Safar Yadon Ka

Follow Safar Yadon Ka
Share on
Copy link to clipboard

Please support the podcast: https://amzn.to/2DpbiLL Sushil Bharti is a short story writer, storyteller, director Broadcasting in Radio Noida. He is a prolific film screen writer, speaker and mentor. SAFAR YADON KA is a platform where one can find stories of relationship, life, love and hate. This podcast is supported by Radio Noida 107.4fm community Radio. Send your stories on sushil.bharti@radionoida.fm. Support this podcast: https://anchor.fm/aap https://anchor.fm/sushil-bharti08/support

Sushil Bharti


    • Nov 24, 2020 LATEST EPISODE
    • infrequent NEW EPISODES
    • 24m AVG DURATION
    • 81 EPISODES


    Search for episodes from Safar Yadon Ka with a specific topic:

    Latest episodes from Safar Yadon Ka

    कफन रीमिक्स- पंकज मित्र (Epi-81)

    Play Episode Listen Later Nov 24, 2020 22:48


    दूर दराज ग्रामीण भारत में आज भी व्यवस्था दशकों बाद भी जैसे वहीं रुकी हुई है। ऐसा लगता है हालात और स्थितियां वही है बस चरित्र बदल गए हैं। क्या कभी इस भ्रष्ट व्यवस्था से समाज को छुटकारा मिल पाएगा? कब तक दशकों पहले के समाज की मानसिकता की पुनरावृति होती रहेगी? --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    कब्र का मुनाफा - तेजेंद्र शर्मा (Epi- 80)

    Play Episode Listen Later Nov 18, 2020 30:35


    वतन के उस पार की एक दुनिया। जीवन भर स्टेटस और ऊंचा मकाम हासिल करने की ख्वाहिश। इस बीच ज़िन्दगी कहीं हाथ से फिसली जाती है। पैसा कमाने की लत और रास्ते फिर उन्हें एक ढर्रे पर डालना चाहते हैं और पैसा कमाने हसरतें सर उठाती है। लेकिन इसके आगे क्या? --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    बावड़ी - कविता - (Epi- 79)

    Play Episode Listen Later Nov 13, 2020 39:37


    स्वयं से बेटी तक के सफर में कुछ डर और आशंकाएं। रिश्तों पर अविश्वास। पल प्रतिपल संदेहों को टटोलती और स्मृतियां में डूबती उतराती एक संवेदशील कहानी। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    दादी मुल्तान और टच एंड गो-तरुण भटनागर-भाग-2(Epi-78)

    Play Episode Listen Later Nov 8, 2020 24:24


    विभाजन की त्रासदी और दादी के मन में बसा मुल्तान शहर, मनुष्य के द्वारा खीची गई दो देशों के बीच लकीरों को नकारती हैं। दादी के पास कहने के लिए बहुत कुछ नहीं था। पर उसके पास मुल्तान की बातें थी। वह मुल्तान के साथ रही इच्छा ये की उसके बाद भी मुल्तान किसी के मन में ज़िंदा रहे। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    दादी मुल्तान और टच एंड गो- तरुण भटनागर - भाग-1(Epi-77)

    Play Episode Listen Later Nov 8, 2020 25:12


    इस दुनिया में सिर्फ औरत को ही अपना घर छोड़ना पड़ता है। जानवरों के पास भी यह हक है कि वे अपने इलाके को नहीं छोड़ते। दादी के मन में भी एक शहर बसता है। जाने क्या है यह रिश्ता। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    खिला है ज्यों बिजली का फूल-भाग-2-राकेश बिहारी (Epi- 76)

    Play Episode Listen Later Nov 4, 2020 25:56


    सम्बन्धों में सम्मान और प्रेम की कमी एक अजीब खालीपन पैदा करती है। संबंध वक्त के मोहताज नहीं, वे अपना रास्ता बना ही लेते है जहां उन्हें अपने लिए उर्वरा ज़मीन मिलती है। इंसान को जहां प्रेम और सम्मान मिलता है फिर भले ही आप लाख सामाजिक व्यवहार और संस्कार की बात क्यों ना करें।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    खिला है ज्यों बिजली का फूल- भाग -1 -राकेश बिहारी (Epi- 75)

