Gyaan Dhyaan is a Hindi podcast by Aaj Tak Radio on general knowledge, education, trivia and history in the form of explainers. Aasmaan kyu hai neela, paani kyu geela geela, gol kyu hai dharti. For more such questions come to this window of Gyaan. Simple explainers on complex issues and trivia—designed for you. It could be related to science, history, sociology, general awareness and all possible fields. ये हमारी वो खिड़की है, जहां से जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिलता है. यहां पेचीदा मसलों को आसान à¤à¤¾à¤·à¤¾ में समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है और अनूठी जानकारियां दी जाती हैं. बीच बीच में à¤à¤¸à¥€ बातें à¤à¥€ होंगी जो आपकी लाइफ़ आसान बनाà¤à¤‚गी. सब कà¥à¤› सरल हिंदी में. तो आइठजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की बातें धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से सà¥à¤¨à¤¿à¤.
बचपन से हम चंदा मामा की लोरियां सुनते आ रहे हैं. बड़े हुए तो चांद पर गीत और शायरी सुनने को मिलने लगे. शायद ही चांद से ज्यादा वर्सटाइल कुछ और हो. अगर आपने कभी ध्यान दिया हो तो इस खूबसूरत चांद पर कई गड्ढे और धब्बे भी मौजूद हैं. आपने किसी सैटेलाइट इमेज में ये गड्ढे देखे भी होंगे. आज के 'ज्ञान ध्यान' में हम चांद के इन्हीं दागों यानी क्रेटर्स के बारे में आपको बताएंगे. ये क्रेटर्स होते क्या हैं, ये बने कैसे और ये आज तक चांद की सतह पर कैसे टिके हुए हैं? रिसर्च: प्रांजलि गुप्ता साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
ये तो हम सब जानते हैं कि हर देश के लोग किसी एक भाषा को अपने-अपने तरीके से, अपने-अपने लहज़े में बोलते हैं. और थोड़े अभ्यास से ये लहज़ा सीखा भी जा सकता है. लेकिन क्या बिना सीखे किसी और देश की लैंग्वेज में बातचीत करना इंसानो के लिए संभव है? आपने न्यूज़ चैनल्स पर ऐसी चौंकाने वाली खबरें तो सुनी होंगी जिनमें कोई व्यक्ति अचानक अपनी ज़बान छोड़कर, किसी और भाषा में बात करने लगता है. ऐसा ही कुछ हुआ था जर्मनी की एनेलीज़ मिशेल के साथ. ये किसी जादू से कम नहीं लगता. लेकिन क्या ये सच में कोई जादू है? या फिर दुनिया में सबसे कॉम्प्लेक्स इंसानी दिमाग का कोई झोल? क्या है इसके पीछे की साइंस? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में.
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ बरसों पुरानी सिंधु जल समझौते को ख़त्म करने का ऐलान किया है. दोनों देशों के बीच ये संधि कब और किन परिस्थितियों में हुई थी, इसकी शर्तें क्या थीं और इसे ख़त्म करने से भारत-पाक़िस्तान का क्या नफ़ा-नुक़सान होगा, सुनिए 'ज्ञान ध्यान' के इस एपिसोड में. साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
जब अरुणाचल प्रद्श में सूरज दो घंटे से चमक रहा होता है, तब गुजरात अंधेरे में सो रहा होता है, लेकिन घड़ी दोनों जगह एक ही समय दिखा रही होती है. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों? एक ही देश में दिन-रात के इतने अंतर के बावजूद हम एक ही टाइम ज़ोन क्यों फॉलो करते हैं? क्या भारत को दो टाइम ज़ोन अपनाने चाहिए? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च : मान्या बत्तरा साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
आज-कल की डिजिटल दुनिया जितना विकास कर रही है, उतनी ही खतरनाक भी होती जा रही है. सोशल मीडिया पर हो रहे मज़ाक और ट्रोलिंग बढ़कर गंभीर मानसिक तनाव और क्राइम का रूप ले लेते हैं. और डिजिटल दुनिया की इसी डार्क साइड को साइबर बुलिंग कहा जाता है. साइबर बुलिंग के मामले अब तो काफी बढ़ चुके हैं. इसलिए साइबर बुलिंग के खतरे को समझना अब ज़्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. ‘ज्ञान ध्यान' के इस एपिसोड में आपको बताएंगे कि साइबर बुलिंग कितनी आम हो चुकी है?, इससे बचने के क्या उपाय हैं? और अगर ये आपके किसी अपने के साथ हो तो क्या किया जाए.
