Hamari Aavaaz हमारी आवाज़

Follow Hamari Aavaaz हमारी आवाज़
Share on
Copy link to clipboard

शशिभूषण के साथ आप सभी का एक साझा मंच : हमारी आवाज़

Shashi Bhooshan


    • Mar 8, 2024 LATEST EPISODE
    • every other week NEW EPISODES
    • 8m AVG DURATION
    • 182 EPISODES


    Search for episodes from Hamari Aavaaz हमारी आवाज़ with a specific topic:

    Latest episodes from Hamari Aavaaz हमारी आवाज़

    Shikshikaen | Shashi Bhooshan

    Play Episode Listen Later Mar 8, 2024 2:18


    "शिक्षिकाएँ" कविता एवं वाचन : शशिभूषण

    Katyayani ki kavita | Vasiyatnama

    Play Episode Listen Later Mar 8, 2024 3:33


    वसीयतनामा लिखने जैसी कुछ गुफ़्तगू कवि : कात्यायनी वाचन : शशिभूषण (बया, अप्रैल-मार्च 2024)

    Sarveshwardayal Saxena | Dhire Dhire

    Play Episode Listen Later Feb 15, 2024 4:27


    धीरे-धीरे कवि : सर्वेश्वरदयाल सक्सेना वाचन : शशिभूषण

    Rahen yaa n rahen

    Play Episode Listen Later Jan 2, 2024 2:25


    "रहें या न रहें". कविता एवं वाचन: शशिभूषण.

    Bhasha Singh | Chunav Jang aur Medea

    Play Episode Listen Later Dec 27, 2023 59:00


    "चुनाव जंग और मीडिया" वक्ता : भाषा सिंह, जन पक्षधर जुझारू पत्रकार। आयोजक : राष्ट्रीय सांस्कृतिक यात्रा, ढाई आखर प्रेम 2023, इंदौर (म.प्र.)। स्थल : मध्य प्रदेश प्रेस क्लब, अभिनव कला समाज सभागार इंदौर। तिथि : 27 दिसंबर 2023, शाम 05.55 बजे।

    Dhai Aakhar Prem | Subah ke intzar men

    Play Episode Listen Later Dec 26, 2023 21:19


    सुबह के इंतज़ार में। विनीत तिवारी से बातचीत। प्रसंग: ढाई आखर प्रेम यात्रा। 26 दिसंबर 2023, सहस्त्र धारा नर्मदा, महेश्वर।

    Chandrakant Devtale | Thode se bachche aur baqi bachche

    Play Episode Listen Later Nov 15, 2023 4:24


    थोड़े से बच्चे और बाक़ी बच्चे कवि : चंद्रकांत देवताले वाचन : शशिभूषण

    Kumar Ambuj | Kroorta

    Play Episode Listen Later Nov 15, 2023 2:40


    क्रूरता कवि : कुमार अम्बुज वाचन : शशिभूषण

    Sandip Naik | Jahan ghar hai vahan ped hai

    Play Episode Listen Later Nov 13, 2023 5:11


    "जहाँ घर है वहाँ पेड़ है" कवि : संदीप नाईक वाचन : शशिभूषण

    Ravindra Vyas | Ma Ka Mantrochchar

    Play Episode Listen Later Nov 13, 2023 8:51


    "माँ का मंत्रोच्चार", मार्मिक और अविस्मरणीय कहानी। कहानीकार, रवींद्र व्यास। वाचन, शशिभूषण।

    Kedarnath Singh | Deepdaan

    Play Episode Listen Later Nov 12, 2023 2:35


    उस तट पर भी जाकर दिया जला आना, पर पहले अपना यह आँगन कुछ कहता है जाना, फिर जाना! •केदारनाथ सिंह

    singh kedarnath
    Nirala | Priytam

    Play Episode Listen Later Nov 11, 2023 3:56


    प्रियतम कवि : निराला वाचन : शशिभूषण

    nirala
    Chandra Bhushan | Dheere Chalo

    Play Episode Listen Later Nov 5, 2023 1:34


    "धीरे चलो" कवि : चंद्रभूषण

    PWA Jabalpur Ghoshnapatra

    Play Episode Listen Later Sep 1, 2023 13:04


    प्रलेसं घोषणा पत्र. लेखक, कुमार अम्बुज-वीरेंद्र यादव. अठारहवाँ राष्ट्रीय सम्मेलन, 20, 21, 22 अगस्त 2023, जबलपुर(म. प्र.).