    Play Episode Listen Later Nov 3, 2020 26:48


    वैवाहिक जीवन और प्रेम दो अलग धरातल हैं। साथ रहकर भी क्या साथ रहते हैं लोग? क्या है जो ढूंढते हैं अपने मन का, जहां खोल दे मन के द्वार और जी लें थोड़ा सा जीवन, आज के लिए। वर्तमान संबंधों में नए अर्थ ढूंढती एक एक बेहरीन कहानी। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    बि. प्रा. से. - सुशील भारती (Epi- 74)

    Play Episode Listen Later Oct 31, 2020 20:40


    जीवन में कुछ चरित्र अजीब होते हैं। ऐसे ही एक चरित्र हैं मोहन झा। देखें कौन है मोहन झा और क्या है उनका चरित्र। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    बंद कोठरी का दरवाज़ा - रश्मि शर्मा (Epi-73) भाग - 2

    Play Episode Listen Later Oct 28, 2020 29:40


    स्त्री पुरुष संबंधों के दायरों के इतर एक तबका है, जिसे अपनी पहचान, अपनी प्रवृति, और प्रेम को छुपाना पड़ता है। अब कानून में बदलाव से थोड़ी राहत मिली है लेकिन क्या समाज से भी? --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    बंद कोठरी का दरवाजा - रश्मि शर्मा (Epi-72) भाग-1

    Play Episode Listen Later Oct 27, 2020 29:28


    भारतीय समाज में आज भी स्त्री पुरुष संबंधों को ही मान्यता है। इसके इतर संबंधों की बात सोच पाना या जीवन में उसे सहजता से ले पाना आज भी एक बड़ी चुनौती है। लेकिन सच पे पर्दा कब तक? --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    सैनिक और बंदूक- सुरेश बरनवाल (Epi- 71)

    Play Episode Listen Later Oct 24, 2020 26:24


    एक सैनिक का जीवन और बंदूक के साथ उसका संवाद इस कहानी के माध्यम से दुनिया के युद्धों की हकीकत बयां करती है। दुनिया आज भी सैनिकों के जीवन से कुछ नहीं सीख पाई। काश दुनिया थोड़ी संवेदनशील हो जाए। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    माँ और मिट्टी - कमलेश भारतीय (Epi-70)

    Play Episode Listen Later Oct 22, 2020 28:28


    माँ और मिट्टी की जड़ें बहुत गहरी होती हैं। बदलते परिवेश और शहरीकरण के अंधानुकरण में बहुत कुछ है जो वक्त के चलते दाँव पर लगा दिया गया। रिश्ते, नाते, अपनापन, अपनी ज़मीन, अपना घर उससे जुड़ी यादें, बहुत कुछ ऐसा था, जिसमें ज़िंदगी समाहित थी। अब लोग ज़िंदा तो है लेकिन क्या सही मायने में ज़िंदगी से सराबोर हैं?  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    ये क्या हो गया- तेजेंद्र शर्मा (Epi-69)

    Play Episode Listen Later Oct 20, 2020 34:44


    हर इंसान की जीवन यात्रा उसकी अपनी जीवन यात्रा है। किसी के पदचिन्हों पर चलकर क्या स्वयं की यात्रा पूरी हो सकती है। क्या दूसरों के द्वारा गढ़े गए रास्ते आपके अपने रास्ते हो सकते हैं? ऐसे ही एक रास्ते को अपना आदर्श मानकर अनुष्ठा ने उस पर चलने की कोशिश की है, देखें उसकी परिणति।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    क्रॉसरोड- प्रताप सहगल (Epi-68)

    Play Episode Listen Later Sep 12, 2020 24:21


    क्या स्वयं का जीवन लेना इतना आसान है? क्या होता है आत्महंता के दिमाग में? कैसे जुड़ती है कड़ियाँ और पहुँचती है एक बिन्दु पर जहां जीवन निरर्थक लगता है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    वीर- शीला की प्रेमकथा- सुशील भारती ( Epi-67)

    Play Episode Listen Later Sep 10, 2020 21:30


    एकतरफा प्रेम की पींगें और उस पर दांव पर लगा जीवन। लेकिन प्रेम है की वह कुछ भी सोचना समझना नहीं चाहता। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    खिड़की से - संतोष गोयल (Epi-66)