कोर्ट-कचहरी का नाम सुनते ही आम आदमी घबरा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कानून ने आपको एक ऐसी ढाल दी है जिससे आप बिना केस लड़े भी अपनी बात अदालत तक पहुंचा सकते हैं? इसी का नाम है कैविएट याचिका. ये याचिका अदालत को पहले से अलर्ट करती है कि अगर आपके खिलाफ कोई अर्ज़ी दाखिल हो, तो आपकी बात सुने बिना कोई फैसला न दिया जाए. ‘ज्ञान ध्यान' के इस एपिसोड में आपको बताएंगे कि कैविएट क्या है, इसे कौन और कब दाखिल कर सकता है, और इसका तरीका क्या होता है? प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
सुबह-शाम रसोई में बर्तन खनकने की आवाज़ के साथ ही चाय बनने का उद्घोष हो जाता है. चाय के साथ, दुनिया में कॉफ़ी पीने वालों की भी कोई कमी नहीं है. दुनिया में सैंकड़ों लोग चाय-कॉफ़ी के शौक़ीन हैं. लेकिन इनमें मिलने वाले कैफीन का हमारे शरीर पर काफी गहरा असर होता है. अब कैफीन सिर्फ चाय या कॉफ़ी में नहीं बल्कि दवाइयों और चॉकलेट्स में भी होता है. यही कैफीन हमारे ब्लड में मिलकर पूरे शरीर में फैल जाता है. और इसका सबसे ज़्यादा असर दिमाग पर होता है जो हमें फ्रेश फील कराता है. लेकिन ये कैफीन काम कैसे करता है? इसके फायदे क्या हैं? और ज़्यादा मात्रा में सेवन करने से इससे क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं? सुनिए इन्हीं सवालों के जवाब आज के 'ज्ञान ध्यान' में.
इस बात पर तो सब राज़ी होंगे कि इंटरनेट ने जहां हमारी लाइफ़ आसान कर दी है. वहीं हमारी प्राइवेसी को रिस्क पर भी डाल दिया है. अब आप भले ही मुश्किल सवालों के जवाब चुटकियों में गूगल कर सकते हैं और रात को लेट होने पर अपने घरवालों को लोकेशन भेजकर अपडेट दे सकते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि आपका फ़ोन लोकेशन के अलावा और भी बहुत कुछ ट्रैक करता है? ऐडवर्टाइज़िंग कंपनीज़ कैसे इसके ज़रिए आपको क्यूरेटेड ऐड्स दिखाती हैं? जानने के लिए सुनिए 'ज्ञान-ध्यान' में. साउंड मिक्स- राघव गुप्ता रिसर्च- प्रांजलि गुप्ता
जिंदगी जीने के लिए खाना, पानी और हवा बहुत जरूरी है. उसी तरह से अच्छी नींद लेना भी बहुत जरूरी है ताकि शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहे सके. पूरी नींद ना लेने से हमारी बॉडी सही ढंग से काम नहीं कर सकती. तो ऐसी क्या परेशानियां आती है अगर हम नहीं सोते हैं. सुनिए ‘ज्ञान-ध्यान' में. रिसर्च- मान्या बत्रा साउंड मिक्स- राघव गुप्ता
इंडिया के वर्ल्ड कप जीतने की ख़ुशी में पूरा देश शामिल है. नहीं यहां क्रिकेट की बात नहीं हो रही. बात हो रही है सेपक टक्रॉ की. चीन से शुरू होकर पूरे दक्षिण पूर्वी एशिया में ये खेल काफी लोकप्रिय है. लेकिन अब भी बस मुट्ठी भर लोग ही हैं जो इस खेल के बारे में जानते हैं. फिलीपींस में सिपा, मलेशिया में सेपक रगा, वियतनाम में दा कौ, लाओस में कटोर हो या थाईलैंड में टकरॉ. ये खेल साउथ ईस्ट एशिया के देशों में सबसे पसंदीदा खेलों में से एक है. एशियन गेम्स में अपनी जगह बनाने वाला ये खेल दर्शकों में रोमांच भर देता है. तो इस खेल को खेलते कैसे हैं. ये असल में शुरू हुआ कैसे? क्या हैं इस खेल के नियम और कैसे बनाई इस खेल ने एशियन गेम्स में अपनी जगह? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: श्रुति साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
