरिफ दरें 01:29:08 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:33:00 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर में लगी आग में नोटों की गड्डियां जलने और इसके बाद उनके इलाहबाद हाईकोर्ट में तबादले को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा इस मामले के बहाने एक बार फिर से कॉलेजियम बनाम न्यायिक नियुक्ति आयोग की बहस पर भी बातचीत हुई. म्यांमार में 7.7 मैग्नीट्यूड के भूकंप से तबाही, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा सदन की कार्यवाही का अचानक स्थगन, स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के पैरोडी गीत के बाद भड़की शिवसेना द्वारा तोड़फोड़, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नाबालिग से बलात्कार मामले में इलाहबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी पर स्वतः संज्ञान लेना, उत्तर प्रदेश में बिना कानूनी प्रक्रिया के घरों पर बुलडोज़र चलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नाराज़गी जताना और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर सीबीआई का छापा आदि ख़बरें भी हफ्तेभर के दौरान सुर्खियों में रही.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता करुणा नंदी शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रबंध संपादक मनीषा पांडे और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.यशवंत शर्मा मामले पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने इस मामले पर जांच कमेटी बनाई है, उनका तबदला कर दिया गया है, जिसे लेकर कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की याचिका को भी ख़ारिज किया है, ऐसे में इस मसले की पूरी तस्वीर क्या है?”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए करुणा कहती हैं, “जब यह बात सुप्रीम कोर्ट में पता चली तो वकीलों को बहुत हैरानी हुई. एक वजह तो यह थी कि यशवंत वर्मा जी एक बेहद अच्छे जज हैं और कोई भी व्यक्ति जिसकी लीगल ट्रेनिंग है, वह इतना कैश घर पर नहीं रखता.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:00 - सुर्खियां21:20 - जस्टिस यशवंत वर्मा विवाद 01:00:08 - कुणाल कामरा के शो के बाद विवाद 01:27:00 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते फिल्म छावा से उठे विवाद के बाद औरंगज़ेब की कब्र हटाने की मांग और नागपुर में भड़की हिंसा, वित्त मंत्रालय द्वारा संसद में बताया गया कि पिछले 10 वर्षों में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राजनेताओं के खिलाफ 193 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से केवल दो में ही दोषसिद्धि हुई और नाबालिग के साथ बलात्कार के प्रयास के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के विवादित बयान को लेकर भी विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में तत्काल और पूर्णरूप से युद्धविराम करने की मांग को किया ख़ारिज, इजराइली सेना द्वारा ग़ाज़ा पट्टी में हुए हमले में 400 से ज़्यादा मौतें, मणिपुर के चुराचांदपुर ज़िले में दो समुदायों के बीच झड़प, लोकसभा में महाकुंभ में मारे गए लोगों का कोई आंकड़ा केंद्र के पास नहीं, दिल्ली हाई कोर्ट के एक जज यशवंत वर्मा को लेकर हुए विवाद के बाद उनका इलाहाबाद हाई कोर्ट तबादला, चुनाव आयोग ने बूथवार डाटा जारी करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दी अंडरटेकिंग और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में अटके दो यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर वापस सुरक्षित लौटे आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक सुर्खियों में रही. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अफरीदा रहमान अली और स्मिता शर्मा शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब पर चल रहे विवाद के बाद भड़की हिंसा को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद भी नागपुर में दंगे नहीं भड़के थे और दशकों से जारी शहर की शांति इन दंगों के साथ भंग हो गई, यह आश्चर्य की बात है कि जो बात मराठा साम्राज्य में नहीं उठी, आज़ादी के बाद नहीं उठी वह आज की सरकार में प्रदर्शन और दंगों का विषय बन गई. यह लड़ाई वास्तव में राजनीतिक वर्चस्व की है.”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अफरीदा कहती हैं, “इसकी शुरुआत यहां से हुई कि बजरंग दल और विहिप प्रदर्शन कर रहे थे कि औरंगज़ेब के मकबरे को हटाया जाए, किसके खिलाफ यह प्रदर्शन कर रहे हैं, कौन हटाए? डबल इंजन की सरकार है, बेझिझक हटाइए, हटा सकते हैं तो जड़ से हटा दीजिए मगर इसे नहीं हटाया जाएगा, इसे पकाया जाएगा.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:30 - सुर्खियां12:20 - इलाहाबाद हाई कोर्ट की विवादित टिप्पणी 26:30 - नागपुर में दंगा 59:30 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:01:28 - सवालों के घेरे में ईडी 01:15:08 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद , तीसता रॉय चौधरी एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते फिल्म छावा से उठे औंरंगज़ेब को लेकर विवाद और संभल के सर्किल ऑफिसर अनुज चौधरी द्वारा होली और जुमा एक दिन पड़ने पर विवादित टिप्पणी किए जाने को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा औरंगज़ेब के मक़बरे को शंभाजी नगर से हटाए जाने की मांग के समर्थन करने, जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में फैशन शो के बाद राजनीतिक तनाव पैदा होने, यूपी के सीएम द्वारा संभल के सीओ अनुज चौधरी की विवादित टिप्पणी का समर्थन करने, म्यांमार में बंदी बनाए गए 283 भारतीयों को छुड़ाने और वैश्विक वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 में दिल्ली के दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी में शुमार होने आदि की ख़बरें भी हफ्तेभर तक सुर्खियों में रही. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और इतिहास की स्कॉलर रुचिका शर्मा शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब पर चल रहे विवाद को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “औंरगजेब के कामकाज, राजनीति, जो वह समय था, जिस तरह का व्यक्तित्व था औंरंगज़ेब का, आज के समय में उसे कैसे देखा जाना चाहिए?इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए रुचिका कहती हैं, “आज हम चीज़ों को धर्म में बांट देते हैं, इसलिए हम समझ नहीं पाते लेकिन यह असल में राजपूत वर्सेज़ मराठा फाइट थी, जो दो अलग-अलग साम्राज्यों के लिए लड़ी जा रही थी. मराठा बिल्कुल अलग थे और मुस्लिम हुकूमत बिलकुल अलग थी, यह सोचना ग़लत है. वहीं औरंगज़ेब की बात करें तो उसकी यह छवि अंग्रेज़ों ने बनाई सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:00 - सुर्खियां13:20 - औरंगज़ेब को लेकर विवाद01:03:00 - होली पर संभल के सीओ का विवादित बयान 01:30:42 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएशार्दूल कात्यायन पुणे शहर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्ट फिल्म - ब्लैक फ्राइडे आनंद वर्धन मिंट पर मनु जोसेफ के लेख 1. हाउ एंटरटेनमेंट गॉट बोरिंग इन द एज ऑफ़ स्ट्रीमिं 2. अमेरिका एंड द बेयरेबल लोनलिनेस ऑफ़ लूज़िंग द वेस्ट3. अवर पॉलिटिक्स इस यूज़अली शेप्ड बाई द पीपल वी डिसलाइ स्क्रॉल पर गिरीश शहाणे का लेख डॉ रुचिका शर्मा नेटफ्लिक्स सीरीज़ -कंक ऑन अर्थअतुल चौरसिया भारत एक खोज टीवी सीरीज़ किताब - द मैन एंड द मिथ ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: तीस्ता रॉय चौधरी एडिटिंग: हसन बिलाल Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच हुई बहस और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती द्वारा भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित किए जाने को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर अमेरिका की यात्रा पर, इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार देहरादून प्रशासन ने ग्यारह मदरसों को सील किया, मुंबई हाईकोर्ट द्वारा माधवी पुरी बुच पर एफआईआर दर्ज करने के एसीबी अदालत के आदेश पर रोक, महाराष्ट्र के उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजानिक वितरण मंत्री धनंजय मुंडे ने बीड ज़िले में एक सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में उनके क़रीबी का नाम आने के बाद दिया इस्तीफ़ा और मुरादाबाद में एक नाबालिग़ बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक सुर्खियों में रहीइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के रे और राजनीतिक विश्लेषक अमिताभ तिवारी शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.