    Kumar Ambuj | Shikshakon Se Samvad

    Play Episode Listen Later Aug 13, 2023 58:51


    शिक्षकों से संवाद : कुमार अम्बुज, कवि-कहानीकार, सिनेमा चिंतक। विषय : गद्य कैसे समझें समझाएँ। 25 मई 2021, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 भोपाल, क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल। सौजन्य : श्री सोमित श्रीवास्तव(उपायुक्त), डॉ ऋतु पल्लवी, सहायक आयुक्त(तत्कालीन प्राचार्य)

    Harishankar Parsai | Sadachar Ka Taveez

    Play Episode Listen Later Aug 12, 2023 11:25


    विशेषज्ञों ने कहा, "हुज़ूर वह हाथ की पकड़ में नहीं आता। वह स्थूल नहीं, सूक्ष्म है, अगोचर है। पर वह सर्वत्र व्याप्त है। उसे देखा नहीं जा सकता, अनुभव किया जा सकता है।" राजा सोच में पड़ गए। बोले, "विशेषज्ञो, तुम कहते हो वह सूक्ष्म है, अगोचर है और सर्वव्यापी है। ये गुण तो ईश्वर के हैं। तो क्या भ्रष्टाचार ईश्वर है?" विशेषज्ञों ने कहा, "हाँ, महाराज, भ्रष्टाचार अब ईश्वर हो गया है।" -सदाचार का तावीज़, हरिशंकर परसाई

    harishankar parsai
    Svayam Prakash | Partition

    Play Episode Listen Later Aug 8, 2023 21:53


    इस कहानी का अंत अच्छा नहीं है। मैं चाहता हूँ कि आप उसे नहीं पढ़ें। और पढ़ें भी तो यह ज़रूर सोचें कि क्या इसका कोई और अंत हो सकता था? अच्छा अंत? अगर हाँ तो कैसे? - पार्टीशन(कहानी), स्वयं प्रकाश

    Bhartiytata Rashtravad aur Sahitya : Vineet Tiwari

    Play Episode Listen Later Aug 8, 2023 50:37


    "भारतीयता राष्ट्रवाद और साहित्य". वक्ता : विनीत तिवारी, कवि और सामाजिक कार्यकर्ता. संदर्भ : हिरोशिमा दिवस, 6 अगस्त, 2023. आयोजक : मध्य-प्रदेश प्रलेसं, देवास इकाई.

    Hiroshima | Agyeya

    Play Episode Listen Later Aug 6, 2023 4:08


    हिरोशिमा कवि : अज्ञेय वाचन : शशिभूषण हिंदी के युगपुरुष अज्ञेय की यह कविता 'हिरोशिमा दिवस' 6 अगस्त 2023 को रिकॉर्ड की गयी। कविता और आत्मकथ्य NCERT की पाठ्यपुस्तक 'कृतिका' भाग-दो(कक्षा 10) में संकलित हैं।

    Burqa utaar lena beta

    Play Episode Listen Later Jun 25, 2023 2:20


    बुर्क़ा उतार लेना बेटा कवि: अरबाज़ ख़ान समय के साखी, मई-जून 2023

    Shayad kahna suna jaye

    Play Episode Listen Later Apr 29, 2023 4:59


    मैं कुछ कहना चाहता हूँ। कहना ज़रूरी हो गया है। शोर और बोलना बहुत है फिर भी सोचता हूँ- शायद कहना सुना जाय। (शशिभूषण)

    Message to Devi Prasad Mishra

    Play Episode Listen Later Apr 29, 2023 16:38


    हिंदवी संगत 18, शुक्रवार को कवि-लेखक-फ़िल्मकार देवीप्रसाद मिश्र से अंजुम शर्मा की बातचीत सुनकर यह मौखिक संदेश या तुरंत राय रिकॉर्ड करने से ख़ुद को रोक नहीं पाया। संदेश रिकॉर्ड करने, भेजने के बाद सोचा अगर राय में निजताओं का उल्लंघन नहीं हो, तो उसमें अनायास आ गयी कितनी ही बातों को व्यक्तिगत ही बनाये रखने में क्या भलाई? इसलिए यहाँ पब्लिश कर रहा हूँ।

    Hum ek dusre ko bhul jayenge । Pawan Karan

    Play Episode Listen Later Mar 8, 2023 21:14


    इसे सुनिएगा। इस कविता को मैंने महान कहने से खुद को रोक लिया। यह शब्द क्योंकि अब घिस चुका है। आता नहीं इसका अभिप्राय पढ़-सुनकर। पढ़ना या सुनना और महसूस करना ही इस कविता के लिए सब विशेषण हैं।