गर्मी के मौसम में जब पसीना बेहिसाब बहे और सूरज आसमान से आग उगले, तब राहत की सबसे पहली उम्मीद होती है…एसी की ठंडी हवा. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एसी असल में काम कैसे करता है? वो कौन-सी तकनीक है जो चुटकियों में गर्म कमरा ठंडा कर देती है? पहला एसी कब, कहां और कैसा बना था? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
क्लाइमेट चेंज की वजह से बढ़ती गर्मी और पानी की कमी ने दुनिया को एक गंभीर संकट में डाल दिया है. धरती की सतह पर नदियां, झीलें और तालाब गायब होते जा रहे हैं, जबकि ज़मीन के नीचे से पानी लगातार निकाला जा रहा है. लेकिन असली समस्या तब उत्पन्न होती है जब अंडरग्राउंड वाटर रिचार्ज नहीं हो पाता. कंक्रीट के जंगल की वजह से बारिश का पानी ज़मीन में समाता नहीं, और यही कारण है कि ग्राउंडवाटर लेवल्स रीप्लेनिश नहीं हो पाते. क्या ये समस्या जल्द ही और बढ़ने वाली है? क्या यही दुनिया के विनाश का सबसे बड़ा कारण बनेगी? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: श्रुति साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
आपने देखा होगा कि कुछ समय से भूकंप ज़्यादा ही आ रहे हैं. टीवी पर रोज़ ही कहीं ना कहीं इनसे होने वाले नुकसान की ब्रेकिंग न्यूज़ आ जाती है. कभी 4 तो कभी 7 मैग्निट्यूड. पर आजकल ये इतना क्यों बढ़ गए हैं? और एडवांस में अगर मौसम प्रेडिक्ट हो सकता है, तो भूकंप क्यों नही? क्या इसके लिए कोई टेक्नोलॉजी नहीं है? जानने के लिए सुनिए आज का ज्ञान-ध्यान. रिसर्च- प्रांजलि गुप्ता साउंड मिक्स- अमन पाल
इंस्टाग्राम ने हाल ही में एक नया फीचर लॉन्च किया है जो बहुत सारे बदलाव लाया है. क्या आप जानते हैं कि नार्मल अकाउंटस के अलावा भी एक ऐसा अकाउंट है जो बच्चों के लिए इंस्टाग्राम ने बनाया है जिसे नाम दिया है- टीन अकाउंट. ये 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाया है जिसमें काफी सारे प्राइवेसी फीचर्स हैं और ये कंटेंट को फिल्टर करके दिखाता है. तो इसके बाकी क्या फीचर्स हैं और ये कैसे बच्चों के लिए सुरक्षित है. सुनिए ‘ज्ञान-ध्यान' में. रिसर्च: मान्या बत्तरा साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
किसी की मदद करना या किसी के काम आना, इंसानी सभ्यता की सबसे ज़रूरी शर्त है. और हर किसी को मौका मिलने पर मदद करनी ही चाहिए. मगर क्या हो जब आपकी मदद करने की इच्छा महज़ भीड़ की वजह से बदल जाए? सुनने में भले ही ये अजीब लग रहा हो लेकिन इसमे कहीं न कहीं सच्चाई छुपी हुई है. ऐसा होता है Bystander Effect की वजह से. तो क्या भीड़ हमारे इमोशन्स को दबा देती है? क्या है ये Bystander Effect और कैसे ये हमारे फ़ैसले पर प्रभाव डालता है? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. साउंड मिक्स- सूरज सिंह रिसर्च- माज़ सिद्दीक़ी
क्या बिना बिजली के झटका लग सकता है? इस सवाल ने शायद आपको भी कभी चौंकाया होगा, जब आपने दरवाज़ा छुआ और अचानक हल्का करंट जैसा एहसास हुआ. इसे हम 'स्टैटिक इलेक्ट्रिसिटी' कहते हैं. ये एक ऐसी अनदेखी दुनिया है, जहां एटम, इलेक्ट्रॉन और चार्ज मिलकर वो करंट तैयार करते हैं. जो हमें अक्सर लगते रहते हैं तो आखिर ये करंट लगते क्यों है और किन घरेलू उपायों से आप इससे बच सकते हैं. सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