    Play Episode Listen Later Sep 9, 2020 25:54


    शादी के बाद भरा पूरा घर, एक गुले गुलज़ार आशियाना। बच्चों का धीरे धीरे उड़ जाना। कैसा होता है बाकी बचा जीवन और स्मृतियों में गोते लगाना। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    तीसरे कदमों की आहट- सुषमा व्यास राजनिधि (Epi-65)

    Play Episode Listen Later Sep 8, 2020 22:22


    स्त्री और पुरुष के अलावा ईश्वर ने एक तीसरा रूप भी गढ़ा है। समाज से परित्यक्त इस वर्ग के पास भी दिल है, भावनाएं और संवेदनाएं भी हैं। जहां अपने, अपने न हुये वही कभी कभी ये भी किसी के काम आते है और रिश्ते बनाते हैं। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    वहम- सुशील भारती (Epi - 64)

    Play Episode Listen Later Sep 6, 2020 19:01


    बढ़ती उम्र और उसके सपने लेकिन सामाजिक वर्जनाओं के चलते लड़की होने की चिंताएं। एकल परिवार और बुजुर्गों के तिरस्कार का खामियाजा भुगतता परिवार। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    निसंग-2 - जयश्री रॉय (Epi-63)

    Play Episode Listen Later Sep 5, 2020 22:58


    एक स्त्री की सत्ता उसके पुरुष से बंधी है। पुरुष है तो उसका वजूद है। अगर परित्यक्ता है जीवन एक बोझ है, संत्रास है पीड़ा है। वह किसी की ज़रूरत नहीं, समाज के लिए उसका कोई वजूद नहीं। लेकिन अगर उसने अपने लिए मरूस्थल में एक बूंद की प्यास की भी इच्छा ज़ाहिर की तो वह पूरे समाज की जवाब देह है। कैसी विडम्बना है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    निसंग- जयश्री रॉय (Epi-62)

    Play Episode Listen Later Sep 4, 2020 23:25


    एक परित्यक्त स्त्री का जीवन एक अजीब जीवन यात्रा है। ज़िंदा होते हुये भी, हर पर मौत। यह मौत कब कब और कैसे होती है इसे गढ़ा है जयश्री रॉय ने। Story: Nisang Writer: Jaishree Roy --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    सिकंदर - वीणा वत्सल (Epi-61)

    Play Episode Listen Later Sep 3, 2020 27:16


    प्रेम की कोई भाषा नहीं, यह एक निज भाव है, बस जिससे होता है टूटकर होता। प्रेम की भाषा इंसान, पशु, पक्षी, वन्य जीव जन्तु सब समझते है और यह एक ऐसा सूत्र है जिससे कोई भी अनायास ही जन्म जन्मांतर के लिए बांध जाता है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    नीले घोड़े वाले सवारों के नाम - कमलेश भारतीय (Epi-60)

    Play Episode Listen Later Sep 2, 2020 19:52


    बेटी का जन्म लेना सिर्फ जन्म लेना नहीं होता वह अपने साथ लाती है ढेर सारी खुशियां, एक ठहरी हुई मुस्कुराहट, एक अपनापन, मधुरता और जीवन। लेकिन सामाजिक वर्जनाओं के चलते साथ में चलते हैं, दुख, पीड़ाएं और अनगिनत भय: Story: Neele Ghode wale sawaron ke naam  Writer: Kamlesh Bhartiya  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    जीवन चलने का नाम- नरेंद्र कौर छाबड़ा (Epi-59)

    Play Episode Listen Later Sep 1, 2020 21:28


    सीधी सरल ज़िंदगी अच्छी भली ज़िंदगी में, किसी की गलतियों का खामियाजा उसने भुगता। मन समझाया और उस औलाद को अपना लिया उसे प्रेम के साथ।  Story: Jeevan Chalne ka Naam  Writer: Narendra Kaur Chhabra   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    बुँदे - अंजना छलोत्रे (Epi-58)

    Play Episode Listen Later Aug 31, 2020 21:39


    जीवन यात्रा में इंसान के कई पड़ाव होते हैं। परिवार और समाज इंसान को बांधे रखते हैं लेकिन उसका मन मधुर स्मृतियों में टका होता है और हर पल अपनी ज़मीन तलाशता रहता है। Story: Bunde, writer: Anjana Chhalotre   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    श्रद्धा नाईक- उर्मिला माधव (Epi-57)