मायावती द्वारा अपने भतीजे अकाश आनंद को पार्टी से निकाले जाने को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “क्या हो रहा है आकाश आनंद के साथ? आकाश के बारे में यह कहा जाता है कि मायावती बहुत कम लोगों को पसंद करती हैं और उन लोगों में जिसे सबसे ज़्यादा पसंद करती हैं वह आकाश आनंद हैं. तो क्या यह फैसला दोबारा पलटने की संभावना है?”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अमिताभ कहते हैं, “बसपा एक ऐसी पार्टी है, इसमें पारिवारिक उत्तराधिकारी का प्लान नहीं चलता है, कांशीराम ने अपने बाद किसी परिवार के सदस्य को चुनने के बजाए मायावती को चुना, वर्तमान में मायावती कह रही हैं कि वे अपना उत्तराधिकारी अभी घोषित नहीं करेंगी लेकिन कहीं न कहीं वे परिवार के ही सदस्यों को नेशनल को-ऑर्डिनेटर बना रही हैं.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:12 - सुर्खियां13:20 - बसपा के आंतरिक विवाद 57:01 - अमेरिका के साथ ट्रेड 01:32:42 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएप्रकाश के रे नेटफ्लिक्स सीरीज़ -ज़ीरो डेअमिताभ तिवारी नेटफ्लिक्स सीरीज़ -ज़ीरो डे नेटफ्लिक्स सीरीज़ - डब्बा कार्टलविकास जांगड़ा यूट्यूब वीडियो - ग्लोबल कैपिटलिज़्म: व्हाट ट्रंप 2.0 मीन्स नेटफ्लिक्स सीरीज़ -सर्वेंट ऑफ़ द पीपल बामसेफ क्या है ?शार्दूल कात्यायन - नाटो एक्सपेंशन- व्हाट गोरबाचेव हर्डगेम - मॉन्स्टर हंटर वाइल्ड्स आज़ादी के बाद नेहरू का पहला इंटरव्यू अतुल चौरसिया किताब - द सीज़ ऑफ़ दिल्लीताब - विद एचएम 9th लैंसर्स ड्यूरिंग द इंडियन म्युटिनीट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: बिलाल हसन Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते परिसीमन को लेकर तमिलनाडु और केंद्र सरकार के बीच हुई तनातनी और दिल्ली विधानसभा में आबकारी नीति मामले पर कैग रिपोर्ट प्रस्तुत करने को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा तेलंगाना के श्रीसेलम लेफ्ट बैंक कनाल प्रोजेक्ट में सुरंग ढह जाने से आठ लोग फंसे, उत्तराखंड के चमोली में हिमस्खलन में 57 लोग दबे, पुणे में एक 26 वर्षीय महिला का एक बस में बलात्कार, पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने ग्लेशियर संरक्षण को लेकर पीएम मोदी को लिखा पत्र और रूस का विरोध करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में हुई वोटिंग आदि भी हफ्तेभर तक सुर्खियों में रही. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह और एवं हृदयेश जोशी शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “अगर परिसीमन की बात करें तो जब जनसंख्या के आधार पर सीटों के बढ़ने-घटने की बात आएगी तो सीटों का पैमाना केवल जनसंख्या नहीं हो सकता यदि यही पैमाना रहा तो उत्तर के मुक़ाबले दक्षिण के राज्य पावर बैलेंस में कहीं पीछे छूट जाएंगे, यह बेहद स्वाभाविक सी चिंता है.”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए हृदयेश कहते हैं, “भारत का 2002 का जो परिसीमन हुआ था तब से लेकर अब तक क़रीब 30-32 करोड़ की आबादी बढ़ी है और इससे जो तस्वीर निकलकर आ रही है उसमें उत्तर प्रदेश और बिहार में 25 सीटों का बढ़ना तय माना जा रहा है और दक्षिण में 15 सीटों को नुकसान होगा.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:00 - सुर्खियां12:32 - केंद्र और तमिलनाडू विवाद 1:04:10- दिल्ली में कैग रिपोर्ट पर बहस 01:24:42 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएआनंद वर्धन मोहन राकेश की कहानी- सीमाएं हृदयेश जोशी शेखर जोशी की कहानी- कोसी का घटवार शार्दूल कात्यायन बीबीसी रिपोर्ट - बिलियन इंडियंस हैव नो स्पेंडिंग मनी फिल्म - अनफोर्गिवेन मनोज मित्ता की किताब - व्हेन अ ट्री शुक दिल्ली गुलज़ार की टीवी सीरीज़ किरदार अतुल चौरसिया सीरीज़ -द ग्रेटेस्ट राइवलरी: इंडिया वर्सेज़ पाकिस्तानट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते 27 साल बाद दिल्ली में बनी भाजपा सरकार और भारत में मतदान बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 21 मिलियन डॉलर की मदद और यूएसएआईडी को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा पहली बार की विधायक रेखा गुप्ता ने ली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ, नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने संभाला कार्यभार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एनजीटी के समक्ष प्रस्तुत रिपोर्ट में प्रयागराज में महाकुंभ के पानी में प्रदूषक तत्वों का जिक्र, कलिंग इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में छात्रा की आत्महत्या के बाद विवाद और 15 फ़रवरी की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल रहे.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और द रेड माइक के सह संस्थापक एवं पत्रकार सौरभ शुक्ला शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “आप जब दुनिया के बहुत शक्तिशाली देशों की बात करते हैं और अमेरिका की चौधराहट का जिक्र होता है, वह यूएसएआईडी समेत ऐसे ही कई और छोटे-छोटे तरीकों से हासिल होती है.”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए सौरभ कहते हैं, “2015 में यूएसएआईडी ने स्वच्छ भारत अभियान को फंड किया. इसके अलावा भी कई सारी सरकारी योजनाओं को यूएसएआईडी ने फंड किया.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:00 - सुर्खियां22 :05 - यूएसएआईडी पर विवाद 48:24 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 54:10- दिल्ली में बनी भाजपा की सरकार01:20:42 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसौरभ शुक्ला अमिताव घोष की किताब - वाइल्ड फिक्शन: एसेज शार्दूल कात्यायन किताब - द इकनोमिक ग्रोथ इंजन किताब - द टाइम आई गॉट ड्रंक जॉन ऑलिवर के शो लास्ट वीक टुनाइट का एपिसोड- ट्रंप 2.0 इला चंद्र जोशी का उपन्यास- कवि की प्रेयसी विकास जांगड़ायूएसएड को लेकर जारी सुनवाई - द यूएसएआईडी बिट्रेयल स्मिता शर्मा द रेड माइक पर सौरभ शुक्ल की राणा सफ़वी के सा बातचीत सीरीज़ -श्रिंकिंग प्रोफ़ेसर जॉन मिर्शिमर को पढ़ें अतुल चौरसिया धर्मवीर भारती का उपन्यास - गुनाहों का देवताट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे, पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी और मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा अडाणी ग्रुप ने श्रीलंका में पवन परियोजना से खींचे हाथ, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने वक़्फ़ से जुड़ी जेपीसी रिपोर्ट को बताया अधूरा, ग़ाज़ा में बंधक बनाए इजराइली नागरिकों को लेकर ट्रंप की चेतावनी, एक रिपोर्ट के मुताबिक, हेट स्पीच के मामलों में भारत में बीते साल के मुकाबले 74.4 फीसदी की वृद्धि और राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भारतीय संविधान की नई प्रतियों को लेकर हंगामा आदि विषय भी हफ्तरेभर तक चर्चा में इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान बीबीसी की पत्रकार सर्वप्रिय सांगवान शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल, स्तंभकार आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए हृदयेश कहते हैं, “मणिपुर में यह ग्यारहवीं बार है, जब यहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया है. बड़ी संख्या में वहां पर फ़ौज की तैनाती है. एक राज्य के लिए यह बेहद मायूस करने वाली बात है.”इस मुद्दे पर रमन कहते हैं, “इस तरह के जो जनजातीय विवाद हैं, उसके राजनीतिक प्रबंध के कई तरीके थे. एक तो यह जो बड़ा समुदाय है, उसके नेता के साथ बातचीत करके एक भरोसा क़ायम किया जाए और दूसरे समुदाय के बीच भी विश्वास बनाया जाए, लेकिन वहां की सरकार इसमें नाकाम रही.