कुछ बीमारियां ज़िंदगी को बहुत मुश्किल बना देती हैं, खासकर वो जो जन्म के साथ ही मिलती हैं. इनका इलाज नामुमकिन सा लगता है. लेकिन बदलते वक्त के साथ मेडिकल साइंस में होने वाले विकास से क्या इनका इलाज खोजा जा सकता है? Biotechnology और CRISPR तकनीक इसी बदलाव की शुरुआत है. भविष्य में इंसानों की ज़िंदगी और आसान बनाने में वैज्ञानिक दिन रात एक कर रहे हैं. लेकिन यह तकनीक वास्तव में काम कैसे करती है? क्या यह हर जेनेटिक बीमारी को ठीक कर सकती है? और क्या इसके इस्तेमाल में कोई ख़तरा भी है? अगर वैज्ञानिक इस तकनीक को पूरी तरह सफल बना पाए तो क्या Genetic बीमारियां इतिहास बन जाएँगी? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में.
रोड पर लगे बैनर्स से लेकर अखबारों के एड तक हमें इंटरनेशनल स्कूलों का बहुत ज़िक्र मिलता है. कई स्कूल तो यूं ही अपने नाम के आगे ‘इंटरनेशनल' का टैग भी लगा लेते हैं पर इंटरनेशनल स्कूल्स में क्या कुछ अलग पढ़ाया जाता है? क्या होते हैं इंटरनेशनल स्कूल और ये कैसे काम करते हैं? सुनिए 'ज्ञान-ध्यान' में. साउंड मिक्स- रोहन भारती रिसर्च- प्रांजलि गुप्ता
इंटरनेट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका पर्यावरण पर भी गहरा असर पड़ता है. डेटा सेंटर, सर्वर और नेटवर्क को लगातार बिजली की जरूरत होती है, जिससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन और ई-वेस्ट बढ़ता है.इसी समस्या का समाधान है ग्रीन इंटरनेट. ये कैसे काम करता है, ये भविष्य के लिए क्यों जरूरी है, इसे बढ़ावा देने के लिए हम क्या कर सकते हैं? सुनिए आज के ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: मान्या बत्रा साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
लव ऐट फर्स्ट साइट के काॅन्सेप्ट से इत्तेफ़ाक ना रखने वाले भी अट्रैक्शन ऐट फर्स्ट साईट के फैक्ट से मुकर नहीं सकते. सैकड़ों की भीड़ में भी कोई एक शख़्स हमारा ध्यान अपनी ओर खींच लेता है और फिर वो चेहरा लम्बे समय तक हमारे दिमाग में बैठा रह जाता है. पर ऐसा होने के पीछे कारण क्या है? क्या ये एक व्यक्ति की पर्सनालिटी की वजह से होता है? या फिर उनके फिजिकल फीचर्स की वजह से? और अगर इसके पीछे कोई और कारण है तो वो काम कैसे करता है? और कैसे कर सकते हैं आप एक पोटेंशियल पार्टनर को अट्रैक्ट? जानेंगे 'ज्ञान ध्यान' में.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक नया ट्रेंड जबरदस्त वायरल हो रहा है, जहां लोग अपनी तस्वीरों को AI की मदद से स्टूडियो Ghibli के एनीमेशन स्टाइल में बदल रहे हैं. लेकिन इस ट्रेंड की जितनी चर्चा हो रही है, उतनी ही आलोचना भी की जा रही है. कई लोगों का मानना है कि इस तरह की AI-जेनरेटेड इमेज बनाना स्टूडियो Ghibli और उसके संस्थापक Hayao Miyazaki का अपमान है. आज के ‘ज्ञान ध्यान' में हम आपको स्टूडियो Ghibli के बारे में विस्तार से बताएंगे. साथ ही जानेंगे कि Hayao Miyazaki कौन हैं, उन्होंने एनीमेशन जगत में क्या योगदान दिया है, और आखिर क्यों लोग इस नए ट्रेंड का विरोध कर रहे हैं? और Hayao Miyazaki खुद AI को लेकर क्या सोचते हैं? रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