    Play Episode Listen Later Aug 30, 2020 16:26


    इंसान के मन का भेद जान पाना बड़ा मुश्किल है। जीवन में साथ रहते हुये भी किसके मन में क्या चल रहा है कोई पता नहीं लगा सकता। श्रद्धा नायक एक विवाहिता हैं और पति का एक दिन अचानक गायब होना कहानी को एक अजीब मोड पर ला देता है।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    ममत्व- भाग- 2- सत्यपाल चावला (Epi-56)

    Play Episode Listen Later Aug 29, 2020 20:05


    एक स्त्री के लिए भारतीय समाज में घर, परिवार और समाज बहुत मायने रखता है। बांझ शब्द से अभिशप्त नारी के लिए इस समाज में कोई जगह नहीं, लेकिन यहाँ शीला तो अब सब कुछ होते हुये भी ममत्व के सुख से महरूम है, जो उसे गहरे सालता भी है। यह सुख किसी भी स्त्री की पूर्णता के लिए ज़रूरी है।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    ममत्व- भाग-1-सत्यपाल चावला (Epi-55)

    Play Episode Listen Later Aug 28, 2020 21:51


    एक स्त्री के लिए ममत्व की आस से बढ़कर कुछ नहीं। लेकिन यह सिर्फ उसी के हाथ में हो ऐसा नहीं है। पुरुष का संसर्ग और ईश्वर की सीधी नज़र और कृपा भी इसके लिए जरूरी है। इन सबके संयोग से ही उसके दामन में खुशी भरती है और वह पूर्ण होती है। इस संदर्भ में स्त्री का सब कुछ ठीक रहा तो उसका सौभाग्य और नहीं तो दुर्भाग्य और इसी के बीच में युगों युगों से फंसी है स्त्री।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    अंधेरे के पलाश- रश्मि शर्मा (Epi-54)

    Play Episode Listen Later Aug 27, 2020 16:42


    कुछ दुख ऐसे होते हैं जिन्हें किसी को नहीं बता सकते हम।...पर रिश्तों में कभी कभी ऐसा भी होता है की आप इतना समझ जाते है इतना दुख पी लेते हैं की आगे मिलने वाला दुख बेअसर हो जाता है, फिर आप चलते नहीं...वहीं रुक जाते हैं। माज़ी की खूबसूरत यादों को दोहराते हैं। प्रेम में जीते हैं.....हँसते हैं...रोते हैं....मगर वो अतीत होता है।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    एक कोना - किशोर चौधरी (Epi-53)

    Play Episode Listen Later Aug 26, 2020 25:33


    दुनिया परिवर्तनशील है तो प्रेम क्यों नहीं?  जब हर चीज़ का एवोलुशन हो रहा है तो प्रेम का क्यों न हो। प्रेम की पड़ताल, सम्बन्धों की बारीकियाँ और सहज प्रेम के धारा को सहेजती यह कहानी आज रिश्तों को एक मजबूत आधार देती है और प्रेम में अपने लिए क्या बेहतर है इसे भी बहुत खूबसूरती से बताती है।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    गहरे तलाब की विरासत- अल्का सिन्हा (Epi-52)

    Play Episode Listen Later Aug 25, 2020 20:52


    पिता के सिद्धान्त और पुत्र का यथार्थ के धरातल पर अपने ढंग से जीवन को देखने की दृष्टि को नई बात नहीं। अक्सर पिता पुत्र के सम्बन्धों में बहुत कुछ वक्त के साथ टूट जाता है। सिद्धांतवादी पिता के लिए यह एक असहनीय दर्द बनकर उभरता है, और उसे निरंतर सालता रहता है।    --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    नदी जो अब भी बहती है-भाग-2-कविता (Epi-51)

    Play Episode Listen Later Aug 24, 2020 15:48


    एक ऐसी संतान न जिसके आने की खुशी न जाने का गम लेकिन फिर भी क्या है एक स्त्री होना और उसकी पीड़ा से गुजरना। वह नदी सूखती नहीं सच वह अब भी बहती है।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    नदी जो अब भी बहती है-भाग-1-कविता (Epi-50)