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:36 - सुर्खियां8:05 - रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी 27:10- मणिपुर में राष्ट्रपति शासन 50:50 - पीएम मोदी का अमेरिका दौरा 01:18:10 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसर्वप्रिया सांगवानवेब सीरीज - पेरेंटहुडपूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ काइंटरव्यू रमन किरपाल फिल्म- मिसेज़ मणिपुर पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्ट् आनंद वर्धन किताब - नालंदा: हाउ इट चेंज्ड द वर्ल्ड विकास जांगड़ा हिंदी फिल्म - मुल्क समय रैना और बियर बाइसेप्स विवाद पर लेख पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते साल 2025-26 के लिए भारत सरकार द्वारा पेश बजट और दिल्ली चुनावों को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा 5 फ़रवरी को दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए हुए मतदान, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और संगम में लगाई डुबकी, गुजरात में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी का गठन, भाजपा सांसदों द्वारा सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस, अमेरिका से जबरन वापस भेजे गए 104 भारतीय और अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा ग़ाज़ा पट्टी पर अमेरिकी नियंत्रण का प्रस्ताव रखना आदि विषय भी हफ्तरेभर तक चर्चा में रहेइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान अर्थशास्त्री मिताली निकोर और द कारवां के हिंदी संपादक विष्णु शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रिपोर्टर अवधेश कुमार शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है, उसके लिए औसतन आठ प्रतिशत की बढ़त चाहिए जबकि इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक़, 6.3 से 6.8 तक ही बढ़त रह सकती है. सरकार यह कैसे कर पाएगी और बढ़त यही है तो विकसित भारत का सपना कैसे पूरा हो पाएगाइस मुद्दे पर मिताली कहती हैं, “विकसित भारत 2047, एक बहुत अच्छा लक्ष्य है, जो सुनने में काफी अच्छा भी लगता है. चाहे 6% हो या 6.5% भारत आज भी सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. हमारा प्रदर्शन 8% के पास न दिखे लेकिन 6 या 6.5 फीसदी प्रदर्शन भी उतना बुरा नहीं है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:15 - सुर्खियां15:20- बजट के क्या फायदे 51:18 - दिल्ली के चुनाव01:15:10 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमिताली निकोर फॉलो - nikoreassociates.comफिल्म - द ग्रेट इंडियन किचन विष्णु शर्मा हरतोष सिंह बल का मनमोहन सिंह पर लेख शार्दूल कात्यायन दिल्ली चुनाव के घोषणापत्र पर शिवनारायण की रिपोर्टवेब सीरीज़- साइलोमिनी टीवी सीरीज़- एंड देन देअर वर ननअवधेश कुमार अश्विनी वैष्णव पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्ट कुंभ से बसंत कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद & तीस्ता रॉय चौधरी एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ में कई लोगों की मौत, दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच चल रही खींचतान अब बहस और चुनौती देने तक पहुंची आदि विषयों पर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन, दिल्ली चुनाव से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक महीने के लिए मिली पैरोल आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और आकांक्षा कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और सह संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “भगदड़ से पहले कुंभ में अव्यवस्था को लेकर अनेकों-अनेक वीडियो सामने आ रहे थे. 7 हज़ार करोड़ रुपये के बजट के बाद किसी कार्यक्रम को बेकार बनाया जा सकता है, यह उसका एक उत्कृष्ट उदहारण है. यह भगदड़ नहीं पुलिस प्रशासन की ओर से आपराधिक लापरवाही है.”इस मुद्दे पर ग्राउंड से रिपोर्ट कर रही आकांक्षा कुमार कहती हैं, “यह काफी हद तक संभव है कि भगदड़ की जगह एक ही न हो. यहां स्थिति अभी भी प्रशासन के बहुत नियंत्रण में नहीं दिख रही है. शवगृह में लोग देर रात तक शव लेने आते रहे. बहुत से लोग जिनके परिजन 24 घंटों के बाद भी नहीं मिले हैं, वे शवगृह की तरफ हताशा में दौड़ रहे हैं. सरकारी आंकड़ा जो 30 लोगों का है, वह काफी संदिग्ध है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:30 - सुर्खियां19:52- महाकुंभ में अव्यवस्था और भगदड़ 1:26:18 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:38:38 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री कीरिपोर्ट वायु प्रदूषण पर द वायर की डॉक्यूमेंट्री आनंद वर्धन किताब - एवरीडे रीडिंग श्याम बेनेगल की फिल्म- जूनून शार्दूल कात्यायन सीरीज़- आरकेन किताब- पंजाब: द एनेमीज़ विदिन आकांक्षा कुमार किताब- अंबेडकर की प्रस्तावना महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री कीरिपोर्ट अतुल चौरसिया महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्टमार्क टली की किताब- द कुंभ मेला ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते कलकत्ता के आर.जी. कर अस्पताल में हुए बलात्कार मामले में अदालत के निर्णय, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ और उनके द्वारा लिए गए बड़े फैसलों समेत सैफ अली खान पर हमले के बाद शत्रु संपत्ति अधिनियम पर हो रही बहस को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा नागपुर के पास भंडारा ज़िले में आर्डिनेंस फैक्ट्री में धमाके से आठ लोगों की मौत, कोलकाता रेप मामले में दोषी को आजीवन कारावास की सजा, दिल्ली दंगों के मामले में जेल में बंद उमर खालिद समेत आठ लोगों की रिहाई को लेकर हुई सुनवाई, महाराष्ट्र में ट्रेन हादसे में 13 लोगों की मौत और केरल की एक जिला अदालत द्वारा पतंजलि के संस्थापक रामदेव और बालकृष्ण के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार कल्लोल भट्टाचार्य और स्मिता शर्मा समेत वरिष्ठ अधिवक्ता सब्यसाची चटर्जी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, ‘डोनाल्ड ट्रंप ने शपथग्रहण के तुरंत बाद कई फैसले लिए, अपनी इस दूसरी पारी में उन्होंने डब्ल्यूएचओ से समर्थन वापस लेना, अमेरिका में केवल दो जेंडर को मान्यता और चीन पर दस फीसद टैरिफ की बात की. ट्रंप उसी स्टाइल में काम कर रहे हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं.”इस विषय पर अपने विचार रखते हुए स्मिता कहती हैं, “हमें पहले ट्रंप की राजनीति को समझना होगा इससे पहले कि हम भारत और दूसरे तमाम देशों पर होने वाले उनके फैसलों के असर को देखें. ट्रंप के बारे में एक बात कही जाती है कि वह जब आते हैं तो अनिश्चितता कहीं ज़्यादा होती है लेकिन यह निश्चित है कि अगर ट्रंप ने कुछ बातें कही हैं तो वह करेंगे और वह करते हुए भी नज़र आ रहे हैंसुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना07:52 - सुर्खियां15:36 - शत्रु संपत्ति और सैफ अली खान 20:50 - डोनाल्ड ट्रंप के अतरंगी फैसले 49:40 - सब्सक्राइबर्स के पत्र51:53 - आर.जी. कर अस्पताल रेप मामले में फैसला01:22:00 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा कल्लोल भट्टाचार्य की किताब - द ग्रेट गेम इन अफ़ग़ानिस्तानप्रो सी राजा मोहन का ट्रंप के फैसलों पर लेखआर.जी. कर अस्पताल रेप मामले पर यूट्यूब चैनल NTT की रिपोर्टकल्लोल भट्टाचार्य अमेरिकी समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालिएसब्यासाची चटर्जी आर.जी. कर अस्पताल रेप मामले पर अदालत का फैसलाशार्दूल कात्यायन वेब सीरीज़ द पेंग्विन अतुल चौरसिया वेब सीरीज़ -पाताल लोक ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद . Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम पर औपचारिक सहमति बनने, भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी और उनकी कंपनी समेत दुनियाभर के कई समूहों पर खुलासे करने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च संस्था बंद किए जाने की घोषणा और भाजपा द्वारा कांग्रेस और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अपरिपक्व होने के आरोप को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा मणिपुर के एक गांव में वर्ष 2025 का पहला हमला, अमेरिकी उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो ने तीन भारतीय परमाणु संस्थाओं को अपनी प्रतिबंध सूची से हटाया, छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा शहर से विधायक रहे कवासी लखमा दो हज़ार एक सौ इकसठ करोड़ रुपये के शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं .इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार निरुपमा सुब्रमण्यम, टीके राजलक्ष्मी और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “आज जब इज़राइल और हमास के बीच शांति समझौता हुआ है, किस तरह की उम्मीदें हैं, क्या यह अस्थायी है या लंबे समय तक कायम रहने वाला है?” इसके जवाब में निरुपमा कहती हैं, “यह शांति समझौता 2023 में ही हो जाना चाहिए था, इसमें इतनी देर इन्होने लगाई है, पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में दम नहीं था कि वह इजराइल को बोलता कि इसे बंद करो. पहले बॉम्बिंग का सिलसिला जो शुरू हुआ वह आत्म सुरक्षा के नाम पर था लेकिन उसके बाद यह आत्म सुरक्षा से बहुत आगे चला गया, जिसमें 50 हज़ार से ज़्यादा लोग मर गए.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना16:50 - सुर्खियां25:40 - इज़राइल-हमास संघर्ष विराम 40:20 - भारतीय परमाणु संस्थाओं से अमेरिका ने प्रतिबंध हटाए 01:01:10 - हिंडनबर्ग रिसर्च संस्था 01:13:33- राहुल गांधी पर भाजपा का आरोप01:32:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएनिरुपमा सुब्रमण्यम वेब सीरीज़ -माइग्रेट टीके राजलक्ष्मीफिल्म : द ज़ोन ऑफ़ इंटरेस्ट शार्दूल कात्यायन द हिन्दू में लेख - रेज़िस्टिंग ट्रांसपेरेंसी, एरोडिंग पब्लिक ट्रस्ट न्यूज़लॉन्ड्री परआनंद वर्धन का लेख मिनी सीरीज - डून प्रोफेसी विकास जांगड़ा न्यूज़लॉन्ड्री पर संदीप दीक्षित का इंटरव्यूअतुल चौरसिया नेतन एंडरसन का लेटर ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते मतदाता सूची से नाम हटाए जाने को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्टर सुमेधा मित्तल की पड़ताल और दिल्ली में चुनावों के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच शुरू हुई ज़ुबानी जंग को लेकर विस्तृत बातचीत हुईइसके अलावा तिरुपति में स्वामी वेंकेटेश्वर महाराज मंदिर में कार्यक्रम के लिए टिकट खरीदने की भगदड़ में छः दर्शनार्थियों की मौत, छत्तीसगढ़ में 32 वर्षीय मुकेश चंद्राकर की हत्या, चुनाव आयोग ने दिल्ली चुनावों की घोषणा की 5 फ़रवरी को होगा मतदान, भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा कालका जी की सड़कों की बात करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर अभद्र टिप्पणी आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल, सह संपादक शार्दूल कात्यायन और रिपोर्टर सुमेधा मित्तल शामिल हुईं. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना16:50 - सुर्खियां25:40 - मुकेश चंद्राकर की हत्या 44:30 - दिल्ली में चुनावी जंग 01:15:33- सुमेधा मित्तल की रिपोर्ट्स 01:38:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मासुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलटकनाडा का पूर्व हाईकमिश्नर विकास स्वरुप के साथ बातचीतशार्दूल कात्यायनमुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्टवसीम बरेलवी की किताब - मौसम अंदर बाहर केफिल्म- लम्हेरमन किरपालमुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्टसुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलटन्यूज़लॉन्ड्री कीवायु प्रदूषण कैंपेनसुमेधा मित्तल कारवां पर सागर का लेखन्यूज़लॉन्ड्री कोसब्सक्राइब करे अतुल चौरसिया डॉक्यूमेंट्री - शुगरकेन ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते फिल्मकार अनुराग कश्यप द्वारा अपनी फिल्म केनेडी के भारत में रिलीज़ न होने को लेकर दिए बयान, भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड के पुराने संयत्र से लगभग 337 टन ज़हरीले कचरे के निपटारे संबंधी आदेशों और मॉब लिचिंग एवं नफरती राजनैतिक भाषणों पर चर्चा हुई. इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत सरकार द्वारा सुशासन सूचकांक 2023 को नहीं जारी करने का फैसल आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अजय ब्रह्मात्ज और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “सेंसर बोर्ड जिसका काम सर्टिफिकेट देना है, अब वह सेंसरशिप करने लगा है. अनुराग कश्यप के साथ जो हो रहा है, क्या यह इसी का विस्तार है या यह मुद्दा कुछ और है?”इस मुद्दे पर अजय कहते हैं, “केनेडी, अनुराग की एक अच्छी फिल्म है. लेकिन इस फिल्म के कॉपीराइट्स जिसने खरीद लिए हैं, उसे लग रहा है कि यह फिल्म बाजार में जाने लायक नहीं है. चूंकि दर्शक मिलने का पैमाना आजकल पुष्पा-2 जैसी फिल्मों ने तय किया है. इससे स्वतंत्र सिनेमा को नुकसान हुआ है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और 5:30 - सुर्खियां17:10 - अनुराग कश्यप की फिल्म केनेडी पर चर्चा50:30 - सब्सक्राइबर्स के पत्र01:10:33- भोपाल गैस त्रासदी के ज़हरीले कचरे का निपटान01:39:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएअजय ब्रह्मात्ज फिल्म - फूल का छंद यूनुस खान की किताब - उम्मीदों के गीतकार शैलेन्द्र हृदयेश जोशी मनीषा पांडे द्वारा न्यूज़लॉन्ड्री परराजदीप सरदेसाई का इंटरव्यू संदीप भूषण की किताब - द इंडियन न्यूज़रूम शार्दूल कात्यायन फिल्म - नोस्फेरातू द अटलांटिक पर अपूर्वा मंडावेली का लेख ऑस्कर वाइल्ड की किताब - ओनली डल पीपल आर ब्रिलियंट एट ब्रेकफास्ट जामिया नगर की एक दुकान मगधी बड्स विकास जांगड़ा फिल्म - गर्ल्स विल बी गर्ल्स अतुल चौरसिया टीवी सीरीज़ -चर्नोबिल ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी के साप्ताहिक पॉडकास्ट एनएल चर्चा का ये साल का आखिरी एपिसोड है. इसे और खास बनाने के लिए इस बार हमारे प्रिय श्रोता भी जुड़े. चर्चा में शामिल मेहमानों ने मुद्दों पर तो बात की ही साथ ही श्रोताओं के सवालों और पत्रों का भी जवाब दिया. इस हफ्ते चर्चा में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन और सालभर की महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं पर बातचीत हुई. इसके अलावा पाकिस्तान का अफ़ग़ानिस्तान पर हवाई हमला, लॉटरी किंग मार्टिन की ईडी द्वारा ज़ब्त डिवाइसेज़ का डाटा कॉपी करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की रोक, खजुराहों में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीन नदियों को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट का शिलान्यास, मनु भाकर का नाम राष्ट्रीय पुरस्कारों की सूची में शामिल नहीं होने, दिल्ली पुलिस का दावा- अवैध रूप से दिल्ली में रहने वाले बांग्लादेशियों की हुई पहचान और दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़ने वाले अवैध बांग्लादेशियों के बच्चों की पहचान कर सूची तैयारी करने के निर्देश जैसी ख़बरें भी चर्चा का विषय रहींइस बार चर्चा में आपके प्रिय और शो के नियमित होस्ट अतुल चौरसिया के अलावा बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन ने भाग लिया. चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “मनमोहन सिंह को याद करने की बहुत सारी वजहें हैं. हिन्दुस्तान की राजनीति और समाज का महत्वपूर्ण एक पड़ाव 90 का दशक है. एक तरफ मंडल था, मंदिर था और दूसरी तरफ मार्किट. मार्केिट के अगुआ मनमोहन सिंह थे. दूसरा दौर, जब वे दस साल तक प्रधानमंत्री के रूप में काबिज रहे. जिसमें अलग- अलग लोग उन्हें अलग-अलग तरह से देख रहे हैं.”मनमोहन सिंह को लेकर हृदयेश जोशी कहते हैं, “भारत का जो आर्थिक परिदृश्य है उसमें उनकी छाप थी. 1991 आते-आते वे एक बहुत ही पके हुए प्रशासक बन चुके थे. भले उन्हें एक एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कहा जाने लग लेकिन उन्हें बेहद क़रीब से कवर करने पर मैं कह सकता हूं कि वे एक मंझे हुए राजनेता भी थे.