आईपीएल हो, टेस्ट मैच हो या ओडीआई, क्रिकेट हम इंडियन्स के लिए सिर्फ एक गेम नही, बल्कि त्योहार है. इसपर ज्ञान बाँटने वाले उतने ही है, जितने आसमान में तारे. आज भी कोई 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल या 2023 के चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल का ज़िक्र करे, तो आंखें भर आती हैं, पर हम इंडियन्स क्रिकेट को लेकर इतने जुनूनी क्यों हैं? जानिए आज के 'ज्ञान-ध्यान' में
हमारे देश पर क़ानून और संविधान का राज है. संविधान जो देश के हर व्यक्ति को बराबर दर्जा देता है, और हर भारतीय नागरिक को न्याय दिलाने का दावा भी करता है, उसने देश में क़ानून व्यवस्था बनाये रखने की भारी ज़िम्मेदारी दी है देश की न्यायपालिकाओं और उनकी सबसे ऊंची गद्दी पर बैठने वाले न्यायाधीशों को. पर जो न्यायाधीष इन्हीं कानूनों का उल्लंघन करते पाए जाएं उन्हें उनके पद से हटाने का प्रावधान भी देश के संविधान में बखूबी शामिल है. जजों को उनके पद से हटाने की इसी प्रक्रिया को महाभियोग कहा जाता है. कैसे लाया जाता है महाभियोग का प्रस्ताव? क्या होती है प्रस्ताव लाने के बाद की प्रक्रिया? और क्या देश के इतिहास में किसी जज को उनकी ताकतों की सीमाओं का उलंघन करने की वजह से उनके पद से हटाया गया है? जानेंगे इन सभी सवालों के जवाब 'ज्ञान ध्यान' में. साउंड मिक्स- रोहन भारती
क्या आपने कभी सोचा है कि हजारों फीट ऊपर आसमान में उड़ते हुए इंटरनेट कैसे चलता है? इन-फ्लाइट वाई-फाई आखिर कैसे काम करता है और ये पायलट के सिग्नल को क्यों प्रभावित नहीं करता? एयर-टू-ग्राउंड और सैटेलाइट-बेस्ड टेक्नोलॉजी के जरिए फ्लाइट में इंटरनेट की पूरी कहानी, सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: मान्या साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
जासूसी दुनिया की एक ऐसी तकनीक जिसका इस्तेमाल सोवियत संघ ने किया था. हनी ट्रैपिंग नाम की इस प्रैक्टिस की मदद से उन्होंने दुश्मन देशों के अधिकारियों को शिकार बनाया. लेकिन आज के दौर में सोशल मीडिया की बदौलत इस तकनीक का इस्तेमाल करके कई लोग इस जालसाजी का शिकार बन रहें हैं. तो इंसानों को फंसाने की इस तकनीक में होता क्या है? इसकी शुरुआत कैसे हुई? कैसे सोवियत संघ ने हनी ट्रैपिंग का सहारा लेकर दुश्मन देशों का सामना किया? और कैसे इसका खतरा अब ज़्यादा बढ़ गया है? आज के 'ज्ञान ध्यान' में इसी बारे में बताएंगे. रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
अगर क्रिकेट इस देश का धर्म है, तो आईपीएल इसका सबसे बड़ा त्यौहार! लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके स्क्रीन तक हर छक्का, हर विकेट, और हर रोमांचक पल इतनी सटीकता से कैसे पहुंचता है? कैमरों का कमाल, हाई-टेक ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम और पर्दे के पीछे काम कर रही एक शानदार टीम—ये सब मिलकर बनाते हैं आईपीएल को दुनिया का सबसे भव्य क्रिकेट शो! स्पाइडरकैम से लेकर स्टंप माइक तक, विजन मिक्सर से लेकर ग्राफिक्स टीम तक—आईपीएल ब्रॉडकास्टिंग की इस अनसुनी दुनिया के बारे में सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