    Play Episode Listen Later Aug 23, 2020 22:11


    एक स्त्री मात्रत्व की गहरी पीड़ा से गुजरते हुये स्वयं के गर्भ में ईश्वरीय लीला का कोप झेलती है। प्रेम, परिवार और जीवन के बीच झूलती यह कहानी स्त्री होने की और पाकर खोने की पीड़ा के धागों से बुनी गई है।    --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    मछली मछली कितना पानी- प्रताप सहगल (Epi-49)

    Play Episode Listen Later Aug 22, 2020 26:29


    स्त्री और पुरुष सम्बन्धों में टकराता अहम और स्पेस की समस्या को लेकर लिखी गई एक बेहतरीन कहानी। प्रिया जहां प्रतिधित्व करती है आज की एक महत्वाकांक्षी स्वतंत्र विचारों से लैस एक आधुनिक नारी का, वहीं मनोहर एक पढ़ा लिखा नौजवान होकर भी पत्नी की मूल सत्ता को स्वीकार नहीं पाता। यह हर उस इंसान की कहानी है जो आज भी एक ठहरी हुई सोच के साथ जी रहा है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    देश दर्शन- कमलेश भारतीय (Epi-48)

    Play Episode Listen Later Aug 21, 2020 22:19


    एक आम इंसान की दुनिया और उसके बहते दुख किसी न किसी रूप में बाहर आ ही जाते हैं। प्राचीन एतिहासिक इस्मारकों को घूमाने वाले गाइड भी समय और समाज को अपने ढंग से पढ़ते हैं। सुने एक ऐसी ही खूबसूरत कहानी - देश दर्शन जिसे लिखा है कमलेश भारतीय ने।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    झुलसी पंखुड़ियाँ - प्रतिभा जौहरी (Epi-47)

    Play Episode Listen Later Aug 20, 2020 26:23


    हताश निराश जीवन का कहर कहीं टूटता है तो वो या तो महिलाओं पर या बच्चों पर। पिता की नादानियों का खामियाजा भुगता एक मासूम बच्चे ने, कैसे एक फैसले से कई ज़िंदगियाँ बदल गईं। सुनिए प्रतिभा जौहरी के द्वारा लिखी कहानी झुलसी पंखुड़ियाँ।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    नांसी- कुहेली भट्टाचार्जी (Epi-46)

    Play Episode Listen Later Aug 19, 2020 26:29


    प्रेम के रास्ते में परिवार, धर्म, रीतिरिवाज और सोच अक्सर आधे आती है लेकिन प्रेम सभी गंतव्यों को पार कर अपना रास्ता बना ही लेता है। नांसी और उसके प्रेमी का जीवन भी कुछ ऐसा ही है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    अपनी कैद- भाग-3- जयश्री रॉय (Epi-45)

    Play Episode Listen Later Aug 18, 2020 16:10


    अनाथ शैरोन का टूटकर बिखरना और बिली में नए जीवन को तलाशना। प्रेम और ममत्व में उलहे बिली की कहानी का क्या अंजाम होगा।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    अपनी कैद - भाग-2- जयश्री रॉय (Epi-44)

    Play Episode Listen Later Aug 17, 2020 21:20


    बीली एक वयस्क तो हुआ लेकिन कुछ धारणाओं के साथ, उसे प्रेमिका तो मिली लेकिन उसने उसमें माँ देखनी चाही और प्रेमिका को माँ नहीं चाहिए।अंतत बीली ने माँ के अलावा अपने जीवन से औरत के किसी भी रिश्ते को अपनी डिक्सनरी से निकाल फेंका है। --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    अपनी कैद- भाग-1- जयश्री रॉय (Epi-43)

    Play Episode Listen Later Aug 16, 2020 22:55


    औरत के कई रूप है, माँ, पत्नी, प्रेमिका, दोस्त, हमसफर और न जाने कितने। लेकिन बच्चा एक ही रूप जानता है, माँ का रूप। अपनी कैद एक ऐसी ही माँ और बेटे की नज़दीकियों की कहानी है, जिसमें वक़्त बदला, शरीर बदला, जीवन बदला लेकिन अगर नहीं बदला तो माँ का स्मृतियों में धंसा उसका गहरा रूप और प्रभाव।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    तन मछरी, मन नीर- भाग-3- विवेक मिश्र (Epi-42)

