This Program in Hindi is to preach the everlasting Gospel of the Lord Jesus Christ. “For God so loved the world that He gave His only begotten Son, that whoever believes in Him should not perish but have everlasting life”. Jesus Christ is Coming soon यह कार्यक्रम हिन्दी में प्रभु येशू के सनातन सुसमा…
परमेश्वर धार्मिकता से न्याय करता है, वह अपने लोगों को बचाने के लिए हस्तक्षेप करेगा, और अधार्मिकता के उभाड़ को दबाएगा।
वह अधर्मी न्यायी जो न परमेश्वर को डरता था न मनुष्यों का परवाह करता उस विधवा का न्याय चुकाया क्योंकि वह बार–बार जाती थी; परमेश्वर अपने लोगों का न्याय जल्द चुकाएगा।
यीशु के हम जितने करीब आते हैं और उसके चरित्र के सुद्धता को देखते है, हम अपने पर भरोसा नहीं करेंगे और यीशु पर निर्भर करेंगें।
वह चुंगी लेने वाला जो परमेश्वर का दया का मांग किया धर्मी ठहराया जाकर घर गया, न कि वह फरिसी जो अपने धार्मिकता में भरोसा किया।
परमेश्वर आप से चाहता है की आप विश्वास से आप उसे पहुंचे, और वह आपको जीवन की हर क्षेत्र में बहुतायत से आशीष देना चाहता है।
उस दृष्टांत से जिसमें एक व्यक्ति अपने मित्र से रात को रोटी मांगने आता है, मसीह सिखाता है कि हम मांगें कि हम दूसरों को दे सकें।
परमेश्वर का वचन पवित्र शास्त्र के पुराने और नये नियम को सम्मिलित करता है जहाँ मसीह में परमेश्वर के समृद्ध खजाना पाये जाते हैं।
जाल जो समुद्र में फेंका गया, के दृष्टांत से मसीह सिखाता है कि वह चरित्र है, पद नहीं, जो मनुष्य का भाग्य निश्चित करता है।
यीशु स्वर्ग का मोती है, हमें उसे प्राप्त करना चाहिए। और यीशु मनुष्य में भी बहुमूल्यता देखा जिसे वह अपने बलिदान से अपनाने आया।
हमें शास्त्र में छिपे खजाने की खोज करना है; विश्वासयोग्य और मेहनती खोजनेवाला जो पवित्र आत्मा की मदद से खोजता है प्रतिफल पाएगा।
स्वर्गीय खजाना को पाने वाला कोई भी परिश्रम को अति महान और कोई भी बलिदान को अति प्रिय नहीं समझेगा।
खमीर अदृश्यमान रूप से पूरे आटे को अपने खामिरी प्रक्रिया में लाने के लिए कार्य करता है, उसी तरह सत्य का खमीर आत्मा को परिवर्तन करने के लिए गुप्त तरह से काम करता है।
बीज बोने की शिक्षण में उदारता दोनों आत्मिक और सामयिक बातों में सिखाया जाता है।
बीज बोने की शिक्षण में उदारता दोनों आत्मिक और सामयिक बातों में सिखाया जाता है।
हरेक बोया गया बीज कटनी के लिए अपने समान उपज लाता है। वही मनुष्य के जीवन में भी है।
राई की दाने के समान मसीह का राज्य शुरू में छोटा था, परन्तु उसे जगत के सभी राष्ट्रों को भर देना था।
गेहूँ और जंगली बीज एक साथ कटनी, जगत के अंत तक बढ़ते हैं, जब परमेश्वर के सेवक उन्हें अलग करेंगें।
“पहले अंकुर, फिर बाल” के दृष्टांत द्वारा ख्रीस्त लोगों के सोच को आत्मा में परमेश्वर के अनुग्रह के कार्य के तरफ ले जा रहे थे।
जो बीज अच्छे भूमि में गिरा; वह वह है जो वचन को सुनता है, और समझता है, और बहुत फल लाता है, कोई सौ गुणा, कोई साठ गुणा, और कोई तीस गुणा।
जो काँटो के बीच बीज को पाता है, वह वह है जो निष्फल होता है क्योंकि संसार की चिन्ता और धन का धोखा वचन को दबा देता है।
रास्ते किनारे वाले बीज पाने वाले वह है जो ध्यानहीन और कठोर हृदय वाला है और जो पथरीली भूमि पर बीज पाने वाला है, वह जड़ नहीं पकड़ता है।
उन सब दृश्यों को जिस पर आँखें प्रतिदिन ठहरते, किसी आध्यात्मिक सत्य से जोड़ा गया, ताकि प्रकृति गुरु के दृष्टांतों से पहिनाए हुए हो।
नई सृष्टि में विश्वास हमें परमेश्वर के चरित्र का स्तुति कराता है और बहुतायत का जीवन को ग्रहण करने के लिए तैयार करता है।