देश के राष्ट्रगान को लेकर आज़ादी के बाद इतने सालों में कई विवाद उठते रहे हैं और लोगों पर इसके अपमान को लेकर कड़ी कार्रवाई भी की जा चुकी हैं. कुछ मुद्दे इतने गरमाये की सुप्रीम कोर्ट को दखल देनी पड़ी, जैसे साल 2016 में सिनेमा घरों में राष्ट्रगान बजाने और उस पर सभी को खड़े होने का नया कानून बना दिया गया. बीते दिनों बिहार के मुख्यमंत्री पर राष्ट्रगान का अपमान करने के आरोप लगे. लेकिन राष्ट्रगान के समय जिनका पालन करना चाहिए वो नियम हैं क्या? और राष्ट्रगान किन मौकों पर बजाया जाना अनिवार्य है? इन नियमों का पालन ना करने पर क्या एक्शन लिया जा सकता है? जानेंगे 'ज्ञान ध्यान' में.
21वीं शताब्दी की सबसे महत्वपूर्ण तकनीक AI, जिसमे रोज़मर्रा के तौर पर तरक्की हो रही है. वहीं हर एक दिन नए AI आ जाते हैं. इसी AI रेस का नया-नवेला भागीदार ग्रोक AI काफी चर्चा में हैं. वजह ये है कि हाल ही में ग्रोक ने एक यूजर के साथ बातों-बातों में बड़ी ख़ास भाषा का इस्तेमाल किया. इस तरह की भाषा का इस्तेमाल AI की दुनिया में तो पहली बार देखा गया है. आज के ज्ञान ध्यान में जानेंगे कि ग्रोक ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों कर रहा है? बाकी AI के मुक़ाबले ग्रोक कैसे अलग है? और आने वाले समय में ग्रोक में और क्या बदलाव आएंगे?
ऐतिहासिक इमारतें कई शताब्दियों से हमारे इतिहास की कहानी सुनाती रही हैं. इनमें ऐतिहासिक कब्रों पर भी शामिल है. ये कब्रें मामूली लोगों की नहीं बल्कि इतिहास की ऐसी हस्तियों की हैं. जिन्होंने कभी पूरी दुनिया में नाम कमाया और विवाद का हिस्सा रहे. इन्हीं में एक नाम औरंगजेब का है. तो इसी बहाने हम जानेंगे आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के बारे में, जो ऐसी ही ऐतिहासिक कब्रों और स्मारकों की देख-रेख करती है. ये संस्था काम कैसे करती है, ऐतिहासिक इमारतों और स्मारकों को किस तरह रेनोवेट किया जाता है? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: श्रुति और प्रांजलि साउंड मिक्सिंग: अमन
अंतरिक्ष से लौटने के बाद एस्ट्रोनॉट्स के शरीर और दिमाग को पृथ्वी के माहौल के अनुरूप ढलने में समय लगता है. माइक्रोग्रैविटी में महीनों बिताने के कारण उनकी हड्डियां, मांसपेशियां और संतुलन प्रणाली प्रभावित होती हैं. एस्ट्रोनॉट्स को नॉर्मल होने और रोज़मर्रा की गतिविधियों में सहज होने में आमतौर पर कुछ हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग जाता है, वापस आने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को और क्या-क्या समस्या आती है, सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च- प्रांजली गुप्ता साउंड मिक्स- रोहन भारती
क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप 400 रुपये की टिकट खरीदते हैं, तो उसका असली फायदा किसे होता है? मल्टीप्लेक्स की असली कमाई टिकटों से नहीं, बल्कि महंगे पॉपकॉर्न, विज्ञापनों और ब्रांड पार्टनरशिप से होती है. फिर सिंगल स्क्रीन थिएटर क्यों गायब हो गए? क्या ओटीटी के आने से थिएटर खत्म हो जाएंगे. जानिए सिनेमाघरों के बिजनेस मॉडल का पूरा राज़ ‘ज्ञान ध्यान' में. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
15 मार्च वो तारीख है जिसे दुनिया भर में World Consumer Rights Day के तौर पर मनाया जाता है. लेकिन मनाएंगे कैसे अगर जानते ही नहीं होंगे कि एक उपभोक्ता या ग्राहक के तौर पर आपके Rights क्या हैं? तो इस एपिसोड में हम आपको बताएंगे कि कैसे ठगी से बचें, कौन-कौन से अधिकार आपके पास हैं, और कैसे आप बिना 'शोर मचाए' भी अपनी आवाज उठा सकते हैं? और साथ ही ये बात भी कि 15 मार्च को मनाए जाने वाले इस दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में