    Play Episode Listen Later Aug 15, 2020 20:42


    रजवाड़ों में हवेलियों के पंजे से निकल पाना इतना आसान नहीं। प्रेम अगर आग है तो दर्द उसको और भड़काने वाला घी। एक तरफ सुवासिनी का जीवन, दूसरी और बिसन का जीवन और तीसरी ओर है कुँवर नाहर सिंह की सरकार, जहां इंसानी दर्द और पीड़ा की कोई सुनवाई नहीं। क्या कहानी के तीसरे भाग में प्रेम अपनी गति पाएगा या मिलेगी मौत?   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    तन मछरी, मन नीर- भाग-2- विवेक मिश्र (Epi-41)

    Play Episode Listen Later Aug 14, 2020 18:30


    सुवासिनी की दशा उस परिंदे की तरह है जो बंद पिंजरे में छटपटा भी नहीं सकता। दुख है लेकिन उसे बता भी नहीं सकता, क्योंकि यहाँ हवेली के मर्दों के सामने कोई कानून नहीं। सुवासिनी की इस गहरी पीर को बिसन के अलावा एक और इंसान ने समझा है। इसे जानने के लिए सुनते है दर्द और बिखराव के बीच झूलती सुवासिनी की कहानी।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    तन मछरी, मन नीर-भाग-1-विवेक मिश्रा (Epi-40)

    Play Episode Listen Later Aug 13, 2020 23:30


    रजवाड़ों और हवेलियों में हमेशा से तमाम रज़ दफन होते हैं। शायद ही उनका किसी को पता चलता हो। घटनाओं को अंजाम देने में और तमाम गहरे छुपे राज़ों को छुपाने में हवेली के लोग ही शामिल होते हैं।सुवासिनी का कुँवर के साथ विवाह, उसका अपने पहले प्रेम में डूबा मन, उसके लिए काल बन जाता है।  ऐसी ही एक खूबसूरत कहानी है 'तन मछरी, मन नीर'।        --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    रिटर्न गिफ्ट- भाग -2- रेणु मिश्रा (Epi-39)

    Play Episode Listen Later Aug 12, 2020 19:45


    मन की चाहत और हृदय के स्वाभाविक उच्छवास को परंपरा और रीति रिवाजों की भेंट चढ़ने देना और उसके बाद आजीवन एक सहज रिश्ते की कल्पना का अभिशाप झेलना देश के करोड़ों  युवाओं की कहानी है। जीवन ढल तो किसी के भी साथ जाता है लेकिन क्या पीड़ित मन अपनी बात कह पाता है? आजीवन कृत्रिम गढ़े सम्बन्धों को न्यायोचित ठहराना और अंत में  भाग्य में लिखा होने की कहानी को अपनी नियति मान बैठना, यह सिलसिला सदियों से चल रहा है। रेणु मिश्रा की कहानी इन बारीक रेशों को परत दर परत उघाड़ती है।    --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    रिटर्न गिफ्ट - भाग -1 - रेणु मिश्रा (Epi-38)

    Play Episode Listen Later Aug 11, 2020 18:21


    परिवार, समाज और संस्कार के चलते व्यक्ति के प्रेम से जुड़ी भावनाओं का दमन और गाहे बगाहे मन के किसी कोने से झांकती वो हसरतें बार बार सिर उठाती है। प्रेम में एक दोहरी ज़िंदगी आज इस देश की आधी से ज़्यादा आबादी का सच है। क्या सहज, सरल, स्नेहिल प्रेम के लिए इस समाज में कोई स्थान है? क्या इन रिश्तों को कोई नाम दिया जा सकता है? ऐसी ही तमाम किस्सो को यह कहानी स्वयं में समेटे है। कहानी अच्छी लगे तो शेर अवश्य करना।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    सोनमछरी- भाग-2- गीताश्री (Epi-37)