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और सुर्खियां16:40 - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सफर 1:08:00 - साल 2024 में हुए राजनीतिक बदलाव 01:22:04- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी फिल्म - इनसाइड जॉब मनमोहन सिंह की बायोग्राफी - स्ट्रिक्टली पर्सनल स्मिता शर्मा श्याम बेनेगल पर लेख फिल्म - ब्रेड एंड रोज़ेज़ शार्दूल कात्यायन फिल्म- सूरज का सातवां घोडामानव कौल की किताब - प्रेम कबूतर फिल्म - द ग्रे अतुल चौरसिया श्याम बेनेगल की सीरीज - भारत एक खोज श्याम बेनेगल की सीरीज- संविधानट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते संसद में हुए बवाल संसद परिसर में हुई सांसदों के बीच कथित धक्का-मुक्की के अलावा भारतीय संविधान की 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा समेत डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान के बाद उठे बवाल पर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा संसद में एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक प्रस्तुत करने के दौरान व्हिप जारी होने का बावजूद अनुपस्थित रहे बीजेपी के 20 सांसद, उमर खालिद को एक शादी में शामिल होने के लिए सात दिन की ज़मानत, यूपी सरकार की मीडिया संस्थानों को कुंभ को लेकर 70 विषयों पर सकारात्मक कवरेज करने की अपील, और फिर से खराब श्रेणी में पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा आदि ख़बरें चर्चा का विषय बनी रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार रूही तिवारी और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और स्तंभकार आनंद वर्धन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते सीरिया में विद्रोह के बाद राष्ट्रपति बशर अल असद के देश छोड़कर भागने के बाद उपजे हालातों, इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव के विवादित भाषण, इंडिया ब्लॉक की पार्टियों के बीच नेतृत्व को लेकर उठी चर्चा और बेंगलुरू के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के खुदकुशी करने के बाद दहेज क़ानून के दुरुपयोग को लेकर उठे सवालों पर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते स्वर्ण मंदिर के बाहर पंजाब के शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले और कॉप29 संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन 2024 को लेकर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान आईजीएसटी की डायरेक्टर ज़रीन ओशो, वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और शिव इन्दर सिंह ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए... Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते संभल में हुई हिंसा और शाही जामा मस्जिद विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा नतीजों और संविधान की प्रस्तावना में शामिल समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी बात हुई. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान सुप्रीम कोर्ट के वकील संतोष पॉल और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और अवधेश कुमार चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते गौतम अडाणी के खिलाफ अमेरिकी अदालत में चलाए गए अभियोग और उत्तर प्रदेश उपचुनाव विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार रवि नायर और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और आनंदवर्धन चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते महाराष्ट्र में चल रहे चुनावों के बीच एनसीपी के नेता अजित पवार के बयान के बाद उठे विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो बैठक हुई उसमें गौतम अडाणी मौजूद थे. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर के जरिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों को लेकर भी बातचीत हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते अमेरिकी चुनाव के नतीजों और डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी के निहितार्थों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा नागरिकों की निजी संपत्ति को लेकर दिए गए फैसले और उत्तर प्रदेश सरकार की बुलडोज़र नीति पर कोर्ट के आदेश पर भी बात की गई. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट अमित दुबे और वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार कुसुम अरोड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक राम किरपाल और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते बढ़ता वायु प्रदूषण और भारत-चीन सीमा विवाद समझौते को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा वायु प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली और हरियाणा सरकार को फटकार, ब्रिक्स के पार्टनर देशों में पाकिस्तान को जगह नहीं, जस्टिस संजीव खन्ना देश के नए चीफ जस्टिस होंगे, ओडिशा में दाना चक्रवात और भारत-कनाडा विवाद आदि विषय भी हफ्तेभर चर्चा का विषय रहे. चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, पर्यावरण विश्लेषक और एन्वायरो कैटलिस्ट के संस्थापक सुनील दहिया और इंडियन एक्सप्रेस की संपादक निरुपमा सुब्रमण्यम शामिल हुईं. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सहायक संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और भारत एवं कनाडा के बीच संबंधो में आए तनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के जन्मदिन, उद्योगपति रतन टाटा के निधन, हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ-साथ हरियाणा विधानसभा चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते पश्चिम एशिया में जारी हिंसा और कई केंद्र शासित प्रदेशों की प्रदूषण कंट्रोल कमेटी में पिछले 10 सालों से खाली पदों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.इसके अलावा असम के कामरूप जिले में प्रशासन द्वारा 250 से अधिक मकान ध्वस्त, बीते 25 सितंबर को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण संपन्न, पश्चिम एशिया में जारी तनाव जिसमें करीब 558 लोगों की मौत और 1800 से ज्यादा लोग घायल और फिलिस्तीन के रमाला में इजरायली सैनिक की अल जजीरा ब्यूरो में घुसपैठ कर उसे बंद करने की धमकी देने जैसी खबरें प्रमुख रहीं.इसके अलावा उत्तर प्रदेश में खाने-पीने की जगहों पर नेम प्लेट लगाने का आदेश, क्लाइमेट क्राइसिस एडवाइजरी ग्रुप द्वारा जारी एक रिपोर्ट में पर्यावरणीय बदलाव से निपटने के लिए भारत को बेहतर निगरानी और परीक्षण के तरीके अपनाने और संबंधित तंत्र में सुधार की जरूरत, बदलापुर घटना के आरोपी की पुलिस एनकाउंटर में मौत और श्रीलंका में सत्ता परिवर्तन जैसी खबरों ने भी लोगों का ध्यान खींचा.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान विदेश मामलों के वरिष्ठ पत्रकार इफ़्तिख़ार गिलानी, स्वतंत्र पत्रकार स्मिता शर्मा, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी शामिल हुए. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “पश्चिम एशिया में पिछले एक सप्ताह से जारी हिंसा को रोकने के लिए शांति प्रस्ताव की पेशकश को इजरायल लगातार ठुकरा रहा है. इजराइल के इस रवैये के कारण आखिर यह संघर्ष किस दिशा में जाता दिखाई दे रहा है?”इस सवाल के जवाब में इफ़्तिख़ार कहते हैं, “अमेरिका, फ्रांस इत्यादि देशों ने 22 दिन के युद्ध विराम की अपील की थी लेकिन नेतन्याहू ने इस अपील को खारिज कर दिया. नेतन्याहू किसी भी हालत में अमेरिकी चुनाव से पहले जंग खत्म नहीं होने देना चाहते हैं, जिस दिन चुनाव खत्म होगा नेतन्याहू को अपना बोरिया बिस्तर समेटना होगा.”सुनिए पूरी चर्चा -टाइमकोड्स 00:36 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 04:30 - सुर्खियां20:37 - पश्चिम एशिया में जारी हिंसा 01:03:09 - केंद्र शासित प्रदेशों की पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी में खाली पद 59:37 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:18:01 - सलाह और सुझाव ट्रांसक्रिप्शन: संध्या वत्सप्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार/आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाने की चर्चाओं, कर्नाटक में प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमले और आईएएस पूजा खेडकर पर लगे कदाचार के आरोपों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.इसके अलावा हफ्ते की प्रमुख सुर्खियों में उत्तर प्रदेश चुनावी हार को लेकर बीजेपी का मंथन, बांग्लादेश में चल रहे छात्र आंदोलन में 15 लोगों की मौत, हरिद्वार से दिल्ली के कांवड़ यात्रा रूट में दुकानदारों को अपने नाम की तख्ती लगाने के आदेश और एयर इंडिया की 600 पदों की नौकरियों के लिए लगभग 50 हजार युवाओं की भीड़ जुटने की ख़बरें शामिल रहीं. इस हफ्ते की चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, सबा नकवी, द न्यूज़ मिनट की एडिटोरियल हेड पूजा प्रसन्ना, प्रभात खबर के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख प्रकाश के रे शामिल हुए. वहीं चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “यूपी में नेतृत्व बदलने को लेकर तमाम तरह की कहानियां सामने आ रही हैं. इस सम्बन्ध में भ्रष्टाचार के मामले, लॉ एंड ऑर्डर की समस्या, आरक्षण में धांधली जैसी बातें आ रही हैं. बीजेपी के एक एमएलए ने पिछले 42-45 सालों में सबसे अधिक भ्रष्टाचार होने जैसे बयान दिए तो वहीं एक अन्य एमएलए फतेह बहादुर सिंह अपनी जान की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल आरक्षण के लाभों के दुरूपयोग पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखती हैं. चुनाव में भी बीजेपी की हार हुई है. क्या इन सब घटनाओं देखते हुए योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता जैसे कभी राम बाबू गुप्ता और कल्याण सिंह को हटाया गया था?”