होली का त्योहार पूरे देश में अमूमन एक ही तरह से मनाया जाता है. लेकिन सिख धर्म के लोगों के बीच इसे बहुत ही अलग तरीके से मनाने की रिवाज़ शुरू हुआ. अट्ठारहवीं सदी में रंगों और कई प्रकार के व्यंजनों के स्वाद से भरा हुआ ये त्योहार हिन्दु परंपरा से उठकर सिख समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक बन गया. क्या है महत्ता पंजाब के आनंदपुर साहिब की जहां हर साल होला मोहल्ला बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है? कैसे खिलाया जाता है 3 दिनों तक लाखों श्रद्धालुओं को लंगर? कैसे जोड़ा गुरु गोबिंद सिंह जी ने होली के त्योहार को सिखों की वीरता और बहादुरी से? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: श्रुति साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
भारत में हर चार कोस पर एक नई भाषा मिल जाती है. अनेक भाषाएं होने की वजह से देश में एक तरह की लैंग्वेज वॉर शुरू हो गई है. और तमिल भाषा इस लैंग्वेज वॉर का केंद्र बन चुकी है. तमिल भाषा को लेकर लोग दावा करते रहे हैं कि ये भारत की सबसे पुरानी भाषा है. तो क्या तमिल असलियत में भारत की सबसे पुरानी भाषा है? आज के ज्ञान ध्यान में तमिल भाषा के इतिहास और समृद्धि के बारे में जानकारी देंगे। आपको बताएंगे कि तमिल भाषा कितनी प्राचीन है, इसका इंडस वैली सभ्यता से क्या संबंध है और तमिल ब्राह्मी लिपि की खोज से क्या नई जानकारियां मिली हैं? रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
इस एपिसोड में हमने ग्रैविटी के सिद्धांतों के इतिहास और विकास पर चर्चा की है. इसमें न्यूटन की ग्रैविटी थ्योरी से लेकर आइंस्टीन की जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी और एंटी-ग्रैविटी थ्योरी तक की यात्रा को समझाया है. साथ ही, इलेक्ट्रिक यूनिवर्स, MOND, क्वांटम मैकेनिक्स और होलोग्राफिक प्रिंसिपल जैसी अवधारणाओं पर भी बात की गई है, जो ग्रैविटी के पारंपरिक सिद्धांतों को चुनौती देती हैं, इसे सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में. साउंड मिक्स- रोहन भारती
क्या आपने कभी ऐसा सपना देखा है जिसमें आपको लगा हो कि ये सिर्फ एक सपना है, और फिर अपनी मर्जी से उसे बदल दिया हो? अगर हां, तो आपने लुसिड ड्रीमिंग का अनुभव किया है! लेकिन ये लुसिड ड्रीमिंग क्या है? इसे कैसे महसूस किया जा सकता है? और ये सदियों से क्यों लोगों के लिए खास रही है? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: माज़ सिद्दीक़ी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
ब्रान्डेड कपडे हों या दुबई की ट्रिप, रुपये-पैसों से आप आजकल कुछ भी खरीद सकते हैं. मौके के हिसाब से इनका नाम भी बदल जाता है- कभी ये रिश्वत हैं, तो कभी टिप, कभी आशीर्वाद, तो कभी सिर्फ रुपये. लेकिन आपके दिमाग में कभी न कभी ये सवाल ज़रूर आए होंगे कि इन रुपयों की शुरुआत कहां और कैसे हुई, ये भारत तक कैसे पहुंचे, इन खनकते सिक्के और नोटों के बंडल का क्या इतिहास रहा है? इन्ही सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए आज का 'ज्ञान-ध्यान'.