    Japani Kahani Mahavigya

    Play Episode Listen Later Mar 6, 2023 23:34


    "सक्रियता की चरम सीमा है निष्क्रियता. बड़बोलेपन की चरम परिणति है ख़ामोशी और तीरंदाज़ी की अंतिम पराकाष्ठा है धनुर्धारण से परहेज." -महाविज्ञ, कहानीकार : अत्सुशी नाकाजिमा.

    kahani japani
    Ashish Tripathi ki kavita Naya Gantantra

    Play Episode Listen Later Feb 4, 2023 8:01


    "स्वतंत्रता दिवस की तारीख़ बदलने पर भी विचार किया जा सकता है।"

    Vinay sourabh ki kavita chala gaya admi

    Play Episode Listen Later Jan 24, 2023 1:53


    विनय सौरभ की कविता "चला गया आदमी"

    Varshavas: Upanyas Ansh

    Play Episode Listen Later Jan 24, 2023 3:11


    अविनाश मिश्र के उपन्यास 'वर्षावास' का अंश 'आलोचक'

    Ashok Vajpeyi ki kavita thoda sa

    Play Episode Listen Later Jan 24, 2023 2:16


    अशोक वाजपेयी की कविता "थोड़ा सा"

    Shamsher: Kal tujhse hod hai meri

    Play Episode Listen Later Jan 24, 2023 1:41


    शमशेर बहादुर सिंह की कविता "काल तुझसे होड़ है मेरी"

    Agar maine arbi men prarthna ki

    Play Episode Listen Later Jan 24, 2023 3:44


    शमशेर बहादुर सिंह की कविता, "अगर मैंने अरबी में प्रार्थना की"

    Ravish Kumar ki ek bat se dar lagta hai

    Play Episode Listen Later Jan 22, 2023 12:44


    रवीश कुमार की एक बात से डर लगता है।

    ravish kumar
    Shamsher ki gazal

    Play Episode Listen Later Jan 21, 2023 1:30


    ग़ज़ल: शमशेर

    Shamsher ki kavita Dharmik dangon ki rajniti

    Play Episode Listen Later Jan 21, 2023 3:17


    "धार्मिक दंगों की राजनीति" शमशेर की ऐसी कविता है जो भारत के संदर्भ में वर्चस्व की राजनीति जिसमें धर्म एक हथियार होता है को पूरी तरह सामने रख देती है।

    Shamsher ki kavita Tumko pana hai aviram

    Play Episode Listen Later Jan 21, 2023 2:22


    "तुमको पाना है, अविराम" अगर आप प्रेम से, प्रेम कविताओं से ज़रा भी खिंचते हैं तो यह कविता पढ़नी-सुननी चाहिए। पढ़ना अपनी सुविधा उपलब्धता से ही हो सकता है। इसलिए मैंने यहीं सुना दी है। सुनिएगा। बताएंगे सुनना कैसा रहा तो समझ लीजिए इतना ही मैं आपसे चाहता हूं। कविता से बहुत अधिक पा चुका हूं।

    Ashok Vajpayi ki kavita Sadak par ek admi

    Play Episode Listen Later Jan 21, 2023 4:34


    सड़क पर एक आदमी: दो मिनट कविता ढाई मिनट कविता पर बात।

    Hum Shabdon ko nasht kar rahe hain

    Play Episode Listen Later Dec 22, 2022 9:43


    अचेतना के लिए बिगब्रदर की "न्यूस्पीक" योजना यानी "थॉट क्राइम" रोकने के लिए शब्दों को नष्ट करना । यह जॉर्ज ऑरवेल के उपन्यास 1984 का अंश है । जिसे उज्जैन से रीवा जाते हुए 22 दिसंबर 2022 को दमोह-सागर के आस-पास चलती ट्रेन में रिकॉर्ड किया गया । इसे सुन-पढ़कर एहसास होता है कि भाषा भी शासन का हथियार होती है ।

    Devtale ji ke Kutte

    Play Episode Listen Later Sep 21, 2022 6:46


    मैं सोचा करता हूं/ देवताले जी कुछ भी पाल सकते थे/ कुत्तों गायों से उज्जैन भरा पड़ा है/ वे बेवजह अकेले पड़ते चले गए/ हालांकि जानता हूं अकेला पड़ना है- कवि हो या फ़ासिस्ट। (शशिभूषण)

