This Program in Hindi is to preach the everlasting Gospel of the Lord Jesus Christ. “For God so loved the world that He gave His only begotten Son, that whoever believes in Him should not perish but have everlasting life”. Jesus Christ is Coming soon यह कार्यक्रम हिन्दी में प्रभु येशू के सनातन सुसमा…

मसीह का क्रूस पर मृत्यु पाप और बुरे शक्तियों पर विजय था और उसके लहू से हमारा विजय का आश्वासन देता है और हमें परिपकता की जीवन की ओर ले जाता है।

पवित्र आत्मा हमारे लिए मसीह की सिद्धता लता है। विश्वास द्वारा मसीह का उत्तम चरित्र हमारा हो जाता है।

बच्चपन से लेकर युवा अवश्था तक और फिर पूर्ण पुरुसत्व तक यीशु अकेला शुद्धता और विश्वास में जीया।

जैसा परमेश्वर ने छोटा यीशु को हेरोदेस से अपने स्वर्गदूतों और युसुफ और मरियम के द्वारा रक्षा किया, उसी प्रकार वह अपने बिश्वासी बच्चों का रक्षा करता है।

पूरब के ज्ञानी लोग यीशु के तारे देखे क्योंकि वे सच में ज्ञानी थे, इसमें कि वे परमेश्वर के शास्त्त्रों में ढूढ़ें, और उसके निर्देश का पालन किया।

यीशु ख्रीस्त के अर्पण के साथ बलिदान और भेंट का प्रतीक लगभग वास्तविक में बदलने वाला था।

यीशु जन्मा कि वह मनुष्य की दरिद्रता में अपना धन लाये, मनुष्य के पाप के जगह अपना धार्मिकता दे, और अपना जीवन मरते मनुष्य के लिए दे।

यहूना का परमेश्वर का कार्य में नम्रता ने उसे महान बनाया।

यीशु का दिव्य शक्ति जन्म से अंधा व्यक्ति को दोनों शारीरिक और आत्मिक दृष्टि प्रदान किया।

यीशु उस व्यक्ति को जो 38 साल से लंगड़ा था सब्बत के दिन चंगा किया जो जीने की आखरी आशा खो रहा था।

यीशु के अनुग्रह और क्षमा ने एक पापिन को परिवर्तित कर उसके जीवन में नई शुरुआत दी।

यहूदा के पास सुअवसर था की वह यीशु के साथ रहे और उसके जीवन और सेवा को नजदीकी से देखे; फिर भी वह उद्धार को अस्वीकार किया।

यीशु जीवन का पानी देता है, जिसे, यदि मनुष्य पीता है, वह कभी फिर प्यासा नहीं होगा।

यीशु जहाँ भी गया, वह निराशा को खुशी में बादल दिया।

यीशु के पास किसी भी कुल के लोगों को चंगा करने में कोई दीवार नहीं है।

यीशु हमें हमारे सभी रोगों से चंगा कर सकता है और हमें अपने पापों से बचा सकता है ।

यीशु की उपस्थिति और उसके प्रेम ने यहूना को परिवर्तित किया।

अंधा बरतिमाई दाऊद का पुत्र, यीशु, को चंगा के लिए पुकारा, और चंगा हुआ।

यीशु गरीबों तथा मत्ती जैसे धनवानों के लिए भी उद्धार लाया।

यीशु के जक्कई के घर जाने से उसका घर में उद्धार आता है।

यीशु के शिक्षा निकुदेमुस को अद्भुत सच्चाई के विषय अधिक जानने के लिए प्रभावित किए ।

अंदरियास लोगों को यीशु के पास लाने में सहायता किया ।

क्योंकि वह बिना शर्त प्रेम करता है, मसीह ने बिना शर्त चंगा किया। उसने यहूदियों, रोमियों और सामरियों, सभी को चंगा किया। उसने कोई प्रतिबद्धता नहीं माँगी।

यीशु की सेवकाई में मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रोगों का उपचार भी शामिल था, वे दुष्टात्माओं से ग्रस्त लोगों को मुक्त करते थे जो उन्हें सता रही थीं।

यीशु सब चंगाई का स्रोत है। वह हमारे थोड़े विश्वास को बढ़ता जब हम उसके पास आते हैं और हमारे थोड़े विश्वास को बढ़ाने के लिए कहें।

यीशु ने लकवाग्रस्त व्यक्ति को चंगा करके अपने शारीरिक चंगाई करने की शक्ति और पापों को क्षमा करने के अपने अधिकार का प्रदर्शन किया।

यीशु ने अपनी करुणा और चंगाई में परमेश्वर के दयालु चरित्र को प्रकट किया । उनका हृदय बीमारों, टूटे हुए हृदय वालों और शोक संतप्त लोगों के लिए तरसता था।

मसीह का चंगाई सेवकाई कार्य आदम के पाप द्वारा परमेश्वर से टूटे रिश्ते को पुनर्स्थापित करने का प्रभावी साधन में से एक था।

प्रभु अपनी कलीसिया को हमारी आध्यात्मिक स्थिति के बारे जानता है और सलाह के साथ हमारी आध्यात्मिक स्थिति को ठीक करने के लिए अपना निश्चित उपाय भी देता है।

इस पापी संसार में, मसीह को केंद्र में रखकर एक परिवार स्थापित करना संभव है जो समाज और कलीसिया दोनों के लिए एक आशीर्वाद हैं।

मसीह के अनुयायियों को मसीह से जुड़कर इस नीरस धरती का नमक और इस अँधेरी दुनिया में रोशनी बनने का सौभाग्य प्राप्त है।

प्रभु हममें अपने पवित्र आत्मा के निवास के द्वारा और हमारे विश्वास और उसमें हमारे समर्पण के द्वारा हमें भले कामों के लिए पवित्र करता है।

प्रेम और सच्चाई में कलिसिया की एकता संसार को बताएगा कि परमेश्वर ने यीशु को जगत में भेजा।

मसीह ने राष्ट्रीयता, पद या पंथ का कोई भेद नहीं माना। हमारा मसीह के समान प्रेमपूर्ण हृदय एकमात्र पवित्र आत्मा के हमारे भीतर निवास से हो सकता है।

परमेश्वर इस जगत में प्रेम द्वारा एक एकता का कलिसिया बनाना चाहता है जो सच्चा है, “ कर्म और सत्य में”।

कलीसिया पृथ्वी पर परमेश्वर का महान परिवार है जिसे वह अनंत प्रेम करता है जिसके सदस्य एक ही विश्वास और आशा के साथ मसीह में बहनें और भाई हैं।

दुनिया में कोई भी बदलाव उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना कि केवल परमेश्वर ही किसी के जीवन में अपने पवित्र आत्मा के द्वारा ला सकता है।

परमेश्वर के परिवार में, हम न तो एक-दूसरे से दूर हैं और न ही एकाकी।

परमेश्वर मानवजाति और पृथ्वी, दोनों को उनके पतन-पूर्व गौरव को पुनः स्थापित करने जा रहे हैं जिसका हमें आनंद से प्रतीक्षा करना चाहिए।

जब हम प्रकृति में होते हैं, तो हम उनकी सृष्टि की भव्यता को देखकर और उनकी वाणी को हमसे बात करने देकर ईश्वर के और करीब आ सकते हैं।