दिन भर की थकान के बाद, एक अच्छी गहरी नींद कौन नहीं चाहता लेकिन कभी-कभी सोते हुए आपको बुरा सपना आता है और आप घबरा कर उठते तो हैं लेकिन मूव नहीं कर पाते. अगर आपने भी ये भयानक एक्सपेरिंस महसूस किए हैं तो आप इसके बारे में क्यूरियस ज़रूर हुए होंगे. नींद से जाग जाने के बाद भी आपकी बॉडी आपके कंट्रोल में क्यों नहीं थी? क्या ये किसी गंभीर बीमारी के होने का इशारा था? जानिए इन सवालों के जवाब ज्ञान ध्यान में
रशिया और दूसरे तरफ़ यूरोपीय देशों के बीच घिरा है यूक्रेन. 24 अगस्त 1991 को जब सोवियत यूनियन टूटा तब कई सारे देशों के साथ साथ यूक्रेन भी अस्तित्व में आया. लेकिन आज ये इतना महत्वपूर्ण है कि ट्रंप भी इसके पीछे पड़े हैं और इसी चक्कर में हुई अमेरिका-यूक्रेन रेयर अर्थ मिनरल डील. लेकिन ये रेयर मिनरल्स हैं कौनसे? क्या ये वाकई इतने अहम हैं कि अमेरिका इसके लिए यूक्रेन की बांह मरोड़ रहा है? और अगर हैं तो ये मिनरल्स प्रैक्टिकली अमेरिका के काम कैसे आएंगे? सुनिए इन्हीं सवालों के जवाब ‘ज्ञान ध्यान' में
इंस्टाग्राम पर रील्स स्क्रोल करने की आदत से हम सभी अफेक्टेड हैं. और स्क्रोल करते करते फीड पर एक तरह से अनकम्फर्टेबले कर देने वाली क्रिंज रील्स का दिखना नॉर्मल हो गया है. और ताज्जुब की बात तो ये है कि ऐसा ही कंटेंट सबसे जल्दी वायरल भी होता है. क्रिंज कंटेंट बनाने वाले क्रिएटर्स को ऐसी कौन सी साइकोलॉजिकल ट्रिक मालूम है जिससे वो अपनी हर रील पर करोड़ों व्यूज खींच लेते हैं? ऐसे कंटेंट को मिलने वाली हेट के बाद भी ये ट्रेंडिंग लिस्ट पर सबसे आगे क्यों रहते हैं? न पसंद करते हुए भी ऑडियंस ऐसा कंटेंट कंज्यूम क्यों करती है? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: श्रुति साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
टैटू और सेहत का क्या कोई आपसी रिश्ता है, एक्यूपंक्चर ट्रीटमेंट क्या चीन से बाहर भी होता था, क्या शरीर के एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर हज़ारों साल पहले टैटू बनाए जाते थे टैटू की हिस्ट्री क्या है और मॉडर्न टैटू कितने काम का है? सुनिए ‘ज्ञान ध्यान' में. रिसर्च: मान्या बत्तरा साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
जिन कॉकरोचेज़ को घर से निकालने के लिए हम इतनी मेहनत करते हैं. उन्हीं कॉकरोचेस में ऐसे तमाम केमिकल्स और कम्पाऊंड्स का भंडार है जो इंसानो को बीमारियों से बचाने, घावों को जल्दी ठीक करने, हेयर लॉस की समस्या हल करने करने में कारगर हैं. साथ ही, ये सेहत से जुड़ी कई मुश्किलों का समाधान बन सकते हैं. चीन में सदियों से लोग कैसे उठा रहे हैं ऐसे ही कॉकरोचेज़ की खूबियों का फायदा? और कॉकरोचेज़ से मैक्सिमम प्रॉफिट कैसे निकाला जाता है? सुनिए 'ज्ञान ध्यान' में.