इस सवाल के जवाब में सबा कहती हैं, “ अगर आरएसएस योगी को हटाता है तो इससे सामाजिक न्याय का सन्देश जाएगा. साथ ही ये भी लगेगा कि वो हिंदुत्व के मुद्दे से हट गई है. क्या इस चीज़ को आरएसएस मंजूर कर पाएगा?”हार के कारणों पर बोलते हुए सबा कहती हैं, “ये चुनाव नरेन्द्र मोदी के नाम पर लड़ा गया था. समाजवादी पार्टी ने जहां जमीनी स्तर पर चुनाव लड़ा तो वहीं बीजेपी ने शो ऑफ किया. बेरोजगारी, भूख, महंगाई जैसे मुद्दों पर कोई कदम नहीं उठाए.” सुनिए पूरी चर्चा -टाइमकोड्स 00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 03:47 - सुर्खियां 18:32 - डोनाल्ड ट्रंप पर हमला 35:00 - सीएम योगी आदित्यनाथ का पद संकट में? 01:09:35 - कर्नाटक में प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा 01:31:52 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी प्रियदर्शन का निबंध संग्रह - जो हिंदुस्तान हम बना रहे हैंपूजा प्रसन्नात्रिपुर दमन सिंह की किताब- द सिक्सटीन स्टोर्मी डेज़अरविंद नारायण की किताब- इण्डियाज अनडिकलेयर्ड इमरजेंसी द न्यूज़ मिनट का कार्यक्रम- लेट मी एक्सप्लेन (प्रति शुक्रवार)प्रकाश के रेफिल्म: महाराजा टोनी जूट की किताब- यूरोप का इतिहास 1945 से अतुल चौरसिया फिल्म- ओपनहाइमर ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ अली इकराम Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के एक महत्वपूर्ण फैसले में सीआरपीसी की धारा 125 के तहत मुस्लिम महिला को अपने पति से गुज़ारे भत्ते के लिए मिले कानूनी अधिकार पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा मुंबई के हिट एंड रन केस और दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति लागू करने के प्रस्ताव पर भी बात हुई. हफ्ते की प्रमुख सुर्खियों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी मामले में अरविन्द केजरीवाल को अंतरिम जमानत, जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में कई जवानों की शहादत, लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर डबलडेकर बस की टक्कर से 18 लोगों की मौत, यूपी के शामली में नए कानून के तहत पत्रकारों की गिरफ्तारी का पहला मामला, ब्रिटेन और फ्रांस में हुए आम चुनाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा आदि शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मृति शर्मा, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नबीला जमील और वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सूर्यवंशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने कियाचर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “क्या सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं को गुज़ारे भत्ते के इस कानून को लाने में देरी कर दी या ये कोई गैरजरूरी हस्तक्षेप है, जैसी चीजें अब तक चल रही थी वैसी चलनी चाहिए थी?”इस सवाल के जवाब में नबीला कहती हैं, “सुप्रीम कोर्ट ने न देरी कि है,न कुछ नया किया है. रिपोर्टिंग में चीजें ऐसी दिखाई दे रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ नया क्रिएट किया है. लेकिन ये चीजें पहले से रही हैं. उन्होंने साल 1920 के जस्टिस कृष्णा अय्यर के जजमेंट के विषय में बात करते हुए कहा कि इसी जजमेंट में यह कहा गया था कि सीआरपीसी की धारा 125 के तहत एक मुस्लिम महिला अपने पति से गुजारा भत्ता मांग सकती है.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइमकोड्स 00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 00:04 - सुर्खियां 13:40 - गुजारा भत्ते के अधिकार पर बातचीत 41:34 - दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति पढ़ाने का प्रस्ताव01:01:50 - हिट एंड रन मामला 01:17:25 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:24:25 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएनबीलाधारा 125 पर सुप्रीम कोर्ट का जजमेंटस्मिता शर्मास्मिता शर्मा का यू ट्यूब चैनलसुधीर सूर्यवंशी डी एन झा की किताब द मिथ ऑफ़ होली काउबी आर अम्बेडकर की किताब द अनटचेबल विकासनाटक धर्मक्षेत्र अतुल चौरसिया फिल्म - महाराज संतोष सिंह की किताब - द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉइस ऑफ़ द वाइसलेस ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ़ अली इकराम Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते हाथरस में हुए हादसे, नए आपराधिक कानूनों और संसद के सत्र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में बिहार में दस निर्माणाधीन पुलों का गिरना, संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच ज़बरदस्त बहस, एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया द्वारा संसद में पत्रकारों की आवाजाही फिर से बहाल करने की मांग, हेमंत सोरेन ने फिर से ली झारखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और उत्तर पूर्व भारत में भारी बारिश और भूस्खलन का प्रकोप आदि शामिल रहीं.वहीं, पश्चिम बंगाल उत्तर दिनाजपुर ज़िले में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्त्ता ताजीमुल इस्लाम द्वारा एक प्रेमी जोड़े की पिटाई, ब्रिटेन में लेबर पार्टी की अभूतपूर्व जीत और भारत की 20-20 वर्ल्ड कप में जीत आदि सुर्खियों ने भी लोगों का ध्यान खींचा. इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, एडवोकेट मानसी वर्मा और सुप्रीम कोर्ट के वकील अनस तनवीर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अनमोल प्रितम और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “हाथरस का पूरा घटनाक्रम क्या था? बाबा कौन थे और उनकी उस इलाके में कैसी छवि है?”इन सवालों के जवाब में ग्राउंड पर मौजूद रिपोर्टर अनमोल बताते हैं, “हाथरस और आस-पास के जिलों में भोले बाबा बेहद लोकप्रिय हैं और उनके भक्त लाखों में हैं. हमें कुछ ऐसे लोग भी मिले जो कहीं जा रहे थे, रास्ते में उन्हें पता चला कि भोले बाबा का सत्संग है तो वह भी शामिल हो गए. इस कार्यक्रम में 80 हजार लोगों को शामिल होने की अनुमति थी लेकिन लगभग 2 लाख से ज्यादाा लोग शामिल हुए.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00:00 - 04:51 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 04:55 - 28:36 - सुर्खियां28:40 - 54:05 - हाथरस हादसा और अंधविश्वास54:06 - 1:26:00 - नए आपराधिक कानून 1:26:00 - 1:33:05 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 1:33:05 - 1:51:05 - मध्यप्रदेश में चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज'1:51:05 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमानसी वर्मा अरुंधति रॉय की किताब - द हैंगिंग ऑफ़ अफ़ज़ल गुरु अनस तनवीर श्रीलाल शुक्ल की किताब - राग दरबारी काशीनाथ सिंह की किताब - काशी का अस्सी शार्दूल कात्यायन कार्ल सेगन की किताब - डेमोन हॉन्टेड वर्ल्ड टीवी सीरीज - कॉसमॉस प्रशांत सागर की कविता - गुप्त प्रेम पत्र अतुल चौरसियामुश्ताक़ अहमद युसुफी की किताब -खोया पानी हृदयेश जोशी रस्किन बांड की रस्टी सीरीज अनमोल की हाथरस से रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ अली इकराम Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते असम में आई बाढ़, दिल्ली में हुई बारिश और 18वीं लोकसभा के पहले सत्र पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नीट मामले में सीबीआई द्वारा दो लोगों की गिरफ़्तारी, सीबीआई ने एक्साइज पॉलिसी मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, अट्ठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत, ओम बिरला फिर चुने गए लोकसभा अध्यक्ष और राहुल गांधी बने विपक्ष के नेता आदि खबरें भी चर्चा में रहीं. इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, ईश्वर और अमित कुमार ने शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रबंध संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन विकास जांगड़ा ने किया.