    Jhansi ki Rani

    Play Episode Listen Later Aug 9, 2022 14:08


    मर्दानी सुना था तेज की अधिकारिणी पाया। माना जाता है कि सुभद्रा कुमारी चौहान की जानी-मानी कविता "झांसी की रानी" में वीरता है। लेकिन मुझे लगता आया है कि इस कविता में स्त्री के दुख और त्याग अधिक हैं। यह एक वीर स्त्री की दुख भरी कहानी ही है, जिसका बचपन में ब्याह हो गया। जिसने सबको अपनाया सबकुछ सहा किंतु बदले में वीरता ही लौटायी, बलिदान ही दिया। उसी दुख भरी कहानी को जिस सम्मान से कवयित्री ने अपनाया लक्ष्मीबाई को मर्दानी सुना था लेकिन तेज की सच्ची अधिकारिणी बताया; मैंने उसे वाणी में अपनाने की कोशिश में यह पाठ किया है। कितना सफल हो पाया हूं यह तो सुनने वाले ही बता सकते हैं। सुन कर बताएंगे तो अच्छा लगेगा -शशिभूषण

    Hindi akhbaron ka hinglish dhandha

    Play Episode Listen Later May 5, 2022 4:17


    मत बनें अंधे हिंग्लिश में हैं धंधे: शशिभूषण

    Pash ki kavita Inkar

    Play Episode Listen Later Apr 26, 2022 3:44


    "मुझसे उम्मीद न करना कि मैं खेतों का बेटा होकर आपके चगले हुए स्वादों की बात करूँगा" - अवतार सिंह पाश

    Premchand ki kahani eidgah

    Play Episode Listen Later Apr 24, 2022 39:44


    कहानी "ईदगाह" सुनिए. बहुत मन हुआ इसलिए यह कहानी सुनाई है. मुझे बच्चे हामिद से बचपन से बहुत प्यार है. "ईदगाह" कहानी कभी नहीं भूलती. यही दिल में आता है काश! मैं हामिद जैसा होता. हमारे घरों के बच्चे हामिद जैसे हों!

    Sandhya Navodita ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 25, 2022 6:48


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के अठारहवें दिन संध्या नवोदिता की दो कविताएं, "जब उम्मीदें मरती हैं" और "एक दिन जब हम नहीं रहेंगे"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Rekha Chamoli ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 24, 2022 3:59


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के सत्रहवें दिन रेखा चमोली की दो कविताएं, "डरे हुए लोग" और "एक मां के होते"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Jyoti Chawla ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 23, 2022 7:10


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के सोलहवें दिन ज्योति चावला की दो कविताएं, "बेटी की गुल्लक" और "बहुरूपिया आ रहा है"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Anuradha Singh ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 21, 2022 6:37


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के पंद्रहवें दिन अनुराधा सिंह की दो कविताएं, "पाताल से प्रार्थना" और "सपने हथियार नहीं देते"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Nirmala Putul ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 20, 2022 6:50


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के चौदहवें दिन निर्मला पुतुल की दो कविताएं, "मेरा सब कुछ अप्रिय है उनकी नज़र में" और "उतनी दूर मत ब्याहना बाबा!" पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Shahnaz Imrani ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 19, 2022 5:51


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के तेरहवें दिन शहनाज़ इमरानी की दो कविताएं, "ख़ुदाओं की इस जंग में" और "चले गए पिता के लिए"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Vazda Khan ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 18, 2022 4:31


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के बारहवें दिन वाज़दा ख़ान की दो कविताएं, "हम लड़कियां" और "हिस्सा"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Nazish Ansari ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 18, 2022 5:50


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के ग्यारहवें दिन नाज़िश अंसारी की दो कविताएं, "हलफ़नामा" और "मेरा गला दबा दो मां"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    ansari nazish
    Upasna Jha ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 17, 2022 6:04


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के दसवें दिन उपासना झा की दो कविताएं, "ग्यारह बरस की मां" और "रोना"। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Babusha Kohli ki do kavitaen

    Play Episode Listen Later Mar 15, 2022 5:35


    दो कविताएँ रोज़: पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि।  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के उपलक्ष्य में कात्यायनी, अनामिका और पच्चीस हिंदी युवा स्त्री कवि के अंतर्गत "दो कविताएँ रोज़" श्रृंखला के नौवें दिन बाबुषा कोहली की दो कविताएं। पाठ एवं चयन: शशिभूषण।

    Claim Hamari Aavaaz हमारी आवाज़

    In order to claim this podcast we'll send an email to with a verification link. Simply click the link and you will be able to edit tags, request a refresh, and other features to take control of your podcast page!

    Claim Cancel