नई पृथ्वी धर्मियों का अनन्त घर होगा जहाँ परमेश्वर अनन्त जीवन के लिए सिद्ध वातावरण प्रदान करता है।
सहस्त्राब्दी के अंत में, मसीह अपने पवित्र लोगों के साथ पवित्र नगर के साथ उतरेंगे; शैतान और दुष्ट लोग जो लड़ाई करने की कोशिश करेंगे, नाश किए जाएंगे।
सहस्त्राब्दी के दौरान दुष्ट मृतकों का न्याय किया जाएगा, पृथ्वी बिना किसी जीवित मानव निवासियों के, उजाड़ बने रहेगा, लेकिन शैतान और उसके दूत भरे होंगे।
पुनरुत्था पुन जीवन में वापस आना है। यह यीशु का जीवन में पुनरुत्थान के कारण मिलता है और वह इसे जो उस पर विश्वास करते हैं उन्हें उपहार के तौर में देता है।
बाइबल अध्यात्मवाद का दृढ़ता से मना करता है जहाँ लोग मृतकों के साथ वाद विवाद करने की प्रयास में दुष्ट आत्माओं के साथ वाद विवाद करते हैं।
बाइबल यीशु के आगमन की निश्चितता का आश्वासन देती है, पर समय नहीं बतलाया गया है; इसलिए हमें हमेशा तैयार रहने को काया जाता है।
यीशु के दूसरे आगमन के बारे बाइबल भविष्यवाणियों का लगभग पूरा होना, और दुनिया की वर्तमान परिस्थितियाँ यीशु के जल्द वापसी को बताती है।
यीशु का दूसरा आगमन शाब्दिक, व्यक्तिगत, दृश्यमान, और विश्वव्यापी होगा।
यीशु का पहला आगमन भविष्यवाणी के अनुसार पूर्ण होना उसका दूसरा आगमन का गैरंटी देता है।
प्रायश्चित के दिन की घटनायेँ परमेश्वर के अंतिम न्याय के तीन चरणों को दर्शाती हैं।
मसीह स्वर्गीय निवास-स्थान में विश्वासियों को अपने प्रायश्चित बलिदान के लाभों को उपलब्ध कराने के लिए सेवकाई कर रहा है।
परमेश्वर आदम और हव्वा को फलने- फूलने के लिए आशिशित किया और आज भी जो विवाहित मसीह जोड़ी बच्चों को जगत में लाने का निर्णय करते हैं वे उन्हें प्रभु की पालन –पोषण में लाना है।
भविष्यवाणी का वरदान शेष कलिसिया के विशिष्ट विशेषताओं में से एक है जो उत्पीड़न के बौजूद उसके पास है।
पवित्र आत्मा शेष कलिसिया को अपने वरदानों में से एक के रूप में भविष्यवाणी का वरदान देता है जो अंत तक निरंतर चलते रहेगा।
पवित्र आत्मा शेष कलिसिया को अपने वरदानों में से एक के रूप में भविष्यवाणी का वरदान देता है जो अंत तक निरंतर चलते रहेगा।
परमेश्वर ने अपने लोगों को सेवकाई के लिए तैयार करने लिए प्रेरितों, भविष्यवक्ताओं, प्रचारकों, पादरियो शिक्षकों को नियुक्त किया है।
परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने कलिसिया के सभी सदस्यों को आध्यात्मिक उपहार देता है जिसे प्रत्येक सदस्य को कलिसिया और मानवता की सेवा में इस्तेमाल करना है।
परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने कलिसिया के सभी सदस्यों को आध्यात्मिक उपहार देता है जिसे प्रत्येक सदस्य को कलिसिया और मानवता की सेवा में इस्तेमाल करना है।
प्रभु भोज यीशु की देह और लहू के प्रतीक में भागीदारी है, जो हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता में विश्वास की अभिव्यक्ति है।
भोज की तैयारी में आत्म-परीक्षा, पश्चाताप और स्वीकारोक्ति शामिल है। प्रभु ने पैर धोने की विधि द्वारा नम्रता, एक दूसरे की सेवा और एक दूसरे से प्रेम करने सिखाया।
जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा।“
बपतिस्मा पाप के लिए मरने और परमेश्वर में नई जीवन जीने का चिन्ह है।
बपतिस्मा प्रदर्शित करता है कि एक व्यक्ति मसीह के साथ एक व्यक्तिगत संबंध में प्रवेश किया है और उसके अनुग्रह के राज्य के सिद्धान्त के अनुकूल जीने की ठान ली है।
कलिसिया की एकता मसीह के क्रूस पास होती है।
कलिसिया एक देह है जिसमें कई सदस्य होते हैं, जिन्हें हर कुल, जाति, भाषा और लोगों से बुलाया जाता है। मसीह में हम एक नई सृष्टि हैं।