    Play Episode Listen Later Aug 10, 2020 27:18


    गीताश्री देश की एक लोकप्रिय हिन्दी कथाकार हैं। आंचलिक कहानियों का हमेशा से एक सौन्दर्य रहा है। इस कहानी में रूंपा की अपनी एक छोटी सी दुनिया है, जो सजने, संवरने की चाहत में  बिखरती, उजड़ती है और उसे ज़िन्दगी के एक ऐसे मकाम पर लाकर खड़ा कर देती है जहां भाग्य की नियति स्वयं इंसान के लिए कुछ तय करती है। क्या तय किया है रुंपा के लिए चलिए सुनते हैं आज की कहानी का *दूसरा भाग*। इस *Podcast* का उद्देश्य है ज़िन्दगी के यथार्थ को बयान करती श्रेष्ठ रचनाकारों कि श्रेष्ठ कहानियों से जनसामान्य को परिचित कराना। कहानी पसंद आए तो शेयर जरूर करना, जिससे एक संवेदनशील समाज का निर्माण हो सके।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    सोनमछरी- गीताश्री- भाग -1 - (Epi-36)

    Play Episode Listen Later Aug 9, 2020 20:41


    कथाकार गीताश्री के द्वारा लिखी गई यह कहानी भारत के अंचल विशेष के खूबसूरत परिवेश को उकेरती एक संवेदनशील कहानी है। जहां प्रेम है, अपना हक़ है, दुख और सुख के पल है और साथ ही है जीवन का घना अधियारा। सहज सरल भावनाओं में  डूबती उतराती कहानी "सोनमछरी" आपको एक अनोखी दुनिया की सैर कराती है। जहां आपको मिलेगा ज़िंदगी का एक वास्तविक रंग, जहां यथार्थ पूरी तरह से जीवंत हो उठा है।   --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    पिंजरे के पंछी - भाग -2- नीरज कुमार नीर (Epi- 35)

    Play Episode Listen Later Aug 8, 2020 16:05


    पिंजरे के पंछी एक ऐसी कहानी जिसमें एक बुजुर्ग दंपति की छोटी छोटी हसरतें हैं, पूरी ज़िंदगी तपने और खटने के बाद एक सुकून की तलाश है। वही संतान की खातिर खुशियों का त्याग है। क्या वक्त के साथ नजदीकी रिश्तों में पनप रही संवेदनहीनता के चलते बची खुची ख्वाहिशें पूरी हो पाएँगी?    --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    पिंजरे के पंक्षी-भाग-1-नीरज कुमार नीर (Epi-34)

    Play Episode Listen Later Aug 7, 2020 19:52


    शहर हो या ग्रामीण परिवेश बुजुर्गों के लिए यह समय चुनौतियों से भरा हुआ है। एक तरफ खून का संबंध और दूसरी ओर बदलती हवा में बदलते रिश्तों को परत दर परत उघाड़ती ये कहानी अपने कलेवर में बहुत से प्रश्न समेटे है।  --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    पिता का संघर्ष - ईशान अग्रवाल - (Epi-33)

    Play Episode Listen Later Aug 6, 2020 21:15


    पिता और पुत्र के सम्बन्धों की एक भावनात्मक कहानी जिसमें बेटा पिता की संघर्षों को दरकिनार कर उनसे हमेशा यही पूछता है की "आपने मेरे लिए किया ही क्या है? इस गहरे प्रश्न का उत्तर पुत्र को एक अजीब घटना के माध्यम से मिलता है। यह कहानी वर्तमान समाज में  सैद्धान्तिक जीवन निरादर और धन से व्यक्ति की प्रतिष्ठा के मूल्यों को स्थापित करते हुये समाज का एक आईना पेश करती है।  This episode is sponsored by Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    रिश्ता मोहब्बत का - नीलम सक्सेना चंद्रा (Epi-26)

    Play Episode Listen Later Aug 6, 2020 22:40


    A beautiful story......Love always finds its way. This story also tells that finally whatever is your fate, it will bound to happen. This episode is sponsored by Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    एक सूरज और - दिविक रमेश (Epi-32)

    Play Episode Listen Later Aug 5, 2020 20:05


    A story of wonderful couple and how clashes of their ego ruined their life. This episode is sponsored by Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app

    Claim Safar Yadon Ka

    In order to claim this podcast we'll send an email to with a verification link. Simply click the link and you will be able to edit tags, request a refresh, and other features to take control of your podcast page!

    Claim Cancel