चर्चा का संचालन करते हुए विकास कहते हैं, “संसद का सत्र शुरू हो चुका है, ओम बिरला फिर से अध्यक्ष चुन लिए गए, दस साल बाद हमने देखा कि विपक्ष का नेता भी है लेकिन जैसे ही सत्र शुरू हुआ सोमवार तक के लिए स्थगित भी हो गया.”स्मिता इस विषय पर अपने विचार रखते हुए कहती हैं, “विपक्ष का रुख़ इस बार ज़्यादा आक्रामक होगा, वहीं ओम बिरला जी को नॉमिनेट करने के कई निहितार्थ हैं. यह वही अध्यक्ष हैं जिनके रहते 150 सांसदों का निलंबन हुआ. वहीं, पीएम मोदी ने कैबिनेट के चेहरों में भी कोई खास बदलाव नहीं किया. वह संदेश देना चाहते हैं कि कुछ नहीं बदला है.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00 - 02:25 - इंट्रो एवं ज़रूरी सूचना02:30 - 04:28 - सुर्खियां04:30 - 35:35 - असम में बाढ़ से बिगड़े हालात 35:36 - 01:04:46 - संसद का नया सत्र 01:04:46 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा संकर्षण ठाकुर का लेख - शैडोई विक्टिमहुड: इंदिरा फाइंड्स रिफ्लेक्शन इन नरेंद्र मोदी ईश्वर वेब सीरीज - मामला लीगल है अमित कुमार डॉली किकॉन किताब - लिविंग विद आयल एंड कोलरमन किरपाल फिल्म - महाराज विकास जांगड़ाफिल्म - महाराजअसम में बाढ़ के इतिहास पर लेखट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में बदलाव और मध्यप्रदेश में ग्यारह घरों पर चले बुलडोज़र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में अरविंद केजरीवाल को ज़मानत मिलने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट से ज़मानत पर रोक, नेट का पर्चा लीक होने के बाद परीक्षा की गई रद्द, वर्क परमिट रिन्यू नहीं होने के चलते फ़्रांसिसी पत्रकार को 13 साल भारत में पत्रकारिता करने के बाद छोड़ना पड़ा देश, राहुल गांधी ने वायनाड लोकसभा से दिया इस्तीफ़ा और भीषण गर्मी के चलते दिल्ली में करीब 400 मौतें और बिजली की मांग ने तोड़े कई रिकॉर्ड आदि शामिल इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर और यूट्यूबर रविकांत किसाना और वरिष्ठ पत्रकार कल्पना शर्मा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सीनियर रिपोर्टर प्रतीक गोयल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “बारहवीं की किताब में अयोध्या से जुड़े पाठ को और ग्यारहवीं की किताब में माइनॉरिटी अपीज़मेंट से जुड़े खंड में बदलाव किया गया है.” रविकांत से सवाल करते हुए अतुल कहते हैं “यह पूरा विवाद क्या है जिस पर योगेंद्र यादव ने टिप्पणी की है?”रविकांत जवाब देते हुए कहते हैं, “एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव का मुद्दा कोई नया नहीं है और यह बहुत समय से हो रहा है और आगे भी होगा, अभी जो मुद्दा है कि पोलिटिकल साइंस की किताबों में बदलाव किया गया है, जिसमें बाबरी और अयोध्या से जुड़े खंड में बदलाव किया है, मेरे लिए बतौर शिक्षक इस बदलाव से ज़्यादा इसके पीछे का जो कारण बताया गया है, वह समस्या पैदा करने वाला है.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00 - 04:04 - इंट्रो 04:04 - 16:53 - सुर्खियां16:53 - 18:26 - ज़रूरी सूचना 18:27 - 1:02:18 - एनसीईआरटी की किताबों के पाठ्यक्रम में बदलाव 1:02:25 - 1:19:52 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 1:19:52 - मध्यप्रदेश में चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज'1:49:20 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएरविकांत नरेंद्र मोदी की किताब एग्जाम वॉरियर्स कल्पना शर्मा हरिशंकर परसाई का निबंध - भक्त से भेंट डॉक्यूमेंट्री - प्रिटेंड इट्स अ सिटी द गार्डियन पर ओलिवर बर्कमैन का कॉलम हृदयेश जोशी कान्त की मोरल थ्योरी अतुल चौरसिया कॉमिक पत्रिका - कश्मीर की कहानी विकास जांगड़ा मोनू मानेसर पर न्यूज़लॉन्ड्री की डॉक्यूमेंट्र सीजेपी का गौहत्या कानूनों पर लेख ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते नीट यूजी के पेपर लीक और जम्मू कश्मीर में हुई आतंकवादी घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लाल किले पर हमले के मामले में लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ की दया याचिका ख़ारिज, उड़ीसा में पहली बार बनने जा रही बीजेपी सरकार, चंद्रबाबू नायडू ने ली आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ, आरएसएस प्रमुख और एक अन्य नेता का मौजूदा सरकार और बीजेपी को लेकर बयान, आरएसएस के नेता शांतनु सिन्हा ने बीजेपी आईटी प्रमुख अमित मालवीय पर लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप और अरुणाचल प्रदेश में चीन ने कई गांवों के नामों में किया बदलाव, जिसके बाद भारत सरकार का तिब्बत में 30 जगहों के नाम बदलने को लेकर विचार आदि शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में इंडियन एक्सप्रेस की सीनियर सब एडिटर दीक्षा टेरी, जम्मू से वरिष्ठ पत्रकार ज़फर चौधरी और एमबीबीएस डॉक्टर व आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पाण्डे शामिल हुए . इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “पटना में इस मामले को लेकर एक एफआईआर दर्ज हुई थी, जो जांच का विषय है. इस बार के जो नतीजे हैं, उसमें पहली बार कुछ अलग आंकड़े आए हैं, 67 छात्रों ने 720 नंबरों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है. 2023 में केवल 2 और 2022 में केवल 1 छात्र ने यह कीर्तिमान स्थापित किया था. यह बहुत सारे सवाल खड़े करता है.”इस मामले में अपनी बात रखते हुए दीक्षा कहती हैं, “इस बार 23 लाख से ऊपर बच्चों ने रजिस्टर किया और 22 लाख बच्चे पास हुआ हैं. एनटीए का कहना है कि पेपर आसान था. हालांकि, पेपर इतना भी आसान नहीं था कि सीधे 67 बच्चे टॉप करेसुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00:00 - 03:20 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:20 - 08:45 - सुर्खियां11:30 - 56:03 - नीट पेपर लीक विवाद 56:04 - 1:21:45 - जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं 1:21:45 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएदीक्षा टेरीवरुण ग्रोवर की फिल्म ऑल इंडिया रैंक विवेक पांडे कोटा में तैयारी करने वाले छात्रों पर डॉक्यूमेंट्री ज़फर चौधर रोबर्ट डी कैप्लन की किताब द ट्रैजिक माइंड डिस्पैच पर लेख - नोट्स फ्रॉम माई लास्ट डायरी रमन किरपाल द हिन्दू का लेख - द नीट शीटर्स न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़ अतुल चौरसिया न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़नेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री -हिटलर एंड द नाज़ीज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते आम चुनावों के नतीजों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय इन चुनावों में समाजवादी पार्टी का उत्तर प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, और तमिलनाडु में मद्रास हाई कोर्ट ने सभी ट्रांसजेंडर्स को समस्तरीय रूप से आरक्षण देने का दिया आदेश आदि रहेइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार अनीता कात्याल और हृदयेश जोशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिनंदन सेखरी, स्तंभकार आनंद वर्धन और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “गठबंधन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार बनने वाली है. मुसलमानों को आरक्षण देने की बात करने वाली तेलगु देशम पार्टी हो, तो क्या नरेंद्र मोदी की राह इतनी आसान होने वाली है?” इस विषय पर अपने विचार रखते हुए हृदयेश कहते हैं, “यह एक वास्तविकता है कि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है लेकिन उनके पास इतनी ज़्यादा सीटें हैं कि वह बहुत ज़्यादा परेशान नहीं होंगे जैसे कि कांग्रेस की सरकार जो यूपीए 2 थी उसमें 206 सीटें थीं और यूपीए वन में लेफ्ट का 60 सीटों का ब्लॉक था.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00 - 03:15 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:15 - 11:30 - सुर्खियां11:30 - 48:22 - एनडीए सरकार की चुनौतियां 46:22 - 1:14:40 - असफल एग्जिट पोल्स और मार्केट पर असर 1:34:15 - 1:46:15 - बहुजन समाज पार्टी और मायावती का पतन 1:46:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएअनीता कात्यालड्रामा सीरीज अ जेंटलमैन इन मास्को और द टैलेंटेड मिस्टर रिप्ली हृदयेश जोशी फ्रांज़ काफ्का की बायोग्राफी काहिंदी अनुवाद अभिनन्दन सेखरी एनडीए की पार्लियामेंट्री मीट आनंद वर्धन त्रिपुर्दमन सिंह की किताब - सिक्सटीन स्टॉर्मी डेज शार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइ करें पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का इंटरव्यू अतुल चौरसिया सोहन लाल द्विवेदी की कविता - कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती न्यूज़लॉन्ड्री की लाइव इलेक्शन रिजल्ट्स कवरेज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते जानलेवा होती जा रही गर्मी और सातवें चरण के चुनावों को लेकर चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय गुजरात के एक गेम जोन और दिल्ली में बच्चों के एक अस्पताल में लगी आग, सेक्स स्कैंडल केस में प्रज्ज्वल रेवन्ना गिरफ्तार, और पूर्वोत्तर भारत में रीमल नामी चक्रवाती तूफ़ान से आई तबाही के अलावा भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के गाड़ियों के क़ाफ़िले से 2 लोगों की मौत आदि रहइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, तमल साहा और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट के लीड कंसलटेंट अविकल सोमवंशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “मैंने व्यक्तिगत तौर पर यह महसूस किया है कि इस बार गर्मी में खास बात यह है कि रात को भी तापमान नीचे नहीं जा रहा. इसके पीछे कारण क्या हैं?”अविकल इस सवाल के जवाब में कहते हैं, “मैंने भारत के 6 महानगरों का पिछले 20 सालों का डाटा देखा. जिसमें यह काफी स्पष्ट रूप से नज़र आ रहा है कि सदी की शुरुआत में दिल्ली में दिन के मुक़ाबले रात को तापमान 12 से 14 डिग्री नीचे होता था लेकिन पिछले दो सालों से यह बस 8 या 9 डिग्री जा रहा है. यह खतरनाक भी है. इससे इंसान की काम करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार रात की गर्मी दिन की गर्मी से ज़्यादा खतरनाक है.सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 02:45 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:45 - 11:30 - सुर्खियां11:30 - 46:22 - जानलेवा होती गर्मी 46:22 - 1:28:40 - सातवें चरण का चुनाव 1:28:40 - 1:23:15 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 1:36:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा स्वतंत्र मीडिया को सहयोग देंरेड माइक चैनल पैर सौरभ शुक्ला की रिपोर्ट्स अविकल सोमवंशी सेंटर फॉर साइंस की हीट वेव पर रिपोर्ट तमल साहा न्यूज़लॉन्ड्री की चुनावी कवरेज तमल साहा की न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़ द ट्र विकास जांगड़ वेब सीरीज : लॉ एंड आर्डर मुग़ले आज़म का गीततेरी महफ़िल में क़िस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगेरमन किरपाल न्यूज़लॉन्ड्री के रिपोर्टरबसंत कुमार की चुनावी कवरेज इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट : व्हेन अ वेडिंग काल्ड ऑफ ओवर अ किसवेब सीरीज: स्कूल ऑफ़ लाइज शार्दूल कात्यायनवेब सीरीज : फॉल आउट फिल्म: जाने भी दो यारों बीबीसी की रिपोर्ट: क्लाइमेट चेंज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनावों की सरगर्मी और पुणे में हुआ सड़क हादसा रहे. इसके अलावा हफ्तेभर में चुनाव आयोग द्वारा फिर देरी से जारी किए गए पांचवे चरण के मतदान के आंकड़ों और सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर हो रही सुनवाई, स्वाति मालीवाल के आरोप के बाद विभव कुमार की गिरफ्तारी, फर्रुखाबाद के वायरल वीडियो के बाद ईवीएम पर आठ वोट डालने के आरोप में भाजपा नेता के बेटे की गिरफ़्तारी, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत, जम्मू कश्मीर में भाजपा से जुड़े पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या, उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप और सिंगापुर में टर्बुलेन्स में जहाज़ फंसने के कारण एक व्यक्ति की मौत आदि सुर्खियों ने भी चर्चा बटोरी.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और नदीम इनामदार शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.पुणे में हुई रैश ड्राइविंग की घटना से चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “घटना के बाद नाबालिग को ज़मानत मिल गई लेकिन लोगों में उठे आक्रोश के बाद नाबालिग के पिता को गिरफ्तार किया गया और दादा के भी अंडरवर्ल्ड से संबंध नज़र आए. ऐसी घटनाओं को कवर करने वाले पत्रकारों का मानना है कि इसमें ज़्यादा कुछ नहीं होगा क्योंकि हमारा क़ानून इसमें सख्ती से सजा नहीं देता.”इस विषय पर टिपण्णी करते हुए हृदयेश कहते हैं, “शराब पीकर गाड़ी चलाने को हमारे देश में गंभीरता की काफी कमी है जबकि विदेशों में इस लेकर सख़्त नियम बनाए गए हैं. यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना शोर मचाना यह एक फैशन है. इसमें सिर्फ कार ड्राइवर्स नहीं हैं बस और ट्रक ड्राइवर्स के लिए भी यह एक सामान्य बात है.”चर्चा में छठे चरण के मतदान के मद्देनज़र राजनीतिक मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई-सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 03:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:02 - 08:00 - सुर्खियां08:00 - 34:50 - पुणे कर हादसा 34:50 - 43:22 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 43:22 - 1:23:15 - लोकसभा चुनाव और चुनाव आयोग 1:23:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट कचुनावी कवरेज आनंद वर्धन प्रणय रॉय और दोराब सुपारीवाला की किताब- वर्डिक्ट विकास जांगड़ा नेटफ्लिक्स पर स्कूप डाक्यूमेंट्रीहरियाणा से बसंत कुमार की रिपोर्ट शार्दूल कात्यायनलल्लनटॉप की कन्नौज से रिपोर्टफिल्म: लॉ अबाइडिंग सिटिज़ ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंटरव्यू में दावा करना कि वो कभी हिन्दू-मुसलमान यानि सांप्रदायिक बातें नहीं करते, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का आरोप कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके साथ हुई अभद्रता आदि रहे. इसके अलावा मुंबई में 13 मई को होर्डिंग गिरने से हुआ हादसा पर भी विस्तार से बात हुई. इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और यूट्यूबर सोहित मिश्रा शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.मुंबई में होर्डिंग गिरने से हुए हादसे से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “हमारे शहरों का इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा है कि कभी होर्डिंग गिर जाती है तो कभी भारी बारिश से सड़कें असुरक्षित हो जाती हैं. महानगरों में इन सभी खामियों को देखकर आगे बढ़ने की प्रवत्ति पनप रही है, उस पर कोई दूरगामी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती?”सोहित इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहते हैं, “बॉम्बे म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) का अकेले का बजट इस साल सात हज़ार करोड़ था, जो कई राज्यों के बजट से ज़्यादा है. लेकिन जब ऐसा कोई हादसा होता है तो हमने यह देखा है कि बीएमसी सबसे पहले हाथ उठा लेती है. इस केस में भी ऐसा ही हुआ क्योंकि यह ज़मीन रेलवे की थी. जैसे ही लोगों की मौत हुई बीएमसी ऑफिसियल ने कहा कि हमने तो इजाज़त दी नहीं, इजाज़त रेलवे वालों ने दी.”सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 03:10 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:02 - 11:30 - सुर्खियां11:40 - 38:10 - मुंबई में हुआ होर्डिंग हादसा और प्रशासन की लापरवाही 38:11 - 1:03:22 - पीएम मोदी का बयान और रीढ़विहीन मीडिया 1:03:22 - 1:18:15 - स्वाति मालीवाल विवाद 1:18:49 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसोहित मिश्रा मेहदी हसन की किताब- विन एव्री ऑर्गुमेंट स्मिता शर्मा द गार्डियन पर अमित शाह की प्रोफाइल शार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री परश्रीनिवासन जैन की बृजभूषण सिंह के साथ बातचीतलल्लनटॉप की चुनावी यात्रा में कार्यक्रम - किरदार कन्नौज के रमन किरपाल सुशील मोदी की स्मृति में इंडियन एक्सप्रेस पर उनके बेटे का लेख और न्यूज़लॉन्ड्री पर आनंदवर्धन का ले हॉट स्टार पर डाक्यूमेंट्री: लेट इट बी अतुल चौरसियाउत्तराखंड के वनों में लगी आग पर ह्रदयेश जोशी की ग्राउंड रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.